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सचिन का ये राज: बहुत लोग नहीं जानते, आखिर क्यों फोन रिसीवर रहता था नीचे
सचिन के प्रशंसक उनसे फिर भी बात करना चाहते थे। लेकिन सचिन की लोकप्रियता का आलाम ये था कि सचिन के घर के फोन का रिसीवर वो कभी ऊपर नहीं रख सकते थे।
नई दिल्ली: क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर की लोकप्रियता से हर कोई भली भाँती परिचित है। सचिन उस समय में भी लोकप्रिय थे जब वो अपने कैरियर और उम्र दोनों में जवान ही थे। उस समय भी सचिन की लोकप्रियता उतनी ही थी। क्योंकि वो कहते हैं न कि पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं। सचिन तेंदुलकर के साथ भी ऐसा ही था। उनकी महानता की कहानी उनके कैरियर के शुरुआती दिनों में ही शुरू हो गई थी। लोग तभी से उनके टैलेंट को पहचान गए थे। ऐसे में सचिन लोकप्रिय तो थे लेकिन तब अब के जैसे उनके प्रशंसकों के पास उनसे जुड़े रहने के साधन इतने नहीं थे। क्योंकि तब न तो सोशल मीडिया थी और न ही मोबाइल। लेकिन सचिन के फैन उनसे तब भी इतनी ही बातें करना चाहते थे
हमेशा फोन का रिसीवर नीचे रखते थे सचिन
सचिन की लोकप्रियता उस समय भी उतनी ही थी जब भारत में न तो मोबाइल थे और न सोशल मीडिया। लेकिन सचिन के तब भी हजारों प्रशंसक थे जो सचिन से बात करना चाहते थे उनसे मिलना चाहते थे। लेकिन उस समय किसी से संपर्क करने के साधन सीमित थे। उस समय किसी से संपर्क के लिए या तो चिट्ठियां चलतीं थीं या लैंडलाइन टेलीफोन। लेकिन सचिन के प्रशंसक उनसे फिर भी बात करना चाहते थे। लेकिन सचिन की लोकप्रियता का आलाम ये था कि सचिन के घर के फोन का रिसीवर वो कभी ऊपर नहीं रख सकते थे।
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सचिन के उस समय के कुछ ख़ास किस्सों के बारे में खुलासा किया इंडियन कॉमेंटेटर और सचिन को काफी पहले से जानने वाले हर्षा भोगले ने। हर्षा भोगले ने एक यूट्यूब कार्यक्रम के दौरान बात करते समय बताया कि एक बार वह सचिन के घर उनसे मिलने गए थे तो उन्होंने रिसीवर नीचे रखा देखकर उनसे पूछा था यह नीचे क्यों है। तब मोबाइल का दौर नहीं आया था। सचिन ने रिसीवर ऊपर रखते हुए कहा था, 'अब देखिए क्या होता है।' और जैसे ही उन्होंने फोन का रिसीवर ऊपर रखा, उसकी घंटी बजने लगी।
हर्षा भोगले ने किया खुलासा
कार्यक्रम के दौरान प्रोग्राम के होस्ट गौरव कपूर से बातचीत के दौरान हर्षा भोगले ने बताया कि सचिन जैसे ही फोन का रिसीवर ऊपर रखते फोन घनघनाने लगता। तो, वह फोन कर सकते थे लेकिन सुन नहीं सकते थे। अब इतने लोगों को सचिन का नंबर कहां से मिलता था पर हर्षा ने कहा कि लोग टेलीफोन डायरेक्टरी से सचिन के पिता रमेश तेंदुलकर का नंबर निकालकर उस पर फोन करते। इस कार्यक्रम में बातचीत के दौरान हर्षा ने बताया कि एक खेल पत्रिका के लिए सचिन पर तब लेख लिखा था जब वह स्कूल क्रिकेट में नाम कमा रहे थे। तब अजीत ने हर्षा को सचिन की तस्वीरें भेजी थीं।
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एक तस्वीर के लिए हर्षा को 100 रुपये मिले थे और चूंकि तस्वीरें अजीत ने भेजी थीं इसलिए हर्षा ने उन्हें दो तस्वीरों के 200 रुपये का चेक दिया था। सचिन की लोकप्रियता से हर कोई वाकिफ है। सचिन आज भी इतने लोकप्रिय हैं जितने वो अपने कैरियर के चरम पर थे। सचिन को ऐसे ही नहीं गॉड ऑफ़ क्रिकेट कहा जाता है। सचिन विश्व के कुछ उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से हैं जिनके क्रिकेट के अलविदा कहने के इतने साल बाद भी सचिन की लोकप्रियता में अभी भी कोई कमी नहीं आई है।