×

21 ठिकानों पर आयकर का छापा, 1000 करोड़ का हवाला कारोबार, घेरे में चीनी नागरिक

आयकर विभाग ने दिल्ली-एनसीआर में चीनी नागरिकों और उनके भारतीय सहयोगियों के खिलाफ कई स्थानों पर ताबड़तोड़ छापे मारे। ये कार्रवाई 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा के हवाला ट्रांजेक्शन के मामले में की गई है।

Newstrack
Published on: 12 Aug 2020 9:29 AM IST
21 ठिकानों पर आयकर का छापा, 1000 करोड़ का हवाला कारोबार, घेरे में चीनी नागरिक
X
रुपयों की फ़ाइल फोटो

नई दिल्ली: आयकर विभाग ने दिल्ली-एनसीआर में चीनी नागरिकों और उनके भारतीय सहयोगियों के खिलाफ कई स्थानों पर ताबड़तोड़ छापे मारे। ये कार्रवाई 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा के हवाला ट्रांजेक्शन के मामले में की गई है। जिसकी जानकारी आयकर विभाग को खुफिया सूत्रों से मिली थी।

अभी तक सामने आ रही शुरूआती जानकारी के अनुसार शेल कंपनियों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग का धंधा हो रहा था। इस रैकेट में कई चीनी नागरिक, उनके भारतीय सहयोगी और बैंक कर्मचारी शामिल थे।

आयकर भवन की फ़ाइल फोटो आयकर भवन की फ़ाइल फोटो

ये भी पढ़ें: UP में अब हारेगा कोरोना: दुकानदारों समेत इन सभी की होगी जांच, मिला निर्देश

देश भर में 21 ठिकानों पर मारे गये छापे

आयकर विभाग ने दिल्ली, गाजियाबाद और गुरुग्राम के 21 ठिकानों पर छापेमारी की है। हालांकि सीबीडीटी ने कंपनियों का नाम अभी सार्वजनिक नहीं किया है।

सीबीडीटी ने कहा कि छापेमारी में हवाला लेनदेन और मनी लॉन्ड्रिंग के दस्तावेज बरामद किए गए हैं।यह जानकारी मंगलवार शाम सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (सीबीडीटी) ने दी।

ये भी पढ़ें: सुशांत केस: रिया चक्रवर्ती से ED की पूछताछ, इन सवालों के देने होंगे जवाब

इन्टरनेट के माध्यम से पैसे की लेनदेन करते हुए युवक की प्रतीकात्मक फोटो इन्टरनेट के माध्यम से पैसे की लेनदेन करते हुए युवक की प्रतीकात्मक फोटो

आयकर विभाग को चीनी नागरिक के करोड़ों रुपए के लेनदेन के बारे में जानकारी

आयकर विभाग की जांच में पता चला है कि चीनी नागरिकों के आदेश पर फर्जी कंपनियों के 40 से अधिक बैंक अकाउंट्स में 1000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जमा कराई गई थी।

दरअसल, शुरुआती जांच में 300 करोड़ रुपये के हवाला कारोबार का पता चला। लेकिन यह आंकड़ा 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा का है। यानी इस जांच में आगे कई बड़े खुलासे होने हैं।

सीबीडीटी ने कहा है कि चाइनीज कंपनियों की सब्सिडियरी कंपनियों और संबंधित लोगों ने शेल कंपनियों से भारत में फर्जी बिजनस करने के नाम पर करीब 100 करोड़ का अडवांस लिया है। मनी लांड्रिंग में हांगकांग और यूएस डॉलर का उपयोग हुआ था।

ये भी पढ़ें: Whatsapp में आ रहे ये गजब के फीचर्स, इनके बारे में यहां जानिए सबकुछ



Newstrack

Newstrack

Next Story