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चंद सेकेण्ड में चली जाती 1700 लोगों की जान, अगर सेना ने नहीं किया होता ऐसा काम

भारतीय सेना के जवानों ने सिक्किम में नाथुला दर्रे में फंसे 1500-1700 सैलानियों की जान बचाई है जो भारी बर्फबारी की वजह से वहां फंस गए थे। सेना द्वारा चलाए गए रेस्क्यू अभियान में इन सभी को सुरक्षित बचा लिया गया है।

Aditya Mishra
Published on: 28 Dec 2019 4:22 PM IST
चंद सेकेण्ड में चली जाती 1700 लोगों की जान, अगर सेना ने नहीं किया होता ऐसा काम
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गंगटोक: यूं तो भारतीय सेना के बहादुरी और पराक्रम के किस्से पूरी दुनिया में मशहूर हैं लेकिन यहां भारतीय सेना ने एक ऐसा काम किया है जिसकी हर जगह वाहवाही हो रही है।

दरअसल भारतीय सेना के जवानों ने सिक्किम में नाथुला दर्रे में फंसे 1500-1700 सैलानियों की जान बचाई है जो भारी बर्फबारी की वजह से वहां फंस गए थे। सेना द्वारा चलाए गए रेस्क्यू अभियान में इन सभी को सुरक्षित बचा लिया गया है।

बता दे कि पूर्वोत्तर के कई हिस्सों में इस समय भारी बर्फबारी हो रही है। भारत-चीन सीमा पर लगे नाथुला में 300 टैक्सियां फंस गई जिसमें 1500 से लेकर 1700 पर्यटक शामिल थे।

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भारी बर्फबारी में 300 वाहनों में 1,700 पर्यटक फंसे

शुक्रवार शाम गंगटोक से लगभग 300 वाहनों में यात्रा कर रहे 1,500 से 1,700 पर्यटक भारी बर्फबारी के कारण13 वीं मील और नाथूला के बीच जवाहर लाल नेहरू रोड के विभिन्न हिस्सों में फंस गए।

इन पर्यटकों में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सभी शामिल थे। आर्मी जवानों ने इन सभी को बचाया और 570 को आर्मी कैंप में ठहराया। फंसे हुए पर्यटकों को भोजन, गर्म कपड़े और दवाइयाँ उपलब्ध कराई गईं।

सेना के जवान बुलडोजर से बर्फ को साफ कर रहे हैं तांकि कनेक्टिविटी को बहाल किया जा सके। सेना द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि जब तक रास्ता साफ नहीं हो जाता है सभी पर्यटक सुरक्षित रूप से नहीं लौटते हैं तब तक ये कार्य जारी रहेगा। फंसे हुए पर्यटकों को आज यानि शनिवार को गंगटोक लाया जाएगा।

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गंगटोक में अभी भी मौसम खराब

मौसम विभाग की मानें तो गंगटोक में अभी भी मौसम खराब रहने के आसार हैं और अगले हफ्ते बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा मौसम विभाग ने कहा है कि उप-हिमालयी इलाकों जैसे- पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, असम, मेघालय, नागालैंड में घने कोहरे की संभावना बहुत अधिक है।

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Aditya Mishra

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