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गौतम अदाणी: 20 साल में बदलेगी दुनिया, तेज होगा ऊर्जा क्षेत्र में परिवर्तन

जीवन के हर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर टेक्नोलॉजी के कारण बदलाव आ रहे हैं। विशेष रूप से, एनर्जी मार्केट में नए बिजनेस मॉडल के उभरने से बड़े पैमाने पर उथल-पुथल होने की संभावना है, और इतिहास इस समय को ऊर्जा व्यवसाय के परिवर्तनकारी युग के रूप में याद रखेगा।

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Published on: 10 Dec 2020 11:52 AM GMT
गौतम अदाणी: 20 साल में बदलेगी दुनिया, तेज होगा ऊर्जा क्षेत्र में परिवर्तन
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जीवन के हर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर टेक्नोलॉजी के कारण बदलाव आ रहे हैं। विशेष रूप से, एनर्जी मार्केट में नए बिजनेस मॉडल के उभरने से बड़े पैमाने पर उथल-पुथल होने की संभावना है

लखनऊ। अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी का मानना है कि अगले बीस साल के अंदर दुनिया में ऊर्जा बाजार अत्यंत तीव्र व परिवर्तनकारी स्थितियों का सामना करने वाला है। उन्होंने कहा कि यह बदलाव इतना तेज होगा कि लोग भाप इंजन युग के परिवर्तन को भी भूल जाएंगे। सिंगापुर फिनटेक फेस्टिवल में गौतम अदाणी ने दुनिया में ऊर्जा उत्पादन और उपभोग करने के तरीके को परिभाषित करने के लिए निर्धारित किये गये परिवर्तनों की एक व्यावहारिक झलक पेश की।

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बड़े पैमाने पर उथल-पुथल होने की संभावना

उन्होंने कहा कि जीवन के हर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर टेक्नोलॉजी के कारण बदलाव आ रहे हैं। विशेष रूप से, एनर्जी मार्केट में नए बिजनेस मॉडल के उभरने से बड़े पैमाने पर उथल-पुथल होने की संभावना है, और इतिहास इस समय को ऊर्जा व्यवसाय के परिवर्तनकारी युग के रूप में याद रखेगा।

उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि एनर्जी मार्केट ही हलचल अगले दो दशकों में ट्रिलियन-डॉलर से अधिक का वैल्यू निर्माण करेगी - और इससे भी महत्वपूर्ण बात है कि उन लाखों लोगों के जीवन में आशा की आधारशिला रखेगी जो बिजली के अभाव में अपना जीवन गुजार चुके हैं। उनका आशय है कि शायद ही दुनिया को कोई शख्स ऐसा बचेगा जो ऊर्जा का उपभोग कर अपना जीवन सुविधाजनक नहीं बनाएगा।

अपनी बात पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि आने वाली हलचलें भाप इंजन के युग के मुकाबले अधिक उथल-पुथल करने वाली हैं। जिस तरह से भाप के इंजन ने दुनिया को कोयले ऊर्जा को उपयोगी यांत्रिक शक्ति में कुशलतापूर्वक परिवर्ततित करने का आधार दिया था, वैसे ही अक्षय ऊर्जा लगभग हर ज्ञात प्रक्रिया को प्रभावी रूप से विद्युतीकृत करने का साधन दुनिया को प्रदान कर रही है ।

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बड़े पैमाने की अर्थव्यवस्थाओं का निर्माण

अक्षय ऊर्जा को लेकर अपने मजबूत भरोसे को दोहराते हुए, उन्होंने कहा कि ग्रीन एनर्जी सॉल्यूशंस उत्पादक और उपभोक्ता के बीच कम होते अंतर के साथ एक केंद्रीकृत और विकेंद्रीकृत आधार पर बड़े पैमाने की अर्थव्यवस्थाओं का निर्माण करते हैं।

उन्होंनें कहा कि पूरी दुनिया में मोबिलिटी के विद्युतीकरण, बैटरी केमिस्ट्री के विभिन्न रूपों, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित डिमांड रिस्पॉन्स प्रणालियों और डिजिटलीकरण के चरम स्तरों के साथ एक नया हलचलों से भरा एनर्जी ढांचा विकसित हो रहा है।

adani फोटो-सोशल मीडिया

फेस्टिवल में शामिल ग्लोबल स्टार्टअप्स, बिजनेस लीडर्स, इनवेस्टर्स, इनोवेशन कम्युनिटी, और इकोसिस्टम कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुखातिब अदाणी ने पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2015 के सीओपी21 समिट में बोले गए ऐतिहासिक शब्दों की याद दिलायी।

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उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सोलर अलायंस का शुभारंभ अभूतपूर्व था, क्योंकि इसने एक साझे उद्देश्य के लिए 121 देशों को एकजुट किया। स्व-निर्मित उद्यमी, गौतम अदाणी ने इस परिवर्तन में अपने गृह देश भारत के अग्रणी भूमिका होने की बात पर फिर से जोर दिया।

भारत ही एकमात्र जी20 राष्ट्र

बीएनईएफ क्लिमेट्सस्कोप अध्ययन द्वारा हाल ही में भारत के दृष्टिकोण को मान्यता मिली, और अध्ययन ने भारत को 2030 तक स्वच्छ ऊर्जा के 450 गीगावॉट के अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्वच्छ ऊर्जा के लिए शीर्ष उभरते बाजार के रूप में स्थान दिया। यह तेजी अभूतपूर्व है।

आज, भारत पहले से ही निर्माणाधीन या टेंडर किए गए अतिरिक्त 80 गीगावॉट सहित 100 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा क्षमता के करीब पहुंच रहा है। वास्तव में, भारत ही एकमात्र जी20 राष्ट्र है, जिसकी गतिविधियों ने डिकार्बनाइजेशन की इसकी प्रस्तावित दर को बनाए रखा है।

राष्ट्र निर्माण के दर्शन से प्रेरित, अदाणी ने कहा कि उनके द्वारा स्थापित एकीकृत इंफ्रास्ट्रक्चर संगठन भारत के जलवायु लक्ष्यों में योगदान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सिर्फ 5 साल पुरानी कंपनी होने के बावजूद, 2030 तक 25गीगावाट क्षमता वाली दुनिया की सबसे बड़ी रिन्यूएबल कंपनी बनने के लिए गु्रप का रिन्यूएबल बिजनेस पूरी तरह से तैयार है।

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रिपोर्ट- अखिलेश तिवारी

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