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Indian Rupee Note Currency: दो हजार से पहले भी छप चुके है भारत में बड़े नोट, जानिए कब आए ये बड़े नोट...
Indian Rupee Note Currency: सुनकर यकीन न हो जल्दी,लेकिन यह बात पूरी तरह से सही है। आइए जानते है यहां कौन कौन से बड़े नोट छप चुके है...
Indian Rupee Note Currency: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने 2000 रुपये के नोट का सर्कुलेशन शुक्रवार को वापस लेने का आदेश दे दिया है। आमतौर पर देखा जाए तो, वैसे ही पिछले लगभग 5-6 सालों से ही 2000 का नोट बाजार जब हो चुका था, सामान्य तौर पर यह नहीं दिख रहा था। यही अब 2000 के नोट का सर्कुलेशन ही सरकार ने वापस ले लिया गया है। 2000 रुपये का नोट हमारे और आपके सामने अबतक का बड़ा नोट दिखता होगा। लेकिन एक बात आपको जानकर हैरानी होगी की इसके फल भी भारत में कसी बड़े नोट छप चुके है। 2000 का नोट सबसे बड़े नोट के रूप में देखा जा रहा था... लेकिन यह कम लोग जानते होंगे की इससे पहले भी 5000 से 1 लाख तक के नाते छप चुके है...
2000 तो फिर छोटा है इससे बड़े नोट भी आ चुके है पहले,
यह सच है कि भारत में एक जमाने में 1 लाख रुपये का नोट भी छपा करता था। लेकिन इस बात पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल है क्योंकि इसे देखना तो दूर ज्यादातर लोगों ने तो इस बारे में सुना तक नहीं होगा। जानते है यहां कौन कौन से नोट आ चुके है भारत में।
स्वतंत्रता के बाद छपे थे बड़े नोट
रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया के तरफ से उपलब्ध हुए कुछ आंकड़ों के अनुसार, भारत देश में 10,000 रुपये के नोट 1938 और 1954 में छापे गए थे। हालांकि, 1946 में हुई नोटबंदी के दौरान इन बड़े नोटों (1,000 रुपये और 10,000 रुपये) पर रोक लगाकर बंद कर दिया गया था।
बाद में, इन बैंक ने 1000 रुपये, 5000 रुपये और 10000 रुपये के नोट को 1954 में दोबारा लागू करवाया था। मोरारजी देसाई की सरकार ने इन नोटों का सर्कुलेशन फिर से 1978 में वापस ले लिया गया था। उसके बाद से इन बड़े नोटों को दोबारा से शुरु नही किया गया।
सबसे बड़ा 1 लाख का नोट बैंक ऑफ इंडिपेंडेंस लाया था
आपको बता दें बोस अपने जमाने में इतने बड़े नोट को लेकर आए थे। 1 लाख रुपये का नोट नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद सरकार भारत में लेकर आई थी। इस नोट पर महात्मा गांधी नहीं, बल्कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की तस्वीर को महत्त्वता देते हुए नोट पर छापा गया था। इस नोट को आजाद हिंद बैंक ने जारी किया था। इस बैंक का गठन भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने ही किया था। यह बैंक बर्मा के रंगून में बनाया गया था,
इसी को बैंक ऑफ इंडिपेंडेंस (Bank Of Independence) भी कहा जाता था। इस बैंक को मुख्यरूप से खासकर डोनेशन कलेक्ट करने के लिए बनाया गया था जोकि भारत को ब्रिटिश राज से आजादी दिलाने के लिए इकट्ठा किया जा रहा था। 1 लाख रुपये का नोट जारी करने वाले आजाद हिंद बैंक को दुनिया के 10 देशों का समर्थन प्राप्त हुआ था।