×

स्मार्टफोन के 72 फीसदी मार्केट पर चीनी कंपनियां काबिज, बेदखल करना आसान नहीं

मोबाइल के साथ ही भारत के टीवी बाजार पर भी चीनी कंपनियों का जबर्दस्त कब्जा है। भारत में टेलीविजन का मार्केट करीब 25000 करोड़ रुपए का माना जाता है।

Rahul Joy
Published on: 19 Jun 2020 5:18 AM GMT
स्मार्टफोन के 72 फीसदी मार्केट पर चीनी कंपनियां काबिज, बेदखल करना आसान नहीं
X

अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली। भारत और चीन के तल्ख होते रिश्तों के बीच देश में चीनी उत्पादों के बिजनेस को लेकर भी बड़ी बहस छिड़ गई है। चीनी उत्पादों के बहिष्कार की मुहिम तेज हो गई है मगर इसके साथ ही यह भी सच्चाई है कि इन उत्पादों को भारतीय बाजार से उखाड़ फेंकना आसान काम नहीं है। चीन की कंपनियां अपने सस्ते उत्पादों के जरिए भारत में इतनी गहरी जड़ें जमा चुकी हैं कि इन्हें बाहर करना बहुत मुश्किल काम है। स्मार्टफोन के 72 फीसदी मार्केट पर चीन की कंपनियों का कब्जा है। अचरज का एक पहलू यह भी है कि चीन से तनाव के बावजूद चीनी कंपनियों के स्मार्टफोन की बिक्री पर कोई असर नहीं पड़ा है।

चीन के खिलाफ बड़ा कदम उठाने की तैयारी, मोदी सरकार जल्द करेगी ये एलान

भारत में इसलिए छाई हैं चीनी कंपनियां

भारत में स्मार्टफोन का मार्केट साइज करीब दो लाख करोड़ रुपए का है। इसके 72 फ़ीसदी हिस्से पर चीन की कंपनियों ने कब्जा कर रखा है। भारत की विशाल जनसंख्या के कारण चीनी कंपनियों का भारतीय बाजारों में विशेष फोकस रहा है और उन्होंने यहां एक बड़ा कंजूमर बेस बना रखा है। अपने उत्पादों का प्रचार करने के लिए चीनी कंपनियां भारत के बड़े सेलिब्रिटीज का सहारा लेती रही हैं। अपने सस्ते मोबाइल फोन के जरिए चीनी कंपनियों ने भारतीय बाजार में गहरी पैठ बना ली है।

जानकारों का कहना है कि अभी इस मामले में भारत के पास कोई विकल्प नहीं नजर आता। इसका कारण यह है कि चीन के ब्रांड हर प्राइस सेगमेंट और आरएंडडी में काफी आगे हैं।

टीवी बाजार पर भी चीनी कंपनियों का कब्जा

मोबाइल के साथ ही भारत के टीवी बाजार पर भी चीनी कंपनियों का जबर्दस्त कब्जा है। भारत में टेलीविजन का मार्केट करीब 25000 करोड़ रुपए का माना जाता है। चीन की कंपनियों की स्मार्ट टीवी के बाजार में हिस्सेदारी 42 से 45 फ़ीसदी है। नॉन स्मार्ट टीवी के बाजार में चीनी कंपनियों की हिस्सेदारी करीब नौ प्रतिशत है। जानकारों का कहना है कि भारत की तुलना में चीन का स्मार्ट टीवी 20 से 45 प्रतिशत तक सस्ता है।

चीनी कंपनियों की बिक्री पर असर नहीं

लद्दाख में 20 भारतीय सैन्य कर्मियों के शहीद होने के बाद चीनी उत्पादकों के बहिष्कार की मांग सोशल मीडिया में सबसे ऊपर ट्रेंड कर रही है मगर सच्चाई यह है कि स्मार्टफोन अौर इलेक्ट्रानिक उत्पादों की बिक्री के मामले में अभी तक चीनी कंपनियों की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ा है। चीनी कंपनियों से जुड़े वरिष्ठ एग्जीक्यूटिव का मानना है कि फिलहाल बिक्री पर कोई असर नहीं दिख रहा है। उनका तो यहां तक कहना है कि कोरोना संकट काल में रियलमी, शाओमी और हेयर जैसी स्थापित कंपनियों की बिक्री और बढ़ी है।

LAC पर चीन के बुलडोजर: चुपके-चुपके कर रहे ये काम, तस्वीरों से साजिश का खुलासा

कोरोना संकटकाल में बढ़ी मांग

चीनी कंपनी से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक कोरोना संकट के कारण घरों से ही काम और पढ़ाई करने की मजबूरी सामने आ गई। ऐसे में मोबाइल फोन की मांग में और इजाफा हुआ है और कई कंपनियों को इस मांग को पूरा करने के लिए आयात बढ़ाना पड़ा। वैसे बदलते हालात के बीच चीनी कंपनियां सोशल मीडिया और बाजार दोनों पर नजदीकी नजर गड़ाए हुए हैं।

वैसे कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड एप्लाइंसेज मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (सिएमा) के अध्यक्ष कमल नंदी का मानना है कि सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर लोगों की भावनाएं दिख रही हैं और खरीदारी के व्यवहार में इसका असर जरूर दिखाई देगा। उनका मानना है कि यह अप्रत्याशित नहीं है और एक समय बाद इसका असर जरूर दिखाई देगा।

चीन की वादाखिलाफी से मामला उलझा, तल्ख माहौल में भारत का ड्रैगन को साफ संदेश

Rahul Joy

Rahul Joy

Next Story