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करतारपुर कॉरीडोर: अंतिम क्षणों में पाकिस्तान ने फिर बदला पैंतरा
इमरान खान ने ट्वीट कर कहा कि करतारपुर साहिब दर्शन के लिए आने वाले भारतीय श्रद्धालुओं को पासपोर्ट की जरूरत नहीं होगी, लेकिन पाकिस्तानी सेना की तरफ से अपने ही पीएम की बात को खारिज कर दिया गया।
नई दिल्ली: करतारपुर कॉरीडोर के उद्घाटन में महज कुछ ही घंटे बचे हैं लेकिन पाकिसतान अपने पैंतरे से बाज नहीं आ रहा है। और हद तो ये है कि पाक पीएम की बात को भी खुद पाकिस्तान में नहीं माना जाता है। आइए बताते हैं कैसे...
दरअसल, इमरान खान ने ऐलान किया था कि करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के मौके पर भारतीय श्रद्धालुओं से 20 डॉलर नहीं लिया जाएगा। लेकिन पाकिस्तान सेना ने साफ कर दिया कि कल यानी 9 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर आने वाले भारतीय श्रद्धालुओं से 20 डॉलर वसूला जाएगा।
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इमरान खान ने ट्वीट कर कहा कि करतारपुर साहिब दर्शन के लिए आने वाले भारतीय श्रद्धालुओं को पासपोर्ट की जरूरत नहीं होगी, लेकिन पाकिस्तानी सेना की तरफ से अपने ही पीएम की बात को खारिज कर दिया गया।
इसके साथ ही पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि उद्घाटन और गुरु नानक देव की 550वीं जयंती पर आने वाले श्रद्धालुओं से एंट्री फीस नहीं वसूला जाएगा, लेकिन पाकिस्तानी सेना ने फिर अपने ही पीएम की बात को खारिज कर दिया। सेना ने कहा कि उद्घाटन के मौके पर आने वाले श्रद्धालुओं से भी एंट्री फीस वसूली जाएगी।
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इसके अलावा पाक पीएम ने तीसरा ऐलान किया था कि करतारपुर साहिब दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन की जानकारी दस दिन पहले पाकिस्तान को देनी जरूरी नहीं होगी, लेकिन उन्हीं की सरकार के प्रवक्ता ने इमरान की बातों को खारिज कर दिया। पाक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शाह फैसल ने कहा कि हमें 10 दिन पहले जानकारी देनी होगी।
श्री श्री ने करतारपुर कॉरीडोर के उदघाटन में जाने से किया इंकार
बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान ने करतारपुर कॉरीडोर के उदघाटन के लिए भारत के कुछ लोगों को आमंत्रित किया है उन्हीं आमंत्रित किए गए लोगों में श्री श्री रविशंकर का भी नाम है, लेकिन श्री श्री ने साफतौर पर इसमे जाने से मना कर दिया है।
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भारत सरकार भारतीय श्रद्धालुओं की लिस्ट पाकिस्तान को दस दिन पहले भेजा करेगी। भारतीय श्रद्धालुओं को वैध पासपोर्ट अपने साथ रखना होगा और करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए पाकिस्तान सरकार को 20 डॉलर यानी करीब 1400 रुपये का सेवा शुल्क चुकाना होगा। इससे साफ जाहिर होता है कि पाकिस्तान में इमरान की नहीं चलती।