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भगवान का रक्षक ये बाहुबली, बॉडी के आगे बड़े-बड़े पहलवान भी कुछ नहीं
आज हम आपको इस जगन्नाथ के अंगरक्षक के बारे में बताने जा रहे हैं। जो भी श्रद्धालु इस मंदिर में भगवान के दर्शन के लिए आता है, उसका ध्यान एक बार भगवान जगन्नाथ के अंगरक्षक पर जरुर जाता है।
लखनऊ: आपने जगन्नाथ पुरी धाम के बारे में तो सुना ही होगा। जगन्नाथ पुरी हिन्दु धर्म के चार धामों में से एक हैं। भगवान जगन्नाथ-भगवान विष्णु के पूर्ण अवतार श्रीकृष्ण का ही एक रुप हैं। भगवान जगन्नाथ का ओडिशा राज्य के पुरी शहर में एक भव्य मंदिर है। आज हम आपको इस मंदिर के अंगरक्षक के बारे में बताने जा रहे हैं। जो भी श्रद्धालु इस मंदिर में भगवान के दर्शन के लिए आता है, उसका ध्यान एक बार भगवान जगन्नाथ के अंगरक्षक पर जरुर जाता है। इस अंगरक्षक का नाम है अनिल गोचीकर।
मंदिर में अंगरक्षक के रुप में नियुक्त हैं अनिल
अनिल गोचीकर मंदिर में एक अंगरक्षक के तौर पर नियुक्त हैं। वो अपनी बाहुबली जैसी सॉलिड बॉडी और कद के लिए जाने जाते हैं। अनिल किसी एक्टर या लॉडल से कम नहीं दिखते बल्कि यूं कहा जा सकता है कि बॉलीवुड एक्टर्स उनके सामने फीके पड़ जाते हैं। अनिल के बारे में बताते चले तो वो 7 बार मिस्टर ओड़िशा रह चुक हैं, साथ ही 3 बार राष्ट्रीय चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम कर चुके हैं। इसमें इन्होंने दो बार गोल्ड (2017 और 2019) और एक बार सिल्वर (2018) खिताब जीता है।
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अनिल महाप्रभु की इस तरह करते हैं सेवा
इनका परिवार भी मंदिर का सेवक रह चुका है। अनिल के बड़े भाई मंदिर में एक सेवक हैं और इनके माता-पिता भी महाप्रभु के सेवक थे। अब अनिल भी महाप्रभु की सेवा करते हैं। अनिल प्रभु के स्नान के लिए पानी देने का कार्य (गराबड़ु सेवा), अंगरक्षक का कार्य (बड़द्वार), और मंदिर ट्रेजरी वैन का संचालन (हड़प सेवा) करते हैं।
पूर्वजों ने बचाई थी महाप्रभु की मूर्ति
अनिल बताते हैं कि उनके पूर्वजों के मुताबिक, एक बार जब मुगलों ने श्रीमंदिर पर हमला किया तो उनके पूर्वजों ने महाप्रभु की मूर्ति को पाताली किया था यानि उनकी मूर्ति को ले जाकर छिपा दिया था, ताकि उसे की नुकसान ना पहुंचे। बता दें कि महाप्रभु की मूर्ति बहुत ज्यादा वजनी है, ऐसे में इसे ले जाकर छिपाना काफी मुश्किल काम था।
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अपनी लुक के लिए सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं अनिल
बता दें कि अनिल अपनी लुक की वजह से सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं। कई श्रद्धालु भी अनिल को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट डालते रहते हैं। बता दें कि मीडिल क्लास किसान ब्राह्मण परिवार में जन्में अनिल ने एक बार मिस्टर इंडिया का खिताब भी अपने नाम किया है। इसके अलावा अनिल गोचीकर मिस्टर वर्ल्ड प्रतियोगिता में उपविजेता रहे चुके हैं।
कभी नॉनवेज को नहीं लगाया हाथ
अनिल के बड़े भाई बॉडी बिल्डर हैं, इसलिए अनिल का भी इस तरफ रुझान होना काफी साधारण बात है। उन्होंने बड़ी मेहनत की बदौलत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपना नाम बनाया है। फिलहाल वो अपने खेल के साथ-साथ श्रीधाम पूरी में भगवान जगन्नाथ की सेवा करने का काम भी करते हैं। अनिल के बारे में खास बात यह है कि खेल से जुड़ने के बाद भी उन्होंने कभी नॉनवेज को हाथ नहीं लगाया। वो अपनी पूरी जिंदगी शाकाहारी ही बने रहे।
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कैसा है अनिल का रूटीन
तो चलिए आपको अनिल की दिनचर्या के बारे में बताते हैं कि वो पूरे दिन पर में किन-किन चीजों का सेवन करते हैं। अनिल के मुताबिक, वो हर दिन सुबह 5 बजकर 30 मिनट पर उठ जाते हैं। इसके बाद नाश्ते में 150 ग्राम अंकूरित मूग और 1 नारियल खाने के बाद जिम्नेशियम जाते हैं। फिर सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर वो पनीर, मशरूम, पालक का साग, चावल, वेट प्रोटीन का सेवन करते हैं।
उसके बाद करीब साढ़े 12 बजे चावल, पनीर, सोयाबीन, दही सलाद खाते हैं। उसके बाद 3 बजे सब्जी रोटी और एक या दो केले खाते हैं और फिर वो जिम्नेशियम जाते हैं। यहां अनिल करीब 3 घंटों तक फिजिकल एक्सरसाइज करते हैं। अनिल ने बताया कि उनकी सोसाइटी के बच्चों को स्कूल की पढ़ाई के बाद अखाड़े में जाना अनिवार्य है।
भुवनेश्वर से लिया है बॉडी बिल्डिंग और रेसलिंग का प्रशिक्षण
अनिल ने भुवनेश्वर में बॉडी बिल्डिंग और रेसलिंग का प्रशिक्षण लिया है। फिर उन्होंने पहले राज्य और फिर राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता हासिल की।
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