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चीन से टेंशन: भारत का बड़ा फैसला, रूस में होने वाले सैन्य अभ्यास पर किया ये एलान
चीन के साथ चल रहे तनाव के बीच भारत ने बड़ा फैसला लिया है। भारत ने मौजूदा परिस्थितियों के मद्देनजर रूस में होने वाले बहुपक्षीय सैन्य अभ्यास में शामिल होने से इंकार कर दिया है।
नई दिल्ली: चीन के साथ चल रहे तनाव के बीच भारत ने बड़ा फैसला लिया है। भारत ने मौजूदा परिस्थितियों के मद्देनजर रूस में होने वाले बहुपक्षीय सैन्य अभ्यास में शामिल होने से इंकार कर दिया है। इस बारे में भारत जल्दी ही भारत रूस को भी जानकारी दे देगा।
रूस में होने जा रहे कवकाज-2020 (Kavkaz-2020) सैन्य अभ्यास में पाकिस्तान और चीन समेत 15 से ज्यादा देश शामिल होंगे। इस युद्धाभ्यास में भारतीय सेना शामिल होने वाली थी, लेकिन भारत ने कोविड-19 और अन्य परिस्थितियों का हवाला देते हुए इसमें शामिल होने से इंकार कर दिया है।
रक्षा मंत्रालय ने जारी किया बयान
शनिवार को देर शाम रक्षा मंत्रालय की तरफ से इस संबंध में बयान जारी किया गया है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूस और भारत विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदार हैं। रूस के निमंत्रण पर, भारत कई अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में शामिल ले रहा है। लेकिन कोविड-19 और इसके परिणामस्वरूप अभ्यास में कठिनाइयों के कारण, भारत ने इस वर्ष के लिए Kavkaz-2020 में रक्षा दल नहीं भेजने का निर्णय किया है।
रूस में होने जा रहे सैन्य अभ्यास की प्रतीकात्मक तस्वीर( फोटो: सोशल मीडिया)
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साउथ ब्लॉक में हुई अहम बैठक
मीडिया रिपोर्ट में सेना के सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि दिल्ली में हुई शीर्ष अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें देश में कोविड-19 महामारी की स्थिति पर विचार किया गया। इसके साथ ही ऐसे वक्त में इन तरह के आयोजनों में शामिल नहीं होने पर भी चर्चा हुई। साउथ ब्लॉक में उच्च स्तरीय बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ जनरल बिपिन रावत समेत कई शीर्ष अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
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सैन्य अभ्यास में शामिल नहीं होगा भारत
बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया कि भारत उस सैन्य अभ्यास में शामिल नहीं होगा जिसमें चीन और पाकिस्तान के सैन्यकर्मी शामिल होंगे। सूत्रों के मुताबिक बैठक में कहा गया कि 4000 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा और पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ तनाव चल रहा है तो ऐसे में चीजें सामान्य तरीके से नहीं चल सकती हैं।
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