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MP News: सागर दलित हत्याकांड मामले में खड़गे ने PM मोदी को घेरा, लगाया ढोंग करने का आरोप, मायावती भी साध चुकी हैं निशाना
MP News: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सागर जिले में एक दलित युवक की पीट-पीटकर हुई हत्या को लेकर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया है।
MP News: दो माह बाद विधानसभा चुनाव का सामना करने वाले मध्य प्रदेश का सियासी तापमान चढ़ा हुआ है। तमाम सर्वे में सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है। इस बीच समय – समय पर आदिवासी और दलित समुदाय के लोगों के उत्पीड़न से जुड़ी घटनाएं शिवराज सरकार की मुश्किलें बढ़ा रही हैं। प्रदेश में अब एक दलित युवक की निर्मम हत्या को लेकर माहौल गरमाया हुआ है। कांग्रेस और बसपा जैसी विरोधी पार्टियां बीजेपी पर हमलावर है।
रविवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सागर जिले में एक दलित युवक की पीट-पीटकर हुई हत्या को लेकर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया है। स्वयं दलित समुदाय से आने वाले खड़गे ने लंबा-चौड़ा ट्वीट कर पीएम मोदी और एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोला है। उन्होंने प्रधानमंत्री पर दलित हितैषी होने का ढोंग करने का आरोप लगाया है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने ट्वीट में लिखा, एमपी के सागर जिले में एक दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। गुंडों ने उसकी मां को भी नहीं बख्शा। सागर में संत रविदास मंदिर बनवाने का ढोंग रचने वाले प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश में लगातार होते दलित व आदिवासी उत्पीड़न एवं अन्याय पर चूँ तक नहीं करते। भाजपा शासित मध्य प्रदेश में दलितों के ख़िलाफ़ अपराधों का रेट सबसे ज़्यादा है, राष्ट्रीय औसत से भी तीन गुना है।
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इसके बाद उन्होंने सीएम शिवराज को निशाने पर लेते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री केवल कैमरे के सामने वंचितों के पैर धो कर अपना गुनाह छुपाने की कोशिश करते हैं। पर भाजपा ने मध्य प्रदेश को दलित अत्याचार का प्रयोगशाला बना रखा है। बता दें कि शिवराज सिंह चौहान ने सीधी पेशाब कांड के पीड़ित आदिवासी शख्स को सीएम हाउस बुलाकर उसका खुब आदर सत्कार किया था।
चुनाव में भाजपा की विदाई निश्चित
मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने ट्वीट में आगे कहा कि इस बार मध्य प्रदेश की जनता बीजेपी के झांसे में नहीं आने वाली है। पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा समाज के वंचित व शोषित वर्ग को तड़पाने-तरसाने का जवाब आपको कुछ महीने बाद मिल जाएगा। भाजपा की विदाई निश्चित है।
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मायावती ने भी साधा निशाना
बसपा सुप्रीमो मायावती भी सागर हत्याकांड को लेकर प्रधानमंत्री को निशाने पर ले चुकी हैं। उन्होंने कहा, सागर जिले में जहाँ अभी हाल ही में पीएम श्री नरेन्द्र मोदी जी ने संतगुरु रविदास जी का स्मारक बनाने की नींव बड़े तामझाम से रखी, वहीं उसी क्षेत्र में उनके भक्तों के साथ जुल्म-ज्यादती चरम सीमा पर है, जो भाजपा व उनकी सरकार के दोहरे चरित्र का जीता-जागता प्रमाण है।
क्या है पूरा मामला ?
24 अगस्त की रात सागर जिले के खुरई विधानसभा क्षेत्र के बरोदिया नौनागिर गांव में 18 वर्षीय दलित युवक लालू उर्फ नितिन अहिरवार की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। बेटे को बचाने आई मां को भी आरोपियों ने निर्वस्त्र कर पीटा था। दरअसल, मृतक की बहन से कुछ दिनों पहले आरोपियों ने छेड़छाड़ की थी, जिसको लेकर उनके विरूद्ध मामला दर्ज कराया गया था। आरोपी लगातार पीड़ित पक्ष पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे थे। पीड़िता की बहन के मुताबिक, आरोपी उनकी मां को कई बार धमका चुके थे।
इस मामले में पुलिस ने 9 नामजद और चार अज्ञात आरोपियों पर केस किया है। उनके विरूद्ध एससी/एसटी और अन्य धाराओं में मुकदमा कायम किया गया है। अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जिनमें मुख्य आरोपी विक्रम सिंह ठाकुर (41), आजाद ठाकुर (36), इस्लाम खान (37), सुशील कुमार सोनी (36), अनीस खान (28), फरीम खान (22), अभिषेक रैकवार (18) और अरबाज खान (19) शामिल हैं। एक अन्य अहम आरोपी कोमल सिंह ठाकुर फरार चल रहा है।
कांग्रेस का दावा आरोपी के मंत्री से संबंध
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरूण यादव ने आरोप लगाया कि हत्याकांड के फरार आरोपी कोमल सिंह ठाकुर को कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र सिंह का संरक्षण प्राप्त है। यादव ने मंत्री सिंह के द्वारा लिखे एक खत को ट्वीट करते हुए कहा कि उन्होंने दो साल पहले मंडी सचिव को पत्र लिखकर कोमल सिंह ठाकुर को को खुरई कृषि उपज मंडी में अपना प्रतिनिधि नियुक्त करवाया था।
सीधी में भाजपा विधायक केदार शुक्ला के प्रतिनिधि प्रवेश ने आदिवासी युवक पर पेशाब किया था, अब खुरई में मंत्री भूपेंद्र सिंह के प्रतिनिधि ने परिजनों के साथ मिलकर दलित युवक की पीट पीटकर हत्या कर दी, दलित - आदिवासियों पर अत्याचार बढ़ते जा रहे है, क्योंकि अपराधियों को भाजपा का संरक्षण… pic.twitter.com/wIeeqRmW0V
— Arun Subhash Yadav (@MPArunYadav) August 27, 2023
निर्णायक संख्या में हैं दलित वोटर
मध्य प्रदेश देश के उन राज्यों में है, जहां दलित और आदिवासी वोटर निर्णायक भूमिक में हैं। सूबें में बात करें दलित आबादी की तो ये कुल आबादी का करीब 17 से 18 प्रतिशत है। वहीं, दलित मतदाताओं की संख्या 64 लाख है। एमपी विधानसभा में 35 सीटें एससी के लिए आरक्षित हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में इनमें से 18 सीटें कांग्रेस और 17 सीटें बीजेपी ने जीती थीं यानी मुकाबला टक्कर था। लिहाजा इस बार बीजेपी ने कांग्रेस पर बढ़त बनाने की कोशिश शुरू कर दी है। पिछले दिनों 25 जुलाई को सागर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दलितों के विशाल सम्मेलन को संबोधित किया था। वहीं, कांग्रेस पिछले दिनों हुईं कुछ दलित उत्पीड़न की घटनाओं को मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है। हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे इसी सागर में एक रैली कर जातीय जनगणना कराने का ऐलान कर चुके हैं।