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Maharashtra: एमवीए गठबंधन में दरार, अजित पवार का कांग्रेस पर हमला, शिंदे-फडणवीस के साथ बैठक के बाद सियासी अटकलें तेज
Maharashtra Politics:अजित पवार ने बुधवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ बैठक भी की है।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में इन दिनों बड़ी सियासी उठापटक की संभावना दिख रही है। जहां एक ओर एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने अडानी मामले, वीर सावरकर और पीएम की डिग्री से जुड़े मुद्दों पर भाजपा को राहत पहुंचाने वाले बयान दिए हैं तो वहीं दूसरी ओर विधानसभा में विपक्ष के नेता और पवार के भतीजे अजित पवार भी पीएम मोदी का गुणगान करते हुए दिख रहे हैं। ऐसे माहौल में भाजपा ने एनसीपी को साथ आने का न्योता दे डाला है। महाराष्ट्र के वरिष्ठ मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि यदि राष्ट्रवादी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) लोग राष्ट्रवाद के साथ आना चाहते हैं तो इसमें किसी को क्या समस्या हो सकती है।
अजित पवार ने बुधवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ बैठक भी की है। उन्होंने महाविकास अघाड़ी गठबंधन में पैदा हो रही दरार के लिए कांग्रेस पर निशाना भी साधा है।
ऐसे में अजित पवार के अगले सियासी कदम को लेकर महाराष्ट्र में अटकलबाजियों का दौर शुरू हो गया है। वैसे उद्धव ठाकरे के करीबी माने जाने वाले सांसद संजय राउत ने अजित पवार के भाजपा के साथ जाने की किसी भी संभावना को खारिज किया है।
शिंदे और फडणवीस के साथ पवार की बैठक
शरद पवार के बाद एनसीपी में नंबर दो माने जाने वाले अजित पवार ने हाल के दिनों में भाजपा के पक्ष में कई बयान जारी किए हैं। उन्होंने बुधवार को सह्याद्रि गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ बैठक की। इस बैठक के बारे में आधिकारिक तौर पर बताया गया कि सूखा प्रभावित किसानों के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए यह बैठक आयोजित की गई थी मगर सियासी दिग्गजों की इस बैठक का अलग सियासी मतलब निकाला जा रहा है। हालांकि इस बैठक के बारे में तीनों नेताओं ने अभी तक कोई बयान नहीं दिया है।
अजित पवार ने कांग्रेस पर साधा निशाना
अजित पवार का रुख महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। अब उन्होंने कांग्रेस पर हमला करके इन चर्चाओं को और बल प्रदान किया है। महाराष्ट्र में एनसीपी का कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के साथ गठबंधन है। अजित पवार ने महागठबंधन में बढ़ रही दरार के लिए कांग्रेस को दोषी ठहराया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता नाना पटोले की ओर से मीडिया में अनावश्यक बयान दिए जाते हैं और उनके बयान महागठबंधन में दरार पैदा करने वाले हैं। अगर उन्हें कोई समस्या है तो उन्हें मुझसे या उद्धव ठाकरे से चर्चा करनी चाहिए। मीडिया में अनावश्यक बयान देने का क्या मतलब है।
शरद पवार का रुख भी भाजपा के पक्ष में
महाराष्ट्र में एनसीपी का रुख इसलिए भी चर्चा का विषय बना हुआ है क्योंकि शरद पवार ने हाल के दिनों में विपक्ष की ओर से उठाए गए मुद्दों की हवा निकाल दी है। अडानी मामले की जेपीसी जांच की मांग को खारिज करते हुए उनका कहना था कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित कमेटी की जांच पर सवाल उठाने का कोई मतलब नहीं है।
वीर सावरकर के संबंध में राहुल गांधी के बयान के बाद भी उन्होंने कांग्रेस को नसीहत दी थी। पीएम के डिग्री मामले पर भी उन्होंने कहा था कि यह कोई राष्ट्रीय मुद्दा नहीं है। शरद पवार का यह रुख भाजपा को बड़ी राहत पहुंचाने वाला है।
ईडी की चार्जशीट में पवार का नाम नहीं
दूसरी ओर ईडी की ओर से महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाले के संबंध में दाखिल चार्जशीट में अजित पवार और उनकी पत्नी का नाम शामिल नहीं है। अजित पवार और उनकी पत्नी का नाम चार्जशीट में शामिल न होने के बाद से ही महाराष्ट्र में सियासी अटकलें तेज हो गई थीं। अजित पवार ने हाल में ईवीएम पर भरोसा जताने के साथ ही पीएम मोदी को करिश्माई नेता भी बताया था। उनका कहना था कि 2014 में पीएम मोदी के करिश्मे के कारण ही भाजपा इतनी बड़ी जीत हासिल करने में कामयाब हो पाई।
महाराष्ट्र के मंत्री ने दिया न्योता
इस बीच महाराष्ट्र सरकार के वरिष्ठ मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि अगर राष्ट्रवादी लोग राष्ट्रवाद के साथ आना चाहे तो इसमें किसी को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर वे लोग राष्ट्रवाद के साथ आना चाहते हैं तो इसका स्वागत किया जाना चाहिए। हम भी राष्ट्रवाद के साथ ही खड़े हैं।
उनकी ओर से जो बातें देश के हित में कहीं जा रही हैं, उनका सभी को स्वागत करना चाहिए। अगर एनसीपी के लोग जनतंत्र के मार्ग पर आगे बढ़ते हैं तो इसमें किसी को क्या दिक्कत हो सकती है। उन्हें आगे कदम बढ़ाने दीजिए फिर देखा जाएगा कि आगे क्या होता है।
संजय राउत ने अटकलों को किया खारिज
इस बीच उद्धव के करीबी राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि अजित पवार का भविष्य एनसीपी के साथ उज्जवल है और वे भाजपा में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने अजित पवार को एनसीपी का स्तंभ बताते हुए कहा है कि मुझे नहीं लगता कि वे भाजपा के साथ जाएंगे। उन्होंने एनसीपी नेता पर भरोसा जताते हुए कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि वे भाजपा के गुलाम नहीं बनने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि एमवीए गठबंधन को मजबूत बनाने के लिए आने वाले दिनों में अजित पवार और नाना पटोले दोनों नेताओं से चर्चा की जाएगी। उन्होंने एनसीपी मुखिया शरद पवार को अभिभावक बताते हुए कहा कि हम उनके साथ हैं और हाल में उद्धव ठाकरे ने शरद पवार के साथ महत्वपूर्ण चर्चा भी की है।