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लालू दरबार में क्यों पसरा है सन्नाटा, कहां गए टिकट के दावेदार?

विपक्षी पार्टी भाजपा ने आरोप लगाया था कि, लालू से बिना जेल प्रशासन की अनुमित के लोग मिल रहे हैं। अब सवाल ये है कि, आखिर लालू के बंगले के बाहर सन्नाटा क्यों पसरा है।

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Published on: 6 Oct 2020 3:36 PM IST
लालू दरबार में क्यों पसरा है सन्नाटा, कहां गए टिकट के दावेदार?
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लालू दरबार में क्यों पसरा है सन्नाटा, कहां गए टिकट के दावेदार? (social media)

रांची: रांची स्थित रिम्स निदेशक का बंगला जिसे केली बंगला के नाम से भी जाना जाता है। कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए लालू प्रसाद को रिम्स के पेइंग वार्ड से केली बंगला में ही शिफ्ट किया गया है। बिहार चुनाव की सुगबुगाहट के साथ ही केली बंगले में लालू से मिलने वालों की तादाद अचानक बढ़ गई थी लेकिन इन दिनों वहां सन्नाटा पसरा है। टिकट के दावेदार हों या फिर राजनीति के माहिर खिलाड़ी सभी लालू से मिलने केली बंगला पहुंच रहे थे। हालत ये हो गई थी कि, रांची ज़िला प्रशासन को तीन मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति करनी पड़ी।

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दरअसल, विपक्षी पार्टी भाजपा ने आरोप लगाया था कि, लालू से बिना जेल प्रशासन की अनुमित के लोग मिल रहे हैं। अब सवाल ये है कि, आखिर लालू के बंगले के बाहर सन्नाटा क्यों पसरा है। क्या लालू के चाहने वाले कम हो गए हैं या फिर लालू का राजनीतिक रुतबा कम हो गया है। या फिर लालू प्रसाद ने ही अपने लोगों से रांची आने को मना किया है। कारण जो भी हो लेकिन एक बात तो साफ है कि, केली बंगला इन दिनों राजद नेताओं की भीड़ नहीं होने से सुकून महसूस कर रहा है।

केली बंगला नहीं क्षेत्र में जाकर काम करें राजद नेता

बिहार चुनाव की घोषणा के साथ ही लालू से मिलने वालों की तादाद अचानक बढ़ गई। इस बात को लेकर झारखंड में राजनीति भी शुरू हो गई। इसकी खबर लालू प्रसाद को भी थी। दूसरी बात ये कि, खुद लालू प्रसाद ने राजद नेताओं से रांची के बजाय क्षेत्र में जाकर काम करने को कहा है। झारखंड में राजद के युवा प्रदेश अध्यक्ष रंजन यादव कहते हैं कि, राजद सुप्रीमो ने खुद पार्टी कार्यकर्ताओं से क्षेत्र में जाकर मतदाताओं के बीच काम करने का निर्देश दिया है। टिकट को लेकर भी पटना में ही निर्णय होना है। ऐसे में केली बंगला के बाहर भीड़ लगाने का कोई मतलब नहीं रह जाता है। लालू प्रसाद के निर्देश का असर भी हुआ है।

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लालू प्रसाद यादव से राजद नेताओं को उम्मीदें

भले ही केली बंगला के बाहर सन्नाटा हो लेकिन एक्का-दुक्का राजद नेता अब भी पहुंच रहे हैं। भागलपुर के नाथनगर से पहुंचे निसार अहमद कहते हैं कि, सिर्फ टिकट की चाहत में केली बंगला के बाहर भीड़ नहीं है बल्कि लालू प्रसाद ग़रीबों के मसीहा हैं। उनका स्वास्थ्य भी ठीक नहीं है। लिहाज़ा, बिहार से पार्टी नेता और कार्यकर्ता रांची आकर लालू से मिलना चाहते हैं। पिछले 04 वर्षों से बीमार निसार अहमद कहते हैं कि, सिर्फ लालू प्रसाद के एक दर्शन मात्र के लिए वे लोग रांची पहुंचे हैं। निसार अहमद के साथ पहुंचे हिलाल अहमद कहते हैं कि, बिना लालू प्रसाद के आशीर्वाद के राजनीति में आगे नहीं बढ़ा जा सकता। लिहाज़ा, वे लोग भागलपुर से चलकर राजधानी रांची पहुंचे हैं।

सुरक्षाकर्मियों ने भी ली राहत की सांस

लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा में तीन मजिस्ट्रेट के साथ ही बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। लालू से मिलने वालों की भीड़ को नियंत्रण करने में पुलिस के जवानों के भी पसीने छूट जाते थे। हालत ये हो गई थी कि, पुलिस और मीडियाकर्मियों के कैमरे से बचने के लिए रात के अंधेरे में मुलाकाती पहुंच रहे थे। ऐसे में सुरक्षा में तैनात जवानों के लिए भी मुश्किल खड़ी हो गई थी। बिना इजाज़त लालू से मिलने की ख़बर तेज़ी के साथ फैलती थी जिसका ख़ामियाज़ा सुरक्षा में तैनात जवानों को भुगतना पड़ता था।

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लालू के ऐसे-ऐसे प्रशंसक पहुंचते थे जो राजद अध्यक्ष से नहीं मिल पाने की स्थिति में अपना ग़ुस्सा पुलिस के जवानों पर उतारते थे। दूसरी तरफ विपक्ष को भी बैठे-बिठाए मुद्दा मिल जाता था। हालांकि, अब सुरक्षाकर्मियों ने भी राहत की सांस ली है। केली बंगला के बाहर सन्नाटा होने से पुलिस के जवान भी सुकून में हैं।

शाहनवाज़

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