TRENDING TAGS :
भारत की दमदार महिलाएं: हर क्षेत्र में लहराया परचम, दुनियाभर में इनका नाम
देश में महिलाशक्ति ने साबित कर दिया है कि वो हर काम, हर जिम्मेदारी को बहुत बढ़िया ढंग से संभाल सकती हैं। ये भारत में महिलाओं को सामान दर्जा और सामान अवसर देने की एन बेहतरीन मिसाल भी है।
नीलमणि लाल (Nilmani Lal)
नई दिल्ली। भारत में महिलाएं प्रधानमंत्री पद से लेकर राष्ट्रपति पद तक संभाल चुकी हैं। हमारे देश में महिलाशक्ति ने साबित कर दिया है कि वो हर काम, हर जिम्मेदारी को बहुत बढ़िया ढंग से संभाल सकती हैं। ये भारत में महिलाओं को सामान दर्जा और सामान अवसर देने की एन बेहतरीन मिसाल भी है। ये भी सही है कि महिलाओं को आगे बढ़ने में बहुत संघर्ष भी करना पड़ा है। और ये संघर्ष आज भी जारी है।
प्रतिभा पाटिल : प्रथम महिला राष्ट्रपति
प्रतिभा पाटिल भारत की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं। वे 2007 से 2012 तक पांच वर्ष अपने पद पर रहीं। इससे पहले वे 1985 से 1990 तक राज्यसभा सांसद और 1991 से 1996 तक लोकसभा सदस्य थीं। मूल रूप से महाराष्ट्र की रहने वाली प्रतिभा पाटिल 1962 से ही कांग्रेस से जुड़ी हुई थीं। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास से संबंधित कई काम किए।
इंदिरा गांधी : प्रथम महिला प्रधानमंत्री
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की बेटी इंदिरा गांधी देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री बनीं। लाल बहादुर शास्त्री के निधन के बाद 11 जनवरी 1966 को वह देश के सबसे शक्तिशाली पद पर आसीन हुईं थीं। 1975 में देश में आपातकाल लगाने का फैसला हो या भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान उनकी कूटनीति रही हो, लोग इंदिरा गाँधी को उनके साहसिक फैसलों की वजह से ‘आयरन लेडी’ भी कहते हैं।
ये भी पढ़ेँ- अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस: PM मोदी समेत इन दिग्गजों ने किया नारी शक्ति को सलाम
किरण बेदी : प्रथम महिला आईपीएस
किरण बेदी 1972 में भारत की पहली महिला आईपीएस बनीं। मूल रूप से पंजाब की रहने वाली किरण बेदी ने संयुक्त राष्ट्र शांति प्रबंधन विभाग में पुलिस सलाहकार के रूप में भी काम किया है। तिहाड़ जेल के प्रमुख के रूप में उन्हें कैदियों के पुनर्वास के कदमों के लिए जाना जाता है। किरण बेदी हाल तक पॉन्डिचेरी की उप राज्यपाल रहीं हैं।
कंचन चौधरी : प्रथम महिला डीजीपी
कंचन चौधरी भट्टाचार्य देश की पहली महिला पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बनीं थीं। वो 1973 बैच की भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की यूपी कैडर की अधिकारी थीं। बाद में वे उत्तराखंड चली गईं। 2004 में कंचन चौधरी भट्टाचार्य को उत्तराखंड में जब पुलिस महानिदेशक बनाया गया था। वे देश की दूसरी महिला आईपीएस भी थीं।
ये भी पढ़ेँ- Women’s Day: सोशल मीडिया पर इनके चर्चे, इन वजहों से सुर्खियों में रहीं अभिनेत्रियां
मीरा कुमार : प्रथम महिला लोकसभा अध्यक्ष
राजनयिक से नेता बनने वाली कांग्रेस का दलित चेहरा, मीरा कुमार लोकसभा की पहली महिला अध्यक्ष बनीं। वर्ष 1980 के दशक के मध्य में राजनीति में शामिल होने वाली मीरा कुमार 2009 में लोकसभा अध्यक्ष पद पर चुनी गईं और 2014 तक आसीन रहीं। मीरा कुमार कांग्रेस के दिवंगत नेता जगजीवन राम की पुत्री हैं।
बछेंद्री पाल : माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम भारतीय महिला
बछेन्द्री पाल हिमालय की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली भारतीय महिला हैं। 23 मई 1984 का दिन भारतीय इतिहास में दर्ज हो गया क्योंकि इसी दिन बछेंद्री पाल ने माउंट एवरेस्ट की चोटी को फतह किया था। यह उपलब्धि उन्होंने 29 साल की उम्र में अपने नाम की थी।
सुष्मिता सेन : प्रथम महिला मिस यूनीवर्स
सुष्मिता सेन पहली ऐसी भारतीय महिला हैं, जिन्हें मिस यूनिवर्स का खिताब मिला था। सुष्मिाता सेन ने 21 मई 1994 को इस खिताब को अपने नाम किया था। सुष्मिता सेन ने बॉलीवुड में काम किया है और कई हिट फिल्में उनके नाम हैं।
नर्गिस दत्त : अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाली प्रथम अभिनेत्री
सुनील दत्त की पत्नी और संजय दत्त की मां नरगिस दत्त हिंदी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्रियों में से एक थीं। वे अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री हैं। वे पहली अभिनेत्री थीं, जिन्हें राज्यसभा के लिए नामांकित किया गया और पद्मश्री पुरस्कार दिया गया। वे एक ऐसी अदाकारा रहीं जिन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को नई ऊंचाईं पर पहुंचाया।
ये भी पढेंःWomen’s Day: टीवी डिबेट में छाईं ये महिला प्रवक्ता, जानें कैसे पहुंची राजनीति में
लता मंगेशकर : भारतरत्न प्राप्त करने वाली प्रथम महिला गायिका
लता मंगेशकर पहली भारतीय गायिका हैं, जिन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया। 13 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत करने वाली लता मंगेशकर 75 सालों से अपनी आवाज की बदौलत लोगों की दिलों पर राज कर रही हैं। 36 भारतीय भाषाओं में गीत गाने वाली लता मंगेशकर को 2001 में भारत रत्न से नवाजा गया था। अपनी आवाज की बदौलत उनको स्वर कोकिला भी कहा जाता है।