
Guru Gobind Singh Jayanti: राज नाथ सिंह ने सिखों के 10वें गुरु को किया याद (फोटो- सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: आज यानी 20 जनवरी को सिखों के 10वें गुरु गोविंद सिंह की जयंती है। गुरु गोविंद सिंह का जन्म श्री पटना साहिब में 22 दिसंबर 1666 को हुआ था। इनके पिता गुरु तेग बहादुर सिखों के 9वें गुरु थे। गुरु गोविंद सिंह की जयंती को कई राज्यों में प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है। बता दें कि गुरु गोविंद सिंह ने ही साल 1699 में बैसाखी के दिन खालसा पंथ की स्थापना की थी। उन्होंने अपना पूरा जीवन अन्याय, अधर्म, अत्याचार और दमन के खिलाफ लड़ाई लड़ते हुए गुजार दिया।
जीवन जीने के लिए बताए पांच सिद्धांत
बता दें कि वो गुरु गोविंद सिंह ही थे, जिन्होंने सिख धर्म के लोगों को धर्म रक्षा के लिए हथियार उठाने के लिए प्रेरित किया था। खालसा पंथ के संस्थापक गुरु गोविंद ने जीवन जीने के लिए पांच सिद्धांत भी बताए। इन सिद्धांतों को ‘पांच ककार’ कहा जाता है। ‘केश’, ‘कड़ा’, ‘कृपाण’, ‘कंघा’ और ‘कच्छा’ ये पांच ककार हैं, जिन्हें खालसा सिख धारण करते हैं। इन पांचो सिद्धांतों के बगैर खालसा वेश पूरा नहीं माना जाता है।
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दिग्गजों ने अर्पित की श्रद्धांजलि
आज उनकी जयंती पर कई दिग्गजों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस अवसर पर ट्वीट करते हुए लिखा कि सिखों के दशम गुरु एवं खालसा पंथ के संस्थापक, गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर मैं उन्हें स्मरण और नमन करता हूँ। उन्होंने देश और समाज के सामने साहस और समरसता का आदर्श प्रस्तुत किया।अन्याय के ख़िलाफ़ कभी न झुकने की उन्होंने हमें प्रेरणा दी है, जिसे हमेशा याद रखने की ज़रूरत है।
सिखों के दशम गुरु एवं खालसा पंथ के संस्थापक, गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर मैं उन्हें स्मरण और नमन करता हूँ। उन्होंने देश और समाज के सामने साहस और समरसता का आदर्श प्रस्तुत किया।अन्याय के ख़िलाफ़ कभी न झुकने की उन्होंने हमें प्रेरणा दी है, जिसे हमेशा याद रखने की ज़रूरत है।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) January 20, 2021
राष्ट्रपति कोविंद ने अर्पित की श्रद्धांजलि
वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ‘प्रकाश पर्व’ के पवित्र अवसर पर लिखा कि गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के शुभ अवसर पर मेरी विनम्र श्रद्धांजलि। उनका जीवन मानवता के साथ समानता और समावेशिता के प्रसार के लिये प्रेरक रहा है। वह सिर्फ एक आध्यात्मिक आदर्श नहीं थे बल्कि एक योद्धा थे जो सर्वोच्च बलिदान के सामने भी सिद्धांतों से खड़े रहे थे।
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My humble tributes on the auspicious occasion of Guru Gobind Singh ji's Parkash Purab. His life has been inspiring for humanity, propagating equality & inclusiveness. He was not just a spiritual ideal but a warrior who stood by principles even in the face of supreme sacrifice.
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 20, 2021
प्रधानमंत्री ने किया नमन
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मैं गुरु गोविंद सिंह जी को उनके प्रकाश पर्व के पावन अवसर पर नमन करता हूं। उनका जीवन एक न्यायपूर्ण और समावेशी समाज बनाने के लिए समर्पित था। अपने सिद्धांतों के प्रति वे सदैव अटल रहे। हम उनके साहस और बलिदान को भी याद करते हैं।
I bow to Sri Guru Gobind Singh Ji on the pious occasion of his Parkash Purab. His was a life devoted to creating a just and inclusive society. He was unwavering when it came to upholding his principles. We also recall his courage and sacrifices. pic.twitter.com/eBn7H9uYXO
— Narendra Modi (@narendramodi) January 20, 2021
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