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Independence Day 2023: भारत के वीर सपूतों के संघर्ष ने दिलाई भारत को आज़ादी, जानिए स्वतंत्रता दिवस का स्वर्णिम इतिहास
Independence Day 15 August 2023: भारतीय स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाता है। इस वर्ष भारत अपना 77वॉ स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इसका मकसद भारत की आज़ादी को याद करना और उसका समर्थन करना है।
Independence Day 15 August 2023: भारतीय स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाता है। इस वर्ष भारत अपना 77वॉ स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इसका मकसद भारत की आज़ादी को याद करना और उसका समर्थन करना है। यह दिन1947 में ब्रिटिश शासन से मुक्ति प्राप्त करने के बाद मनाया जाता है और यह भारतीय गणराज्य की स्थापना का सिर्फ एक दिन बाद होता है।
भारत ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से आजादी के 76 साल पूरे करेगा - जो देश के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। स्वतंत्रता दिवस पूरे देश और दुनिया भर में भारतीयों द्वारा धूमधाम से मनाया जाता है। यह उन संघर्षों की याद दिलाता है जिन्होंने लगभग दो शताब्दियों के बाद हमें ब्रिटिश राज से मुक्ति दिलाई, नेताओं द्वारा किए गए बलिदान, स्वतंत्रता सेनानियों जिन्होंने स्वतंत्रता हासिल करने के लिए अपना जीवन लगा दिया, और भी बहुत कुछ।
भारत की आज़ादी का इतिहास
भारत की आज़ादी का इतिहास बहुत महत्वपूर्ण है। ब्रिटिश शासन के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम 1857 से शुरू हुआ था, जिसमें भारतीयों ने अपने देश कीस्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया। इसके बाद, गांधी जी के नेतृत्व में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम अधिक अक्षम और असहमति के साथ आगे बढ़ा, जिसनेभारतीय समुदाय को एकजुट होने की सामर्थ्य दिखाई। अहिंसा और सत्याग्रह के सिद्धांतों के पालन में, गांधी जी ने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ संघर्ष किया, जिससे भारतीय समुदायों की भागीदारी बढ़ी औरस्वतंत्रता संग्राम मज़बूत हुआ। अंततः, ब्रिटिश साम्राज्य ने भारत से अपने आदिकाल सालों के बाद, 1947 में अस्तित्व से समर्थ होकर भारत को आज़ादकरने का निर्णय लिया। इसके परिणामस्वरूप, 15 अगस्त 1947 को भारत ने स्वतंत्रता प्राप्त की और एक नए युग की शुरुआत की।
इस दिन 200 साल पुराना ब्रिटिश शासन समाप्त हो गया। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में कई नेताओं ने प्रमुख भूमिका निभाई, जिनमें महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल, भगत सिंह, चंद्र शेखर आज़ाद, सुभाष चंद्र बोस और कई अन्य शामिल हैं।
भारत की आज़ादी का महत्त्व
भारत की आज़ादी का महत्त्व अत्यधिक है, क्योंकि यह एक ऐतिहासिक पल है जिसने भारतीय समुदाय को उनकी स्वतंत्रता और स्वाधीनता कीप्राप्ति दिलाई। यह न केवल राजनीतिक मुकाबले का परिणाम था, बल्कि एक आदर्श और सामाजिक परिवर्तन की भी प्रारंभिक घटना थी। आज़ादी की प्राप्ति ने भारत के लोगों को स्वतंत्रता का अहसास कराया और उन्हें अपने भविष्य के निर्माण में सकारात्मक योगदान करने कीप्रेरणा दी। इससे उनका स्वाभिमान बढ़ा और एक नए भारत की नींव रखने का और उसे समृद्ध, सामाजिक और विकसित बनाने का संकल्पमजबूत हुआ।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम ने आत्म-संघर्ष की महत्वपूर्णता को साबित किया और गांधी जी के अहिंसा और सत्याग्रह के सिद्धांत ने विश्व को एकनए प्रकार की स्वतंत्रता संग्राम की मिसाल प्रदान की। इसके साथ ही, आज़ादी का दिन एक राष्ट्रीय उत्सव के रूप में मनाने से हम अपने गर्वभावना और राष्ट्रीय एकता को मजबूती देते हैं और यह हमें याद दिलाता है कि हमारी स्वतंत्रता की क़ीमत क्या है।
स्वतंत्रता दिवस 2023 की थीम
इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस की थीम "राष्ट्र प्रथम, सर्वदा प्रथम" है। स्वतंत्रता दिवस के सभी कार्यक्रम और कार्यक्रम इसी थीम पर आधारित होंगे
स्वतंत्रता दिवस 2023 समारोह
स्वतंत्रता दिवस को भारत में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है। हर साल, प्रधान मंत्री दिल्ली के लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और राष्ट्र को संबोधित करते हैं, जिसके बाद एक सैन्य परेड होती है। 15 अगस्त, 1947 को भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने दिल्ली में लाल किले के लाहौरी गेट के ऊपर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया। तब से हर प्रधान मंत्री ने उस परंपरा का पालन किया है। लोग स्कूल, कॉलेजों और अपने कार्यस्थलों में सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन करके, इन स्थानों को तिरंगे-आभूषणों और सजावटों से सजाकर, तिरंगे-थीम वाले कपड़े पहनकर, देशभक्ति फिल्में देखकर, भारत के इतिहास और स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित गाने सुनकर और बहुत कुछ करके स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं।
स्वतंत्रता दिवस का उद्देश्य
स्वतंत्रता दिवस का उद्देश्य भारत की आज़ादी की स्मृति को जीवंत रखना और मनाना है। यह दिन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की यादें ताजगी से याद करनेऔर उस समय की संघर्षों, त्यागों और समर्पण की महत्वपूर्णता को सुनिश्चित करने का एक माध्यम है। इसके साथ ही, यह दिन भारतीय समाज कोस्वतंत्रता, समर्पण, एकता और गर्व के महत्वपूर्ण मूल्यों को स्मरण करने का भी एक मौका होता है। यह दिन भारत सरकार के द्वारा राष्ट्रीय विजय पदक और सम्मानों की प्रदान का भी मौका होता है, जिससे समाज के विभागीय क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्रमोटकी जाती है।
किसने तय किया भारत का स्वतंत्रता दिवस का दिन
भारत के आख़री वाईसरांय लॉर्ड माउन्टबेटन ने 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता दिवस मनाने का तय किया था। पहली बार भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडितजवाहरलाल नेहरू ने लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झंडा फहराया था।