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चीन पर बड़ी कार्रवाईः 59 चीनी ऐप्स पर स्थायी रूप से प्रतिबंध, ये है पूरी सूची

पिछले साल जून के अंत से लेकर अब तक कुल 267 ऐप्स (विभिन्न चरणों में) के खिलाफ कार्रवाई करते हुए इन्हें प्रतिबंधित किया गया था। जून में सरकार ने मूल रूप से आईटी अधिनियम की धारा 69 ए के तहत चीनी ऐप्स के खिलाफ कार्रवाई शुरुआत की थी।

Vidushi Mishra
Published on: 26 Jan 2021 7:00 AM GMT
चीन पर बड़ी कार्रवाईः 59 चीनी ऐप्स पर स्थायी रूप से प्रतिबंध, ये है पूरी सूची
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कंपनियों से इन ऐप्स के डेटा संग्रह और डेटा प्रोसेसिंग के तरीकों के साथ-साथ डेटा सुरक्षा और गोपनीयता को लेकर सवाल किये गए थे।

रामकृष्ण वाजपेयी

नई दिल्ली: भारत सरकार ने 59 चीनी ऐप्स पर स्थायी रूप से प्रतिबंध लगा दिया है, इन ऐप्स में शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक, वीचैट, अलीबाबा का यूसी ब्राउजर और बीगो लाइव, शेयरइट, लाइकी, वीबो और शिओमी के एमआई समुदाय पर स्थायी रूप से प्रतिबंध लगाया गया है। पिछले साल जून के अंत से लेकर अब तक कुल 267 ऐप्स (विभिन्न चरणों में) के खिलाफ कार्रवाई करते हुए इन्हें प्रतिबंधित किया गया था।

जून में सरकार ने मूल रूप से आईटी अधिनियम की धारा 69 ए के तहत चीनी ऐप्स के खिलाफ कार्रवाई शुरुआत की थी, इन ऐप्स पर भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य और सार्वजनिक व्यवस्था की सुरक्षा के लिए प्रतिकूल गतिविधियों में संलग्न होने का आरोप लगाते हुए कंपनियों को नोटिस जारी किया गया था।

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सुरक्षा और गोपनीयता को लेकर सवाल

सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न सवालों के आईटी कंपनियों द्वारा दिये गए जवाब पर आईटी अधिकारियों के असंतोष व्यक्त करने पर कार्रवाई की गई है। कंपनियों से इन ऐप्स के डेटा संग्रह और डेटा प्रोसेसिंग के तरीकों के साथ-साथ डेटा सुरक्षा और गोपनीयता को लेकर सवाल किये गए थे।

China app फोटो-सोशल मीडिया

सरकार ने दोनों देशों के बीच बढ़ते तनावों (सीमा पर शामिल) के मद्देनजर भारत में चीनी ऐप्स के प्रभाव और सुरक्षा के खतरे को देखते हुए ये कदम उठाए हैं, सरकार उस समय सतर्क हो गई थी जब इन ऐप्स पर भारत विरोधी गतिविधियों में भारतीय नागरिकों और व्यवसायों के डेटा के दुरुपयोग, निगरानी के आरोप लगे थे। ।

ब्लॉक किए गए ऐप्स की कम्पनियों को आईटी मंत्रालय द्वारा नोटिस दिया गया था और उन्हें भारत में उनके संचालन, उनके ग्राहकों, उनके डेटा संग्रह और सूचना प्रसंस्करण प्रथाओं के संबंध में अन्य चीजों के साथ विवरण प्रदान करने के लिए कहा गया था।

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जासूसी या निगरानी के लिए

प्रश्नों की लंबी सूची में चीनी कंपनियों द्वारा "अनधिकृत डेटा एक्सेस" के बारे में भी जानकारी मांगी गई थी, जिसमें अनधिकृत डेटा एक्सेस के माध्यम से जासूसी या निगरानी के लिए कमजोर सुरक्षा सुविधाओं से जुड़े सवाल शामिल थे।

सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय (IT) के अधिकारी इन कंपनियों से पूछे गए तमाम सवालों के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए, जिसके बाद इनपर स्थायी बैन लगाने का फैसला किया गया।

भारत ने सबसे पहले जून में टिकटॉक समेत 59 ऐप्स पर बैन लगाया था। उसके बाद जुलाई में एक बार फिर 47 ऐप्स पर बैन लगाया था। वहीं, सितंबर में चीन पर तीसरी डिजिटल स्ट्राइक करते हुए भारत ने एक साथ 118 चीनी ऐप्स पर बैन लगाया था।

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Vidushi Mishra

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