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Facebook पर बवाल: भारत प्रमुख पर बरसाए गए सवाल, इनके देने होंगे लिखित जवाब

फेसबुक को लेकर चल रहे विवाद के बीच कंपनी के भारत प्रमुख अजीत मोहन से बुधवार को एक संसदीय समिति ने पूछताछ की। यह पूछताछ करीब दो घंटे तक चली।

Shreya
Published on: 3 Sept 2020 1:12 PM IST
Facebook पर बवाल: भारत प्रमुख पर बरसाए गए सवाल, इनके देने होंगे लिखित जवाब
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Facebook विवाद

नई दिल्ली: फेसबुक को लेकर चल रहे विवाद के बीच कंपनी के भारत प्रमुख अजीत मोहन से बुधवार को एक संसदीय समिति ने पूछताछ की। यह पूछताछ करीब दो घंटे तक चली। बीजेपी और कांग्रेस के सदस्यों ने समिति में फेसबुक पर सांठगांठ करने और राजनीतिक विचारधारा के आधार पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है, जिसका कंपनी ने खंडन किया है।

सत्तारूढ़ और विपक्षी सदस्यों ने की पूछताछ

इस सोशल मीडिया मंच के भारत प्रमुख अजीत मोहन से बुधवार को समिति के सत्तारूढ़ और विपक्षी सदस्यों ने पूछताछ की। अजीत मोहन ने कुछ सवालों का मौखिक जवाब दिया, जबकि करीब 90 सवाल उन्हें दिए गए हैं, जिनका उन्हें लिखित जवाब देना होगा।

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इसको लेकर उठाए गए सवाल

पूछताछ के दौरान बीजेपी और विपक्षी सदस्यों ने उनसे कई सवाल पूछे। बीजेपी के सदस्यों ने फेसबुक के कर्मचारियों के कथित राजनीतिक संबंधों को लेकर सवाल किए। साथ ही यह दावा किया कि कंपनी के कई वरिष्ठ अधिकारी कांग्रेस और उसके नेताओं के लिए अलग-अलग तरीकों से काम कर चुके हैं। वहीं विपक्षी सदस्यों ने घृणा भाषण वाले वीडियो और सामगी अब तक ना हटाने को लेकर सवाल किए।

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अजीत मोहन के राजनीतिक संबंधों को लेकर किए गए सवाल

विपक्षी पक्ष ने पूछा कि अभी भी घृणा फैलाने वाले भाषण के वीडियो और सामग्री ऑनलाइन उपलब्ध क्यों हैं? सोशल मीडिया से इन्हें क्यों नहीं हटाया गया है? इसके अलावा साल 2011 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की केरल इकाई और यूपीए सरकार के साथ अजीत मोहन के जुड़ाव के बारे में सवाल किए गए। जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि वह किसी राजनीतिक हैसियत से नहीं बल्कि पार्टी से पेशेवर तौर पर जुड़े थे।

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facebook

कंपनी ने आरोपों का किया खंडन

इसके अलावा बीजेपी सांसदों ने फेसबुक के लिए फेक्ट चेक करने वाले तीसरे पक्ष की कंपनियों में उन लोगों का प्रभुत्व होने का आरोप लगाया है जो वामपंथी विचारधारा का अनुसरण करते हैं या फिर कांग्रेस के लिए काम कर चुके हैं। हालांकि फेसबुक कर्मी ने इन आरोपों का खंडन किया और कहा कि कंपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करती है और उसके यहां एक तंत्र है, जिसमें नियमों का पालन और कार्रवाई की जाती है।

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बीजेपी और फेसबुक के बीच सांठगांठ

वहीं मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से लिखा गया है कि इस दौरान कांग्रेस ने बीजेपी और फेसबुक के बीच कथित सांठगांठ का मुद्दा भी उठाया। हालांकि कंपनी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया। फेसबुक के नुमाइंदे ने बीजेपी के साथ सांठगांठ के आरोप का खंडन कर दिया। उन्होंने कहा कि वे पोस्ट की रिपोर्ट करने के लिए वैश्विक मानकों का अनुसरण करते हैं।

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