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LAC पर तैयारी पूरी: दुश्मनों की कांपेंगी हड्डियां, सेना के जाबांज बने मस्त कलंदर

लद्दाख के गिरते तापमान को देखते हुए और दुश्मन देश चीन की नापाक-ओझी हरकतों को मद्देनजर रखते हुए जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सीमा पर भारतीय सेना ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को कमजोर करने के बुलंद इरादों से साथ जवानों के रहने और उनकी जरूरतों को पूरा करते हुए आधुनिक आवास तैयार कर लिए हैं।

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Published on: 18 Nov 2020 5:19 PM IST
LAC पर तैयारी पूरी: दुश्मनों की कांपेंगी हड्डियां, सेना के जाबांज बने मस्त कलंदर
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हड्डियां कंपा देने वाली ठंड में लद्दाख के गिरते तापमान को देखते हुए और दुश्मन देश चीन की नापाक-ओझी हरकतों को मद्देनजर रखते हुए जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

नई दिल्ली। हड्डियां कंपा देने वाली ठंड में लद्दाख के गिरते तापमान को देखते हुए और दुश्मन देश चीन की नापाक-ओझी हरकतों को मद्देनजर रखते हुए जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सीमा पर भारतीय सेना ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को कमजोर करने के बुलंद इरादों से साथ जवानों के रहने और उनकी जरूरतों को पूरा करते हुए आधुनिक आवास तैयार कर लिए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय सेना की मौजूदगी वाली कुछ जगहों पर सर्दियों में तापमान माइनस 40 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। ऐसे में ज्यादा ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सर्दियों के दौरान 30 से 40 फीट तक बर्फ पड़ने की भी संभावना जताई जा रही है।

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गर्म टेंट की व्यवस्था

ऐसे में सेना द्वारा जारी किए गए एक वीडियो में भारतीय सेना की तैयारियां साफ तौर पर दिखाई पड़ रही हैं। इसमें सैनिकों के लिए बिस्तरों, अलमारियों और हीटरों की सुविधा है। साथ ही कई कमरों में सिंगल बेड हैं वहीं एक लिविंग रूम में बंक बेड की भी व्यवस्था की गई है। वहीं सूत्रों ने बताया है कि मोर्चे पर मौजूद सैनिकों की तैनाती के हिसाब से उनके लिए गर्म टेंट की व्यवस्था की गई है।

सूत्रों के मुताबिक, भारतीय सेना सर्दियों की स्थिति को देखते हुए रूस से टेंट खरीद रही है। इसके अलावा कानपुर की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से इस तरह के टेंट खरीदने के लिए संपर्क किया गया है। चीन ने पैंगोंग के पास और एलएसी पर घर्षण वाले स्थानों पर अस्थायी ढांचों का निर्माण किया है।

indian jawans फोटो-सोशल मीडिया

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शक्करपारा- सुपर फूड

ऐसे में अधिकारियों ने जानकारी दी है कि लॉकडाउन के चलते कुछ ठेकेदार जो भारतीय सेना को सैनिकों के आवास के लिए पूर्व-निर्मित संरचनाओं का निर्माण करने में मदद कर सकते थे, वे उपलब्ध नहीं थे। ऐसे में रूसी टेंट जो साइबेरिया जैसी ठंड का सामना कर सकता है, वह सबसे तेज और सबसे प्रभावी विकल्प के रूप में सामने आया है।

साथ ही लद्दाख के मौसम और रहने की परिस्थितियों को समझने वाले आईटीबीपी जवानों ने वहां लंबी तैनाती के लिए शक्करपारा पर सुपर फूड के तौर पर विश्वास किया। बता दें, शक्करपारा एक उत्तर भारतीय स्नैक है जो कि गेहूं के आटे को तलकर चाशनी में डुबोकर बनाया जाता है।

जानकारी देते हुए एक तैनात जवान ने बताया, "इसमें गेहूं होता है और चीनी आपको ऊर्जा देती है। इसे बनाना और ले जाना आसान है।" दिल्ली में सेना के मुख्यालय ने भी पुष्टि की, 'शक्करपारा' के बैच तैयार किए जा रहे हैं और उन्हें आगे की पोस्टों पर भेजा जा रहा है।

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