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मछली को बचाने में जुटी डॉक्टर की टीम, इस तरह किया ऑपरेशन और लगाए 30 टांके

चिड़ियाघर के सूत्रों के मुताबिक मछली का पेट, मांस और उसके आंतरिक अंग काफी बुरी तरह से कटे थे। जिसके बाद पशु चिकित्सक जैकब अलेक्जेंडर ने उसका तत्काल ऑपरेशन कराए जाने की सलाह दी।

suman
Published on: 1 March 2021 12:47 PM GMT
मछली को बचाने में जुटी डॉक्टर की टीम, इस तरह किया ऑपरेशन और लगाए 30 टांके
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केरल के तिरुवनंतपुरम में पहली बार एक मछली का ऑपरेशन हुआ

लखनऊ: आजतक आपने इंसान, जानवर के ऑपरेशन की खबरें देखी और सुनी होगी। पर क्या आपने कभी मछली के ऑपरेशन होने की बात सुनी है। नहीं न, तो जान लीजिए।क्योंकि हम आपको बता रहे है एक मछली के ऑपरेशन की सच घटना।

ऐसे बचाया मछली को

जी हां केरल के तिरुवनंतपुरम में पहली बार एक मछली का ऑपरेशन हुआ है। जो देश में पहला मछली का ऑपरेशन है। इससे पहले देश में अभी तक किसी भी मछली का ऑपरेशन नहीं किया गया। तिरुवनंतपुरम के चिड़ियाघर में दो मछलियों के झगड़े में एक मछली बुरी तरह घायल हो गई। जिसके बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर मछली की जान बचाई।

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लगाये गए इतने टांके

मछली की हालत काफी नाजुक थी। जिसके बाद उसका ऑपरेशन करना जरूरी था। वहीं ऑपरेशन के दौरान मछली को 30 टांके भी लगे है। बता दें कि चिड़ियाघर के मछलीघर में 600 ग्राम वजन की एक मादा बाम मछली को दो अन्य बाम मछलियों के साथ रखा गया था। जिसके बाद इस मछली पर दूसरी मछली ने हमला कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया। चिड़ियाघर के सूत्रों के मुताबिक मछली का पेट, मांस और उसके आंतरिक अंग काफी बुरी तरह से कटे थे। जिसके बाद पशु चिकित्सक जैकब अलेक्जेंडर ने उसका तत्काल ऑपरेशन कराए जाने की सलाह दी। और पशु चिकित्सकों टिट्टू अब्राहम और अमृता लक्ष्मी के यू ने उनकी इस ऑपरेशन में मदद की। जिससे उस मछली की जान बच सकी।

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कैसी होती है बाम मछली

दुनियाभर में कम से कम 28,500 मछलियों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं।जिनमें से कुछ मछलियां इतनी विशाल होती है जो इंसान तक को खा जाती है। बात करें बाम मछली की तो बाम मछली को ईल भी कहा जाता है जो बहुत ही फैटयुक्त होती है। और पानी में पाये जाने वाले सभी अवशेषों को आसानी से खा लेती है।

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रिपोर्ट अपूर्वा चंदेल

suman

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