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अब नहीं बचेंगे देश के दुश्मन: CRPF योद्धा करेंगे खात्मा, आतंकियों की मौत निश्चित
दुश्मनों का खात्मा करने के लिए सबसे बड़ा केंद्रीय अर्धसैनिक बल(CRPF) अब खुद की टेक्नोलॉजी से परिपक्कव योद्धाओं की सबसे अद्भुत टीम तैयार करेगा। भारत के ये जाबांज टीम जो तकनीक उपकरण तैयार करेगी, उसे परास्त भी नहीं किया जा सकेगा।
नई दिल्ली: दुश्मनों के थर-थर कांपने का समय अब आ गया है। नापाक साजिश रचते हुए देश के लिए साजिश करते दुश्मनों का खात्मा करने के लिए सबसे बड़ा केंद्रीय अर्धसैनिक बल(CRPF) अब खुद की टेक्नोलॉजी से परिपक्कव योद्धाओं की सबसे अद्भुत टीम तैयार करेगा। भारत के ये जाबांज टीम जो तकनीक उपकरण तैयार करेगी, उसे परास्त भी नहीं किया जा सकेगा और वो इसी तर्ज पर रहेंगे। इसे तैयार करने के लिए रिसर्च पर बहुत ज्यादा ध्यान दिया जाएगा।
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दुश्मन का खात्मा बिल्कुल तय
भारत के तकनीक योद्धाओं को तैयार करने के लिए डीआरडीओ(DRDO) और आईआईटी(IIT) के साथ मिलकर एक बड़ी योजना पर काम शुरू किया गया है। सीआरपीएफ(CRPF) के योद्धाओं द्वारा तैयार की गई तकनीक के बाद देश के दुश्मन का खात्मा बिल्कुल तय है।
इस तकनीक से आतंकियों और नक्सलियों का आतंक पूरी तरह से खत्म किया जा सकेगा। और तो और सबसे खास बात तो ये है कि सीआरपीएफ(CRPF) के टॉप इंजीनियर योद्धाओं को डीआरडीओ की लैब में काम करने का मौका भी मिलेगा।
फोटो-सोशल मीडिया
आपको बता दें कि सीआरपीएफ में जो युवा अफसर भर्ती हो रहे हैं, उनमें से अधिकतर की क्वालिफिकेशन बीटेक और एमटेक हैं। साथ ही इस बल में सामान्य ड्यूटी के अलावा अनेक ऐसे पद हैं, जहां पर टेक्नीकल जानकारी वाला अधिकारी कहीं ज्यादा अच्छे तरीके से काम कर सकता है।
सेना के टेक्नीकल पदों में ट्रांसपोर्ट विंग, जिसके तहत माइनिंग प्रोटेक्टिेक्ड व्हीकल भी शामिल हैं। साथ ही ड्रोन तकनीक, आईआईडी को निष्क्रिय करना, जंगल वॉरफेयर में काम आने वाले उपकरण व संचार के साधन आदि तकनीक प्रमुख हैं।
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तकनीकी योद्धा तैयार करने की योजना
ऐसे में सीआरपीएफ के एक शीर्ष अधिकारी के अनुसार, इन सबके चलते अब खुद के तकनीकी योद्धा तैयार करने की योजना बनाई गई है। इसके लिए डीआरडीओ और आईआईटी के साथ अनुबंध किया गया है।
साथ ही शीर्ष अधिकारी के अनुसार, चूंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेक इन इंडिया प्रोग्राम पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं, इसलिए अब सीआरपीएफ भी इसी नीति पर चल कर तकनीकी योद्धा तैयार करेगी।
वहीं सिर्फ रिसर्च एंड डेवेलपमेंट पर ज्यादा खर्च होता है, इसलिए डीआरडीओ और आईआईटी के साथ मिलकर सीआरपीएफ काम करेगी। इन संगठनों से प्रशिक्षित विशेषज्ञ अफसर सीआरपीएफ को हर क्षेत्र में तकनीकी मदद मुहैया कराएंगे। देश के दुश्मनों का खात्मा करके दिखाएंगें।
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