TRENDING TAGS :
युवाओं को खुशखबरी: WBHRB में निकली बंपर वैकेंसी, यहां देखें पूरी डिटेल
पश्चिम बंगाल हेल्थ रिक्रूटमेंट बोर्ड यानी WBHRB ने 1600 से ज्यादा पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य भर्ती बोर्ड की इस वैकेंसी के तहत मेडिकल टेक्नोलॉजिस्ट ग्रेड थ्री के 1647 पदों पर उम्मीदवारों की भर्ती की जाएगी।
नई दिल्ली: सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए खुशखबरी है। पश्चिम बंगाल हेल्थ रिक्रूटमेंट बोर्ड यानी WBHRB ने 1600 से ज्यादा पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य भर्ती बोर्ड की इस वैकेंसी के तहत मेडिकल टेक्नोलॉजिस्ट ग्रेड थ्री के 1647 पदों पर उम्मीदवारों की भर्ती की जाएगी।
आवेदन की तारीख
ऑनलाइन आवेदन की शुरुआत 28 जनवरी होगी। वहीं आवेदन की आखिरी तारीख 06 फरवरी 2021 निर्धारित गयी है। WBHRB मेडिकल टेक्नोलॉजिस्ट भर्ती 2021 के तहत मेडिकल टेक्नोलॉजिस्ट ग्रेड III के 1647 पदों को भरा जाएगा। इसके अलावा इस वैकेंसी में सफल होने वाले उम्मीदवारों को 28,900 रुपए प्रति माह सैलरी भी मिलेगी।
ये भी पढ़ें: छत्तीसगढ़: CM भूपेश बघेल ने किया ध्वजारोहण, अमर शहीदों को किया याद
उम्र
इस वैकेंसी के लिए आवेदन करने वाले की उम्र 21 से 39 वर्ष के बीच होनी चाहिए। हालांकि, आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को सरकारी नियमों के मुताबिक आयु सीमा में छूट मिलेगी। आवेदन प्रक्रिया शुरू होने के बाद, इच्छुक और योग्य उम्मीदवार 6 फरवरी 2021 से पहले या शाम 8 बजे तक, wbhrb.in पर के जरिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।
पदों का विवरण
कुल पद- 1647
मेडिकल टेक्नोलॉजिस्ट (लैब), जीआर- III - 633 पद
आवेदन शुल्क
अप्लाई करने वाले उम्मीदवारों को आवेदन शुल्क ऑनलाइन 160/- रुपये (एक सौ साठ रुपये) जमा करना होगा। वहीं आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को किसी प्रकार का आवेदन शुल्क नहीं देना होगा।
पात्रता
इसके लिए उम्मीदवार का फिजिक्स, केमिस्ट्री एवं बायोलॉजी विषय के साथ 12वीं पास होना अनिवार्य है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल पैरा मेडिकल काउंसिल के अंतर्गत आने वाले राज्य मेडिकल फैकल्टी द्वारा मान्यता प्राप्त मेडिकल टेक्नोलॉजी से संबंधित विषय में 2 वर्षीय डिप्लोमा का होना भी अनिवार्य भी अनिवार्य है। या फिर पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त किसी संस्थान या यूनिवर्सिटी से मेडिकल टेक्नोलॉजी में बैचलर डिग्री होनी चाहिए।
ये भी पढ़ें: दुलारी देवी: कभी झाड़ू पोछा करके होता था गुजारा, अब मिला पद्मश्री