TRENDING TAGS :
भारतीयों को तगड़ा झटका! मोदी सरकार ने किया ऐलान, अब जेब होगी ढीली
जानकारी के मुताबिक रेलवे के किराए में पांच पैसे प्रति किलोमीटर से लेकर 40 पैसे प्रति किलोमीटर तक की बढ़ोत्तरी हो सकती है। इसका मतलब होगा कि इजाफा 10 से 20 फीसदी तक हो सकती है। इसलिए इसका सीधा असर जनता पर पड़ेगा क्योंकि उन्हें रेल यात्रा के लिए ज्यादा पैसे चुकाने होंगे। इसकी घोषणा इसी हफ्ते की जा सकती है।
नई दिल्ली: जहां एक तरफ महंगाई लेकर देश में हंगामा मचा हुआ है। वहीं, अब केंद्र की मोदी सरकार एकबार फिर जोर का झटका देने की तैयारी में है। दरअसल, इस बार भारतीय रेलवे अब आपकी जेब पर डाका डालने जा रहा है। वैसे तो भारतीय रेलवे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कोई न कोई सुविधा का एलान करता रहता है। लेकिन अब रेलवे अपने यात्रियों को झटका देने जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि जल्द ही रेलवे ट्रेन यात्रा के सभी श्रेणी का किराया बढ़ाने का एलान कर सकता है।
इतना बढ़ सकता है किराया
जानकारी के मुताबिक रेलवे के किराए में पांच पैसे प्रति किलोमीटर से लेकर 40 पैसे प्रति किलोमीटर तक की बढ़ोत्तरी हो सकती है। इसका मतलब होगा कि इजाफा 10 से 20 फीसदी तक हो सकती है। इसलिए इसका सीधा असर जनता पर पड़ेगा क्योंकि उन्हें रेल यात्रा के लिए ज्यादा पैसे चुकाने होंगे। इसकी घोषणा इसी हफ्ते की जा सकती है।
ये भी पढ़ें—IMF ने बताई भारतीय अर्थव्यवस्था की सुस्ती की वजह, दी ये सलाह…
प्रधानमंत्री कार्यालय से मिली हरी झंडी
सूत्रों की मानें तो इस संदर्भ में संसदीय समितियों की सिफारिशों और परिचालन अनुपात पर बढ़ते दबाव के कारण यह कदम उठाया जा रहा है। यही नहीं प्रधानमंत्री कार्यालय से भी इसके लिए हरी झंडी भी मिल गई है। जानकारी के अनुसार रेलवे बोर्ड द्वारा नई दरों का खाका भी तैयार किया जा चुका है।
नया किराया जल्द होगा लागू
रेलवे द्वारा किराया बढ़ाए जाने के बाद उसकी आय में प्रति वर्ष चार हजार करोड़ रुपये से लेकर पांच हजार करोड़ रुपये तक का इजाफा होगा। रेलवे बोर्ड झारखंड विधानसभा के चुनाव के पूरा होने की प्रतीक्षा कर रहा था। इसलिए अब जल्द ही इसका एलान किया जा सकता है।
ये भी पढ़ें—मोदी सरकार ने किसानों के खाते में डाला दो-दो हजार रुपए, चेक करे कहीं…
पिछले कुछ सालों से नहीं बढ़ा है किराया
गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों से भारतीय रेलवे ने सीधे तौर पर यात्री किराया में बढ़ोतरी नहीं की है, जिसके चलते रेलवे घाटे में चल रहा है इसलिए परिचालन अनुपात को संतुलित रखने के लिए किराया बढ़ाया जा रहा है।