TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

खूंखार नक्सली ने किया ऐसा काम, सरकार ने दिया एक लाख रुपए का इनाम

झारखंड के विभिन्न थानों में इसके नाम पर कुल 48 मामले दर्ज हैं। बोयदा पाहन के अलावा गोन्दा पाहन, बिरसा मुंडू और बिरसा मुंडा ने भी सरेंडर किया है।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 12 Oct 2020 9:15 PM IST
खूंखार नक्सली ने किया ऐसा काम, सरकार ने दिया एक लाख रुपए का इनाम
X
कानूनी प्रक्रिया के दौरान इन लोगों को हज़ारीबाग़ स्थित ओपन जेल में परिवार के साथ रखा जाएगा। 

रांची: झारखंड की पहचान खनिज-संपदा के साथ ही नक्सली गतिविधियों को लेकर भी रही है। झारखंड के ज्यादातर ज़िले नक्सल प्रभावित हैं। हालांकि, समय के साथ नक्सली वारदात में कमी ज़रूर आई है। राज्य सरकार ने आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति भी लाई है। पुलिस का मानना है कि, झारखंड की पुनर्वास नीति पूरे देश में सबसे बेहतर है। यही वजह है कि, इससे प्रभावित होकर नक्सली सरेंडर कर रहे हैं और मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं। सोमवार को भी सीपीआई माओवादी के सब ज़ोनल कमांडर बोयदा पाहन समेत कुल चार नक्सलियों ने हथियारों के साथ आत्मसमर्पण कर दिया। इस दौरान दक्षिणी छोटानागपुर के डीआईजी अखिलेश झा के अलावा रांची के उपायुक्त छवि रंजन मौजूद रहे।

सब ज़ोनल कमांडर समेत चार नक्सलियों का आत्मसमर्पण

सीपीआई माओवादी का सब ज़ोनल कमांडर बोयदा पाहन पांच लाख रुपए का इनामी रहा है। झारखंड के विभिन्न थानों में इसके नाम पर कुल 48 मामले दर्ज हैं। बोयदा पाहन के अलावा गोन्दा पाहन, बिरसा मुंडू और बिरसा मुंडा ने भी सरेंडर किया है। सरेंडर के दौरान एक कार्रबाइन, एक पिस्टल और दो रायफल भी सुपुर्द किया गया है। आत्मसमर्पण करने वाले पूर्व नक्सलियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

jharkhand1 सोशल मीडिया से फोटो

यह पढ़ें...नेत्र चिकित्सालय: जल्द उपलब्ध आधुनिक सुविधाएं, जिलाधिकारी ने दिए ये निर्देश

नक्सली संगठनों में महिलाओं के साथ होता है दुर्व्यवहार

आत्मसमर्पण करने बाद बोयदा पाहन ने बताया कि, महिलाओं को प्रलोभन देकर उन्हे संगठन में शामिल कराया जाता है। हालांकि, उनके दस्ते में कोई महिला नहीं थी लेकिन महिलाओं का इस्तेमाल ज़रूर होता है। बोयदा पाहन की मानें तो कुख्यता नक्सली कुंदन पाहन से प्रभावित होकर उन्होने वर्ष 2009 में सीपीआई माओवादी संगठन को ज्वाइन किया था। सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति और संगठन के दुर्व्यवहार से आहत होकर उन्होने मुख्यधारा में लौटने का मन बनाया है।

सोशल मीडिया से फोटो

झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति

झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत सरेंडर करने वाले पूर्व नक्सलियों को एक-एक लाख रूपए का चेक दिया गया। साथ ही इन्हे विभिन्न विधाओं में स्किल्ड बनाने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इसके अलावा इनाम की राशि भी दी जाएगी। घर बनाने के लिए आर्थिक सहायता के साथ ही बच्चों की पढ़ाई और बीमारी में भी मदद की जाएगी। कानूनी प्रक्रिया के दौरान इन लोगों को हज़ारीबाग़ स्थित ओपन जेल में परिवार के साथ रखा जाएगा।

यह पढ़ें...शुरुआत में ही पूरे तेवर में दिखे नीतीश, लालू और राबड़ी पर बोला बड़ा हमला

naxalii सोशल मीडिया से फोटो

डीआईजी का नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने की अपील

दक्षिणी छोटानागपुर के डीआईजी अखिलेश झा ने नक्सलियों से खून-खराबा छोड़कर मुख्यधारा में लौटने की अपील की है। उन्होने कहा कि, जो नक्सली ऐसा नहीं करेंगे उनके ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई होगी। रांची उपायुक्त छवि रंजन की मानें तो सरेंडर करने वाले नक्सलियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 4 डिस्मिल ज़मीन दी जाएगी। बेटी की शादी के लिए मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ दिया जाएगा। जीवन सुरक्षा बीमा से भी इन्हे जोड़ा जाएगा।

रांची से शाहनवाज़ की रिपोर्ट।



\
Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story