TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

पूर्वी लद्दाख में चीन की हालत पतली, ठंड में भी मुंहतोड़ जवाब देंगे भारत के जांबाज

चीन के अड़ियल रुख को देखते हुए भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख में लंबे समय तक जमे रहने की तैयारी कर ली है। इलाके में ठंड के चरम पर पहुंचने से पहले ही...

Newstrack
Published on: 30 July 2020 10:00 PM IST
पूर्वी लद्दाख में चीन की हालत पतली, ठंड में भी मुंहतोड़ जवाब देंगे भारत के जांबाज
X

अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली: चीन के अड़ियल रुख को देखते हुए भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख में लंबे समय तक जमे रहने की तैयारी कर ली है। इलाके में ठंड के चरम पर पहुंचने से पहले ही भारतीय सेना के 35000 जांबाज सैनिकों की इलाके में तैनाती कर दी गई है। इन सैनिकों को जबर्दस्त ठंड में ऊंचाई वाले इलाकों में रहने का अनुभव है। दूसरी ओर चीन की ओर से जिन सैनिकों की तैनाती की गई है, वे ऐसे वातावरण को झेल पाने में सक्षम नहीं है। चीन की ओर से एलएसी पर तैनात किए गए सैनिकों को चीन के विभिन्न इलाकों से लाकर यहां तैनात किया गया है और वे ऊंचाई और ठंडे मौसम में रहने के अभ्यस्त नहीं है।

ये भी पढ़ें: भारत पर मंडराया आतंकी खतरा, इस तारीख के बीच हो सकता है बड़ा हमला, अलर्ट जारी

एलएसी पर चीन का अड़ियल रुख

पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन के रुख से साफ है कि वह बहुत जल्दी यहां से अपना बोरिया बिस्तर नहीं समेटने वाला है। सैन्य कमांडरों से बातचीत के दौरान वह अपने सैनिकों को पीछे हटाने का वादा करता है मगर वास्तविकता में उस पर अमल नहीं करता। चीन के अड़ियल रुख से साफ हो गया है कि वह लंबे समय तक इस इलाके में भारत को चुनौती देना चाहता है मगर इलाके में ठंड का मौसम नजदीक आने के साथ ही चीनी सैनिकों की हालत भी खराब होने लगी है।

ठंड में जवाब देने को सेना तैयार

दूसरी ओर भारत की ओर से तैनात सैनिकों को मौसम और इलाके की दिक्कतों से निपटने की पूरी ट्रेनिंग दी गई है और उन्हें मानसिक तौर पर तैयार किया गया है। सूत्रों का कहना है कि मौसम के अत्यधिक ठंडा होने पर सैनिकों को पोर्टेबल केबिन देने की तैयारी की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि भारत की ओर से तैनात किए गए सैनिक पहले ही सियाचिन, पूर्वी लद्दाख और उत्तर पूर्व में ऐसे मौसम में तैनात रह चुके हैं। ये सैनिक बेहद ठंडे मौसम में भी लंबे समय तक तैनाती के लिए मानसिक तौर पर तैयार हैं।

ये भी पढ़ें: अभी-अभी सोनिया गांधी अस्पताल में भर्ती, डॉक्टर कर रहे जांच, आई रिपोर्ट

चीनी सैनिक मौसम के अभ्यस्त नहीं

सूत्रों के मुताबिक एलओसी पर तैनात चीनी सैनिकों में अधिकांश ऐसे हैं जो दो-तीन साल की अवधि के लिए पीएलए में शामिल होते हैं। यह अवधि बीत जाने के बाद वे फिर अपनी पुरानी जिंदगी में लौट जाते हैं। ऐसे में इन सैनिकों के लिए इलाके के मौसम को बर्दाश्त कर पाना काफी कठिन माना जा रहा है।

भारतीय सेना की जोरदार तैयारी

सूत्रों का कहना है कि भारतीय सेना एलएसी पर चीनी सेना की ओर से किए गए निर्माण को बहुत ज्यादा तरजीह नहीं दे रही है। सेना से जुड़े सूत्रों का कहना है कि लद्दाख सेक्टर के बाहर उसके दो अतिरिक्त डिवीजन हैं। सूत्रों का कहना है कि चीन की ओर से जितने सैनिकों की तैनाती की गई है, भारत ने उससे ज्यादा सैनिकों की तैनाती करके चीन को मुंहतोड़ जवाब देने की पूरी तैयारी कर ली है।

ये भी पढ़ें: महिला IPS गिरफ्तार: CM ने इसलिए लिया तुरंत एक्शन, लगे गंभीर आरोप



\
Newstrack

Newstrack

Next Story