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संयुक्त राष्ट्र में भारत की बड़ी जीत, चीन और पाकिस्तान को लगा तगड़ा झटका
संयुक्त राष्ट्र द्वारा सलाहकार समिति में सदस्यों को नियुक्त की जाती है। सदस्यों का चयन व्यापक भौगोलिक प्रतिनिधित्व, निजी योग्यता और अनुभव के आधार पर किया जाता है। एशिया-प्रशांत राष्ट्रों के समूह से दो उम्मीदवारों को नामित किया गया है। विदिशा मैत्रा इनमें से एक हैं।
नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र(यूएन) में भारत को बड़ी कामयाबी मिली है। प्रशासनिक एवं बजट संबंधी प्रश्न (एसीएबीक्यू) पर संयुक्त राष्ट्र की सलाहकार समिति में भारतीय राजनयिक विदिशा मैत्रा को सदस्य चुना गया है। यह संयुक्त राष्ट्र महासभा का एक आनषंगिक अंग है। एशिया प्रशांत राष्ट्र समूह में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की प्रथम सचिव मैत्रा को 126 वोट मिले हैं।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा सलाहकार समिति में सदस्यों को नियुक्त की जाती है। सदस्यों का चयन व्यापक भौगोलिक प्रतिनिधित्व, निजी योग्यता और अनुभव के आधार पर किया जाता है। एशिया-प्रशांत राष्ट्रों के समूह से दो उम्मीदवारों को नामित किया गया है। विदिशा मैत्रा इनमें से एक हैं। इस समूह में इराक के अली मोहम्मद फइक अल-दबग ने 64 वोट पाएं हैं। उनका कार्यकाल तीन साल का होगा जिसकी शुरुआत एक जनवरी 2021 से होगी।
भारत की यह बड़ी जीत उस समय हुई है जब भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में दो साल के लिए अस्थायी सदस्य के तौर पर जनवरी 2021 से कार्यभार संभालने की तैयारी में है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत टीएस तिरूमूर्ति ने एक वीडियो संदेश में जीत की यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के सदस्य राष्ट्रों के भारी समर्थन से मैत्रा को संयुक्त राष्ट्र एसीएबीक्यू में चुना गया है।
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टीएस तिरूमूर्ति ने उम्मीद जताया कि मैत्रा "एसीएबीक्यू के कामकाज में एक स्वतंत्र, उद्देश्यपूर्ण और बहुत आवश्यक लैंगिक संतुलित परिप्रेक्ष्य लाएंगी। बता दें कि भारत की संयुक्त राष्ट्र में यह बड़ी जीत है। भारत की जीत से चीन और पाकिस्तान को झटका लगा है।
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भारत का शानदार रिकॉर्ड
तिरूमूर्ति ने इस अहम चुनाव में भारत का समर्थन करने और उसके उम्मीदवार में विश्वास जताने वाले सभी सदस्यों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि जब संयुक्त राष्ट्र बजट पर दबाव बढ़ रहा है, ऐसे समय में एसीएबीक्यू में भारत की सदस्यता प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में पेशेवर ऑडिटिंग अनुभव लाने का भारत का एक शानदार रिकॉर्ड है और संयुक्त राष्ट्र की संस्थाओं में उत्कृष्ट योगदान दे रहा है।
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