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खल्लास होंगे आतंकी: जब ये मिसाइल करेगी अटैक तो सेकेंडों में तबाह होंगे दुश्मन

सेना की मारक क्षमता को बढ़ाने के तहत एलओसी के कई हिस्सों में इजराइल की स्पाइक टैंकरोधी मिसाइलों को तैनात करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

Shreya
Published on: 27 Nov 2019 10:28 AM IST
खल्लास होंगे आतंकी: जब ये मिसाइल करेगी अटैक तो सेकेंडों में तबाह होंगे दुश्मन
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खल्लास होंगे आतंकी: जब ये मिसाइल करेगी अटैक तो सेकेंडों में तबाह होंगे दुश्मन

श्रीनगर: सेना की मारक क्षमता को बढ़ाने के तहत नियंत्रण रेखा (एलओसी) के कई हिस्सों में इजराइल की स्पाइक टैंकरोधी मिसाइलों को तैनात करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अब घाटी में सीमा पार से प्रहार करने वाले दुश्मनों को एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलें (एटीजीएम) बंकर भेदकर मारेंगी। इन मिसाइलों की मारक क्षमता इतनी है कि, ये 4 किलोमीटर तक दुश्मन के बंकर, शेल्टर, आतंकियों के लांचिंग पैड और ट्रेनिंग कैंप को तबाह कर सकती हैं।

सूत्रों के मुताबिक, बीते दिनों राजौरी सेक्टर के पार पाकिस्तान की खुईरत्ता सेक्टर में इस टैंकरोधी मिसाइलों के प्रहार से गोलीबारी कर रहे पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। जम्मू-कश्मीर में इन मिसाइलों की तैनाती की प्रक्रिया अक्टूबर महीने में ही शुरु हो चुकी थी।

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रफेल एडवांस डिफेंस सिस्टम ने किया तैयार

स्पाइक टैंकरोधी मिसाइलों (एटीजीएम) को इजराइल की रफेल एडवांस डिफेंस सिस्टम ने तैयार किया है। कल्याणी ग्रुप ने भारत में रफेल के साथ मिलकर 70 करोड़ की लागत से एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल तैयार करने का बुनियादी ढांचा स्थापित किया है। ऐसे में 51 फीसदी निवेश के साथ कल्याण ग्रुप डिफेंस में निवेश करने वाला निजी क्षेत्र का पहला ग्रुप बन चुका है।

स्पाइक एटीजीएम का निशाना है सटीक

स्पाइक एटीजीएम जम्मू-कश्मीर और लद्दाख जैसे इलाकों के लिए एक कारगर हथियार है। स्पाइक एटीजीएम को आसानी से एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट किया जा सकता है। ऐसे में यह मैदानी इलाकों के साथ पहाड़ी इलाकों में भी सेना के लिए मददगार साबित होगा। स्पाइक एटीजीएम को अगर निशाना साधकर दागा जाता है तो ये कभी अपने निशाने से चूकती नहीं है।

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240 स्पाइक मिसाइलों की हुई खरीदारी

इंडियन आर्मी ने इजराइल से 240 स्पाइक मिसाइलों की खरीदारी की है। ये मिसाइलें 'टैंक किलर्स' नाम से भी मशहूर हैं। इन मिसाइलों की पाकिस्तान से सटे नियंत्रण रेखा पर तैनाती कर इनका इस्तेमाल बंकर-बस्टर मोड में भी किया जाएगा। बंकर-बस्टर मोड में मिसाइल बंकर को भेद कर अंदर नुकसान पहुंचाती है।

करीब एक महीने पहले भी भारतीय सेना ने घाटी में नियंत्रण रेखा के उस पार आतंकी शिविरों और लांचिंग पैड को निशाना बनाया था, जिसमें आतंकियों के साथ-साथ पाकिस्तान के कुछ सैनिक भी मारे गए थे।

अब सेना देगी करारा जवाब

जम्मू-कश्मीर में इन मिसाइलों को तैनात कर सेना ने पाकिस्तानी सेना को टक्कर दी है। बता दें कि, पाकिस्तानी सेना के पास चीन निर्मित पोर्टेबल एंटी टैंक मिसाइल ('बख्तर शेख) और अमेरिका में बनी टीओडब्ल्यू मिसाइल है, जिनका सामना करने के लिए सेना काफी समय से बेहतर एंटी टैंक मिसाइल की जरूरत महसूस कर रही थी। अब स्पाइक मिसाइलों की तैनाती के बाद सेना को दुश्मनों को करारा जवाब देने में मदद मिलेगी।

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