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कोरोना संकट: टेस्ट किट पर चीन ने दिया धोखा! सरकार ने की ये कड़ी कार्रवाई

कोरोना वायरस के टेस्ट में इस्तेमाल होने वाली पिड टेस्ट किट के खराब होने की सूचना देश के कई राज्यों से आ रही है। मिली जानकारी के मुताबिक यह इस टेस्ट किट से गलत रिपोर्ट आ रही जिसकी वजह से डॉक्टरों को और भी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

Dharmendra kumar
Published on: 24 April 2020 4:23 PM GMT
कोरोना संकट: टेस्ट किट पर चीन ने दिया धोखा! सरकार ने की ये कड़ी कार्रवाई
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नई दिल्ली: कोरोना वायरस के टेस्ट में इस्तेमाल होने वाली पिड टेस्ट किट के खराब होने की सूचना देश के कई राज्यों से आ रही है। मिली जानकारी के मुताबिक यह इस टेस्ट किट से गलत रिपोर्ट आ रही जिसकी वजह से डॉक्टरों को और भी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अब इस मामले पर केंद्र सरकार ने कड़ी कार्रवाई की है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने बताया कि इन टेस्ट किटों को जिन देशों से मगाया है उन देशों को लौटा दिया जाएगा।

बता दें कि चीन ने भारत ही नहीं दुनिया के कई देशों को खराब टेस्ट भेजे हैं। दुनिया के कई देशों ने चीन के सामानों के खराब गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए हैं। चीन ने तो अपने सदाबहार दोस्त पाकिस्तान को भी धोखा दिया है। उसने पाकिस्तान को महिलाओं के अंडरवियर से बने मास्क भेजे थे।

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भारत ने भी चीन से टेस्ट किट मंगाए हैं जो कोरोना संक्रमण की जांच करने में भारतीय मानदंडों पर खरी नहीं पाई गई हैं। जिसके चलते से इन्हें भारत चीन को लौटाएगा। उन्होंने बताया कि इनके लिए अभी तक भुगतान नहीं किया गया है। इन किट के नतीजों को लेकर कई राज्यों ने शिकायतें की थी। स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की। इस बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि सभी दोषपूर्ण एंटीबॉडी परीक्षण किट को वापस कर दिया जाएगा। बेशक उन्हें किसी भी देश से क्यों न खरीदा गया हो, जिसमें चीन भी शामिल है। केंद्रीय मंत्रियों ने बताया कि इनके लिए हमने अभी तक एक भी रुपये का भुगतान नहीं किया है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने राज्य स्वास्थ्य मंत्रियों से बातचीत की। उन्होंने कहा, 'जब भी जरुरत होगी हम आपकी मदद के लिए अपने वरिष्ठ अधिकारियों को भेज देंगे। उन्हें निगरानी करने के लिए नहीं भेजा जाएगा। वे आपका हाथ थामने और सहयोग के लिए हैं। ताकि हमें आगे आपकी मदद के लिए फीडबैक मिल सके।

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कोरोना से पूरी दुनिया जंग लड़ रही है। इस जानलेवा वायरस से निपटने के लिए भारत ने भी चीन से रैपिड टेस्ट किट मंगवाए थे, लेकिन उस किट के गुणवत्ता पर बड़े सवाल खड़े हए थे। मामला यहां तक पहुंच गया कि राजस्थान ने तो रैपिड किट से जांच को रोक दी। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने भी अगले दो दिनों तक देश के सभी राज्यों को इस किट से जांच रोकने का निर्देश दिया था। इसके बाद सभी प्रदेशों ने दो दिनों तक जांच रोक दी है।

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क्या है रैपिड टेस्ट

आई हम आपको बताते हैं कि रैपिड एंटी-बॉडी टेस्ट क्या है। कोरोना वायरस की जांच के लिए अभी देश में दो मुख्य टेस्ट हो रहे हैं। एक रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलिमरेस चेन रिएक्शन (RT-PCR) टेस्ट और दूसरा रैपिड एंटी-बॉडी टेस्ट है। आरटी-पीसीआर टेस्ट के नतीजे देरी से आते हैं, तो वहीं रैपिड एंटी-बॉडी टेस्ट के नतीजें जल्दी आते हैं। चंद मिनटों में या घंटे भर में ही। एंटी-बॉडी टेस्ट में ब्लड का इस्तेमाल किया जाता है ताकि वायरस के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया का पता लगाया जा सके। इस टेस्ट में ये जांच की जाती है कि कोरोना वायरस संक्रमण के प्रति शरीर के एंटी-बॉडीज के रिस्पॉन्स कर रहे हैं या नहीं। अगर एंटीबॉडीज का रिस्पॉन्स नजर आता है तो माना जाता है कि वायरस का संक्रमण हो चुका है।

Dharmendra kumar

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