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Himachal Rain Alert: हिमाचल में तबाही से मची चीख-पुकार, 52 से ज्यादा लोगों की मौत, चेतावनी जारी

Himachal Pradesh Disaster: राज्य से लैंडस्लाइन और बादल फटने की घटनाओं को लेकर आने वाले फोटो और वीडियो काफी खौफनाक हैं और इंटरनेट पर जमकर वायरल हो रहे हैं।

Krishna Chaudhary
Published on: 15 Aug 2023 4:33 AM GMT (Updated on: 15 Aug 2023 4:38 AM GMT)
Himachal Rain Alert: हिमाचल में तबाही से मची चीख-पुकार, 52 से ज्यादा लोगों की मौत, चेतावनी जारी
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Himachal Pradesh Disaster (photo: social media )

Himachal Pradesh Disaster: पर्यटकों का पसंदीदा गंतव्य स्थान हिमाचल प्रदेश कुदरत के जबरदस्त कहर को झेल रहा है। इस बार बरसात ने प्रदेश में ऐसी तबाही मचाई है, जिसकी कल्पना करना मुश्किल है। मानसून के आगमन के साथ ही पूरा राज्य भारी बारिश की चपेट में है। राज्य से लैंडस्लाइन और बादल फटने की घटनाओं को लेकर आने वाले फोटो और वीडियो काफी खौफनाक हैं और इंटरनेट पर जमकर वायरल हो रहे हैं।

मानसून के पहले दौर में हुए नुकसान से प्रदेश उबरा भी नहीं था कि अब नए सिरे से बारिश का दौर शुरू हो गया है। पिछले दो दिनों से जारी मूसलाधार बारिश ने पूरा राज्य को बुरी तरह से प्रभावित किया है। वर्षाजनित हादसों में बड़ी संख्या में लोग हताहत हो रहे हैं। हिमाचल में जनजीवन एक तरह से बेपटरी हो चुकी है। अत्यधिक बारिश के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन को चलाने में भी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

50 से अधिक लोग गंवा चुके अपनी जान

पहाड़ी राज्य हिमाचल में पिछले 24 घंटे में लैंडस्लाइड, बादल फटने और बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में बड़े पैमाने पर जानमाल को नुकसान पहुंचा है। राज्य सरकार द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, अब तक इन हादसों में 52 लोगों की जानें जा चुकी हैं। मृतकों के आंकड़े में इजाफा होने की पूरी संभावना है क्योंकि प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू ऑपरेशन का काम अभी भी पूरा नहीं हुआ है।

स्वतंत्रता दिवस पर नहीं हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रम

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण मची तबाही से लोग सकते में हैं। बड़े पैमाने पर हुए नुकसान को देखते हुए राज्य सरकार ने इस बार स्वतंत्रता दिवस पर किसी प्रकार का सांस्कृतिक कार्यक्रम न करने का निर्णय लिया है। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खु ने आज केवल ध्वजारोहण कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

गृह मंत्री शाह ने जताया दुख, सीएम हुए भावुक

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश में वर्षा जनित हादसों में जान गंवाने और जख्मी होने वालों के प्रति दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखे पोस्ट में कहा, हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर भारी वर्षा और भूस्खलन से हुई जनहानि अत्यंत दुःखद है। NDRF की टीमें स्थानीय प्रशासन के साथ राहत व बचाव कार्यों में लगी हैं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ। ईश्वर उन्हें यह दु:ख सहने की शक्ति दें। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।

हिमाचल में भारी बारिश के कारण मची तबाही से राजधानी शिमला भी अछूती नहीं है। शिमला के आसपास के इलाकों में भी बड़े पैमाने पर तबाही मची है। इसके अलावा सोलन जिले में बादल फटने से एक ही परिवार के सात लोग पानी में बह गए। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने इन सभी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। पीड़ित लोगों से मिलने के दौरान उनकी पीड़ा को देख वे खुद की भावनाओं पर काबू पा न सके।

हिमाचल में क्यों हो रही ज्यादा तबाही

इस साल गर्मियों की शुरूआत यानी अप्रैल से ही हिमाचल प्रदेश में बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। जो मानसून के दस्तक देने के साथ ही तेज हो गया। विशेषज्ञों के मुताबिक, अत्यधिक बारिश के कारण जमीन में नमी अधिक हो गई है। उनका कहना है कि शिमला और सोलन के पहाड़ों में चिकनी मिट्टी ज्यादा है, जो ज्यादा बारिश होने के कारण फूल जाती है। यही तबाही का कारण बन रही है।

हिमाचल में मची इस तबाही की एक और वजह विशेषज्ञ पहाड़ों के वर्टिकल कटिंग को भी मान रहे हैं। उनका कहना है कि सड़कों के निर्माण के लिए पहाड़ों को जिस तरह से काटा जा रहा है, उससे भी हालात जटिल हो रहे हैं। पहाड़ों पर बेतरतीब निर्माण को लेकर पर्यावरणविद् और जियोलॉजिस्ट पहले भी चिंता जा चुके हैं और इसके गंभीर परिणाम होने की चेतावनी दे चुके हैं।

Krishna Chaudhary

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