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जवान ने परिवार को किया था आखिरी कॉल, बातें जानकर आ जायेगा रोना
शहीद मनदीप सिंह की पत्नी गुरदीप कौर ने कहा कि वे चाहते थे कि उनके बच्चे बड़े होकर अफसर बनें। 23 साल पहले 1997 में मनदीप सिंह ने सेना ज्वाइन की थी। उनके परिवार में उनकी पत्नी गुरदीप कौर, दो बच्चे और मां हैं।
नई दिल्ली: चीन की धोकेबाज़ी एक फिर दुनिया के सामने है। चीन की धूर्तबाज़ी को बयान नहीं किया जा सकता है। बीते दिन सोमवार की रात को लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। जिसमें भारत के 23 जवान शहीद हो गए। शहीद हुए देश के जवानों में पटियाला के नायब सुबेदार मनदीप सिंह भी हैं।
देश की फौज चीनियों के सामने दीवार बनकर डटी है
बता दें कि शहीद नायब सुबेदार मनदीप सिंह के परिवार को जैसे ही इसकी खबर मिली, घर से लेकर आसपास के तमाम इलाकों में मातम छा गया। शहीद मनदीप सिंह की पत्नी ने बताया कि कुछ दिन पहले उनसे बात हुई थी जिसमें उन्होंने कहा था कि देश की फौज चीनियों के सामने दीवार बनकर डटी हुई है।
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अफसर बनाना चाहते थे अपने बच्चों को
शहीद मनदीप सिंह की पत्नी गुरदीप कौर ने कहा कि वे चाहते थे कि उनके बच्चे बड़े होकर अफसर बनें। 23 साल पहले 1997 में मनदीप सिंह ने सेना ज्वाइन की थी। उनके परिवार में उनकी पत्नी गुरदीप कौर, दो बच्चे और मां हैं। कई साल पहले पिताजी का निधन हो गया था। नायब सुबेदार मनदीप सिंह की 15 साल की बेटी महकप्रीत कौर और 12 साल का बेटा जोबनप्रीत सिंह इस घटना के बाद गहरे सदमे में हैं।
गलवान घाटी की मौजूदा स्थिति
अभी कुछ दिन पहले ही मनदीप सिंह छुट्टी पर घर आए थे। गुरदीप कौर ने कहा कि 10 दिन पहले उनकी बात हुई थी। मनदीप सिंह ने गलवान घाटी में मौजूदा हालात के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था कि दुश्मन देश की फौज के सामने अपनी सेना दीवार बनकर खड़ी है।
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चीन के भी करीब 40 जवान हताहत हुए
बता दें, चीन और भारत के सैनिकों के बीच 15-16 जून की रात को गलवान घाटी के पास संघर्ष हुआ था। इस घटना में भारत के 20 जवान शहीद हुए हैं। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, चीन के भी करीब 40 जवान हताहत हुए हैं जिनमें एक कमांडिंग अफसर की मौत भी शामिल है।