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प्रेगनेंट जामिया स्टूडेंट का सच, दिल्ली हिंसा भड़काने का आरोप
जामिया मिलिया इस्लामिया की पीएचडी स्कॉलर सफ़ूरा ज़रगर इन दिनों सोशल मीडिया में चर्चा बनी हुई है। वजह है उनकी प्रेग्नेंसी। दरअसल, सफ़ूरा सीसीए बवाल को लेकर तिहाड़ जेल में बंद हैं।
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उग्र प्रदर्शन में शामिल जामिया मिलिया इस्लामिया की पीएचडी स्कॉलर सफ़ूरा ज़रगर इन दिनों सोशल मीडिया में चर्चा बनी हुई है। वजह है उनकी प्रेग्नेंसी। दरअसल, सफ़ूरा सीसीए बवाल को लेकर तिहाड़ जेल में बंद हैं। उनपर हिंसा भड़काने का आरोप है। ऐसे में उनके प्रेग्नेंट होने की खबर के बाद तरह तरह के सवाल उठ रहे हैं।
क्या है मामला
फरवरी 2020 में दिल्ली हिंसा मामले में पुलिस ताबड़तोड़ गिरफ्तारी कर रही है। जेएनयू से लेकर जामिया मिलिया तक कई छात्रों का नाम हिंसा में सामने आया है, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उमर खालिद समेत मीरान हैदर और सफ़ूरा ज़रगर को गिरफ्तार कर लिया। इन सभी पर पुलिस ने एंटी टेरर एक्ट यानी UAPA लगाया है।
सफूरा की गिरफ्तारी एक बाद उन्हें बिहार के तिहाड़ जेल भेज दिया गया। सफूरा के वकील ने उनके प्रेग्नेंट जानकारी देते हुए जमानत की कोशिश की लेकिन कामयाबी नहीं मिल।
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सोशल मीडिया पर छाई सफूरा की प्रेग्नेंसी:
सफूरा की गिरफ्तारी के बाद से उनकी प्रेग्नेंसी का मामला सोशल मीडिया पर छा गया। लोग उनकी प्रेग्नेंसी को लेकर ट्रोल कर रहे हैं तो कई उन्हें बेल न मिलने पर विरोध जता रहे हैं। मामले में भाजपा और कांग्रेस नेताओं के कमेंट भी आये।
लोगों का तर्क सफूरा अविवाहित
लोग सफूरा की प्रेग्नेंसी को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं कि वह अविवाहित हैं। जेल में बंद हैं। गिरफ्तारी के बाद उनका कोरोना टेस्ट हुआ तो पता चला कि वह दो महीने की प्रेग्नेंट हैं। एक यूजर ने लिखा, ये मत कहना कई ये भगवान का तोहफा है। वहीं एक अन्य यूजर ने उनके होने वाले बच्चे को नाजायज बताया।
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ये हैं सफूरा की प्रेग्नेंसी की सच्चाई:
सोशल मीडिया पर उनके विवाहित होने, प्रेग्नेंसी और शाहीन बाग़ के साथ उनकी प्रेग्नेंसी का ताल्लुक भले ही जोड़ा जा रहा हो लेकिन ये सभी बाते निराधान हैं। सफूरा विवाहित हैं। उनकी शादी साल 2018 में हुई थी।
वहीं सफूरा जामिया कोऑर्डिनेशन कमिटी (JCC) की मेंबर हैं। उनकी कमिटी का कहना है कि जामिया के स्टूडेंट्स का शाहीन बाग में हुए प्रदर्शन से लेना-देना नहीं था। बताया गया कि वह शाहीन बाग़ जरूर गयी थीं लेकिन प्रदर्शन में शामिल होने नहीं बल्कि सिर्फ देखने के लिए।
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सफ़ूरा के खिलाफ पुलिस के पास सबूत
वहीं पुलिस का कहना है कि सफ़ूरा के खिलाफ उनके पास सबूत हैं। सफूरा की प्रेग्नेंसी पर मानवाधिकार का हवाला देकर उन्हें छोड़ने की बात कही जा रही है तो वहीं तिहाड़ जेल प्रशासन उन्हें प्रॉपर मेडिकल केयर देने का आश्वासन दे रहे हैं।
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