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सुरक्षाबलों के अभियान से आतंकियों की कमर टूटी, अब हथियारों की भी किल्लत

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों के बड़े अभियानों के कारण आतंकवादियों की कमर टूटती जा रही है। पिछले दो हफ्तों के दौरान सुरक्षाबलों ने नौ बड़े ऑपरेशन चलाकर 22 आतंकवादियों को मार गिराया है।

Roshni Khan
Published on: 9 Jun 2020 5:12 AM GMT
सुरक्षाबलों के अभियान से आतंकियों की कमर टूटी, अब हथियारों की भी किल्लत
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नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों के बड़े अभियानों के कारण आतंकवादियों की कमर टूटती जा रही है। पिछले दो हफ्तों के दौरान सुरक्षाबलों ने नौ बड़े ऑपरेशन चलाकर 22 आतंकवादियों को मार गिराया है। मारे गए इन आतंकियों में छह टॉप आतंकी कमांडर भी शामिल हैं। अब आतंकी संगठनों के पास हथियारों की किल्लत भी पैदा हो गई है और ड्रोन की मदद से इस किल्लत को दूर करने की कोशिश की जा रही है।

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ड्रोन के जरिये हथियार भेजने की कोशिश

जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह का कहना है पाकिस्तान की ओर से ड्रोन की मदद से आतंकियों को हथियार भेजने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि इसके बारे में इंटेलिजेंस इनपुट मिला है। हालांकि अभी इस बात को लेकर कोई कंफर्म रिपोर्ट नहीं मिली है मगर इनपुट मिलने के बाद इस मामले में सतर्कता बरती जा रही है।

दो हफ्ते में मारे गए 22 आतंकी

जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने कहा की सुरक्षाबलों ने पिछले दो हफ्तों के दौरान जम्मू-कश्मीर में कई बड़े ऑपरेशंस किए हैं। सुरक्षाबलों के नौ बड़े ऑपरेशन में 22 आतंकियों को मार गिराया गया है। मारे गए आतंकवादियों में रियाज नायकू समेत 6 टॉप आतंकी कमांडर शामिल है। उन्होंने कहा कि इन 22 आतंकियों में अठारह दक्षिण कश्मीर के तीन जिलों पुलवामा, शोपियां और कुलगाम में मारे गए हैं। डीजीपी ने कहा कि सुरक्षा बलों के इन बड़े ऑपरेशनों के कारण घाटी में आतंकवादियों की कमर धीरे-धीरे टूटती जा रही है।

सीमा पार से हथियार लाने की कवायद

पुलिस के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि आतंकवादी संगठनों के पास अब हथियारों की किल्लत पैदा हो गई है। हथियारों की किल्लत को दूर करने के लिए आतंकियों के हैंडलर्स ने कुपवाड़ा में केरन सेक्टर में एक बड़ा जखीरा जमा किया था। इन हथियारों को टीआरएफ के जरिए अन्य आतंकी संगठनों तक पहुंचाने की योजना थी। सुरक्षाबलों कुपवाड़ा, हंदवाड़ा और सोपोर में 22 हथियारों का जखीरा बरामद किया है। हथियारों की किल्लत से जूझ रहे आतंकी अब सीमा पार से हथियार लाने की कवायद में जुटे हुए हैं। आतंकियों की साजिश को विफल करने के लिए सुरक्षा बल सतर्क हैं।

पुलवामा जैसे हमले की साजिश

डीजीपी ने कहा कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद आईईडी ब्लास्ट के जरिए सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की साजिश रच रहा है। हाल में सुरक्षाबलों ने पुलवामा की तर्ज पर कार में आईईडी धमाके से हमले की साजिश को नाकाम कर दिया था। पुलिस को इस बारे में जानकारी मिली है कि पाकिस्तान में बैठे आकाओं की शह पर जैश एक बार फिर इस तरह के हमले की साजिश रच रहा है।

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सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ

इसके साथ ही साथ आतंकी पाकिस्तानी सीमा से घाटी में घुसपैठ करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। जम्मू के राजौरी जिले में नौशेरा सेक्टर से और अंतरराष्ट्रीय सीमा से हाल में दो आतंकी संगठनों ने घुसपैठ की है। आतंकियों की घुसपैठ को रोकने के लिए भी सतर्कता बरती जा रही है। घाटी में पिछले 6 महीने के दौरान 35 ऑपरेशन में 88 आतंकी मारे गए हैं। इसके साथ ही आतंकियों की मदद करने के मामले में 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

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