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डॉ की सुरक्षा को लेकर सरकार प्रतिबद्ध, कोरोना में उनकी भूमिका सराहनीय

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि, कोरोना महामारी के दौरान राज्य के चिकित्सकों की भूमिका सराहनीय रही। कोरोना योद्धा के तौर पर डॉक्टरों की भूमिका प्रशंसनीय रही है।

Newstrack
Published on: 29 Nov 2020 1:36 PM GMT
डॉ की सुरक्षा को लेकर सरकार प्रतिबद्ध, कोरोना में उनकी भूमिका सराहनीय
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डॉ की सुरक्षा को लेकर सरकार प्रतिबद्ध, कोरोना में उनकी की भूमिका सराहनीय: बन्ना गुप्ता (Photo by social media)

रांची: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि, राज्य सरकार डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर वचनबद्ध है। चिकित्सकों को कोई परेशानी न हो इसे लेकर सरकार प्रयत्नशील है। झासा के कार्यक्रम में बोलते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि, स्वास्थ्य कर्मियों के चेहरे पर मुस्कान लाना सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। डॉक्टर जब खुश होंगे तो मरीज़ों को भी बेहतर इलाज मिलेगा। उन्होने कहा कि, राज्य सरकार मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को लेकर गंभीर है। किसी भी चिकित्सक के साथ कोई अनहोनी होती है तो हेमंत सोरेन की सरकार उनके साथ खड़ी रहेगी।

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चिकित्सकों की भूमिका सराहनीय

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि, कोरोना महामारी के दौरान राज्य के चिकित्सकों की भूमिका सराहनीय रही। कोरोना योद्धा के तौर पर डॉक्टरों की भूमिका प्रशंसनीय रही है। राज्य सरकार डॉक्टरों को धन्यवाद देती है। दरअसल, कोरोना काल में निजी चिकित्सकों ने हाथ खड़े कर दिए थे। प्राइवेट क्लिनिक बंद कर दिए गए थे। ऐसी स्थिति में सरकारी डॉक्टरों और सरकारी अस्पतालों ने ही स्थिति को संभाला। राज्य सरकार की चेतावनी के बाद भी प्राइवेट डॉक्टर बाहर नहीं आए और जब प्राइवेट क्लिनिक खोले गए तो कोविड के मरीजों का इलाज बहुत महंगा रखा गया।

झारखंड में डॉक्टरों की कमी

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि, राज्य में डॉक्टरों की कमी को दूर किया जा रहा है। झारखंड लोक सेवा आयोग के माध्यम से 299 चिकित्सकों की बहाली हुई है। 149 डॉक्टरों को अनुबंध पर रखे गए हैं। मीडिया कर्मियों से बात करते हुए उन्होने कहा कि, डॉक्टरों की कमी दूर होने से बेहतर स्वास्थ्य सेवा को सुनिश्चित किया जा सकेगा। राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स की स्थिति सुधारने को लेकर भी सरकार प्रयत्नशील है।

बिना मास्क के दिखे स्वास्थ्य मंत्री

झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विसेज़ एसोसिएशन यानी झासा के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री बिना मास्क के दिखे। हालांकि, उनके अगल-बगल में बैठे पदाधिकारी कोविड-19 के नियमों का पालन करते दिखे। ऐसे समय में जब जानकार कोरोना संकट बढ़ने के संकेत दे रहे हैं वैसे समय में मंत्री का बिना मास्क के कार्यक्रम में शामिल होना ग़ैर ज़िम्मेदारी का परिचायक है।

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कोरोना को लेकर सरकार सशंकित

झारखंड में कोरोना वायरस के मामले भले ही नियंत्रण में हों लेकिन सरकार सशंकित है। त्योहार के दौरान बड़ी संख्या में लोग घरों से बाहर निकले और एक दूसरे के संपर्क में आए हैं। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि, इससे कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा एकबार फिर बढ़ गया है। जानकार भी संक्रमण को लेकर चिंता जता रहे हैं। ऐसे में सरकार कोविड 19 के जांच का दायरा बढ़ाने में लगी है। बड़े पैमाने पर कोरोना की जांच की जा रही है। दुकानदारों द्वारा नियमों के उल्लंघन पर 5 से लेकर 25 हज़ार रुपए तक जुर्माना लगाने की तैयारी की जा रही है। वहीं सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर भी जुर्माना लगाने पर विचार चल रहा है।

रिपोर्ट- शाहनवाज़

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