Manipur Violence: अमित शाह का 'ऑपरेशन मणिपुर' जारी, सुरक्षा बल सीक्रेट मिशन पर...जातीय समुदायों के नेताओं से भी बातचीत

Manipur Violence: मणिपुर में हालिया हिंसा के बाद केंद्रीय गृह मंत्री एक्शन मोड में हैं। शाह के साथ केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, गृह सचिव अजय भल्ला, आईबी निदेशक तपन डेका तथा अन्य कई वरिष्ठ अधिकारी मणिपुर में लगातार बैठकें कर रहे हैं।

Aman Kumar Singh
Published on: 31 May 2023 2:26 AM IST (Updated on: 31 May 2023 4:08 AM IST)
Manipur Violence: अमित शाह का ऑपरेशन मणिपुर जारी, सुरक्षा बल सीक्रेट मिशन पर...जातीय समुदायों के नेताओं से भी बातचीत
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अमित शाह मीटिंग में (Social Media)

Manipur Violence: मणिपुर हिंसा की आग में झुलस रहा है। बीते चार हफ़्तों में हिंसा की लपटों में घिरे पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) लगातार बैठकें कर रहे हैं। अमित शाह का 'ऑपरेशन मणिपुर' (Operation Manipur) का पहला चरण खत्म हो को है। इसके बाद दूसरा और तीसरा चरण शुरू होगा। अब तक ऐसा कम ही देखने को मिला है जब अमित शाह किसी राज्य में 3 से 4 दिन तक रहे हों।

मणिपुर को लेकर इंटेलिजेंस ब्यूरो (Intelligence Bureau Report) की रिपोर्ट चौंकाने वाली है। इसीलिए अमित शाह के साथ केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय (Nityanand Rai), गृह सचिव अजय भल्ला (Ajay Bhalla), आईबी निदेशक तपन डेका (IB Director Tapan Deka) सहित अन्य कई वरिष्ठ अधिकारी मणिपुर पहुंचे हैं। बता दें, असम राइफल और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के भी कई बड़े अधिकारी मणिपुर में ही हैं।

10 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान

केंद्र सरकार और मणिपुर राज्य प्रशासन रुपए का भुगतान करने पर सहमत हुए हैं। मणिपुर में जातीय अशांति और हिंसा में जान गंवाने वालों को 10 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। उपद्रव में मारे गए किसी व्यक्ति के परिवार के सदस्य को भी नौकरी दी जाएगी।

कांग्रेस नेता मिले राष्ट्रपति से

दूसरी ओर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) से मुलाकात कर मणिपुर में व्यवस्था बहाल करने में उनकी सहायता का अनुरोध किया। उन्होंने इस घटना की जांच के लिए एक उच्च-स्तरीय जांच आयोग के गठन का भी आग्रह किया, जिसकी अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान या सेवानिवृत्त न्यायाधीश करेंगे।

'सीक्रेट एक्शन' शुरू

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मणिपुर में मैदान और पहाड़ी क्षेत्रों में हिंसा करने वाले उपद्रवियों पर एक साथ कार्रवाई होगी। इस बाबत एक 'सीक्रेट एक्शन' शुरू हुआ है। जिसमें उपद्रवियों की गिरफ्तारी के अलावा उनके द्वारा लूटे गए हथियारों की बरामदगी करना सुरक्षाबलों का पहला काम होगा।

गृह मंत्री शाह लगातार कर रहे बैठकें

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 29 मई को मणिपुर पहुंचे। जिसके बाद शाह ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह (CM N. Biren Singh), मंत्रिमंडल में उनके सहयोगी, मुख्य सचिव तथा पुलिस महानिदेशक व सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह सहित राज्य के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मीटिंग की। शाह ने मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके (Manipur Governor Anusuiya Uikey) से भी मुलाकात की। 'कोऑर्डिनेटिंग कमेटी ऑन मणिपुर इंटीग्रिटी' ने अमित शाह के दौरे को एक सकारात्मक कदम बताया।

जातीय समुदायों के प्रतिनिधियों से भी चर्चा

अमित शाह मंगलवार (30 मई) को राजधानी इंफाल में महिलाओं के एक प्रतिनिधिमंडल से मिले। शाह विभिन्न जातीय समुदायों के प्रतिनिधियों से भी चर्चा करेंगे। जानकारी के अनुसार, गृह मंत्री को मानचित्र के जरिए मणिपुर के हिंसाग्रस्त क्षेत्रों के बारे में बताया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री सुरक्षा एजेंसियों के साथ भी बैठक करेंगे। जिसमें सेना, असम राइफल, आईबी, CRPF और राज्य पुलिस के अधिकारी मौजूद रहेंगे। 'कोऑर्डिनेटिंग कमेटी ऑन मणिपुर इंटीग्रिटी' के पदाधिकारियों के साथ भी गृह मंत्री की बैठक तय की गई है।

अधिकतर हथियार उन युवाओं ने लूटे जो...
सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक, सुरक्षा बलों का सीक्रेट मिशन तब तक जारी रहेगा जब तक सभी हथियार जमा नहीं हो जाते। इस मिशन के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं। सर्च अभियान में इंटेलिजेंस ब्यूरो के अलावा स्थानीय इंटेलिजेंस इकाई को भी शामिल किया गया है। रिपोर्ट्स से पता चलता है कि अधिकतर हथियार उन युवाओं ने लूटे हैं, जो अभी कट्टरपंथ की तरफ चलना शुरू हुए हैं।

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