TRENDING TAGS :
Manipur: गृह मंत्री की यात्रा से पहले सेना ने 3 उपद्रवियों को दबोचा, खतरनाक हथियार, चीनी हैंड ग्रेनेड और डेटोनेटर बरामद
Manipur Violence Update: उपद्रवियों की हिंसक भीड़ ने जमकर आगजनी और तोड़फोड़ की। गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया।सोशल मीडिया पर अधजले वाहन और क्षतिग्रस्त घरों का वीडियो काफी वायरल हो रहा है।
Manipur Violence Update: मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) के कारण राज्य की सड़कें सूनी हैं। हिंसा और तनाव ने वहां का पूरा परिदृश्य ही बदल दिया है। मणिपुर इस वक्त कठिन दौर से गुजर रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) सोमवार शाम राज्य के चार दिवसीय दौरे पर पहुंच रहे हैं। वो राज्य की ताजा स्थिति का जायजा लेंगे। अपने दौरे में शाह मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह तथा सुरक्षा बलों से मुलाकात करेंगे।
Also Read
'मानव ढाल' का हो सकता है इस्तेमाल
इस बीच भारतीय सेना ने बताया, कि उग्रवादियों के बीच हुई बातचीत से ऐसे संदेश मिले हैं कि ये मणिपुर को तबाह करने की साजिशी हमलों में 'मानव ढाल' (Human Shield) का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस आशंका के बाद सेना ने एक ट्वीट कर चेतावनी जाहिर की। अपने ट्वीट में सेना ने लिखा कि, 'आप पूरी तरह निगरानी में हैं। नापाक साजिश के बावजूद भारतीय सेना शांति बहाल करने तथा लोगों के अनुकूल दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है।'
खतरनाक हथियार के साथ 3 गिरफ्तार
पूर्वी इंफाल जिले (Imphal East district) के न्यू चेकॉन इलाके से मैगजीन के साथ एक इंसास राइफल, 60 राउंड 5.56 मिमी. गोलियों, एक चीनी हथगोला और एक डेटोनेटर के साथ 3 बदमाशों को पकड़ा गया है। शाह की यात्रा से पहले सेना इसे बड़ी कामयाबी मान रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 29 मई से 1 जून तक मणिपुर में रहेंगे। शाह स्थिति का आकलन करने और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए आगे के कदमों की योजना बनाने के लिए कई दौर की समीक्षा बैठकें करेंगे। उनके नागरिक समाज व मेइती तथा कुकी समुदायों के विभिन्न समूहों के प्रतिनिधियों से भी मिलने की संभावना है।
उत्तर – पूर्वी राज्य मणिपुर में हिंसा का दौर थमता नजर नहीं आ रहा है। कुछ दिनों की शांति के बाद मणिपुर एकबार फिर सुलग उठा है। रविवार को उपद्रवियों ने राजधानी इंफाल के उरीपोक इलाके में जमकर उत्पात मचाया। उपद्रवियों की हिंसक भीड़ ने जमकर आगजनी और तोड़फोड़ की। गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। सोशल मीडिया पर अधजले वाहन और क्षतिग्रस्त घरों का वीडियो काफी वायरल हो रहा है।
हिंसा और आगजनी के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का तीन दिवसीय मणिपुर दौरा आज से शुरू हो रहा है। राज्य में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार ने यहां सेना और अर्द्धसैनिकल बलों की अतिरिक्त टुकड़ियां तैनात कर दी हैं। राज्य में 31 मई तक इंटरनेट को बैन कर दिया गया है। इसके अलावा हिंसा प्रभावित जिलों से कर्फ्यू नहीं हटाया गया है।
अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल कर रहे उपद्रवी
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने कहा कि रविवार तड़के दो बजे इंफाल घाटी और इसके आसपास के पांच इलाकों में अत्याधुनिक हथियारों से लैस उग्रवादियों ने हमला किया। इनके निशाने पर आम नागरिक थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्रोही एके-47, एम-16 और स्नाइपर राइफलों का इस्तेमाल कर रहे हैं। रविवार को हुई हिंसक घटनाओं में दो आम नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। जबकि 12 जख्मी हुए हैं। वेस्ट इंफाल के उरीपोक इलाके में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक को भी निशाना बनाने की कोशिश की गई। उनके दो गाड़ियों में आग लगा दी गई।
अब तक 40 उग्रवादी मार गिराए गए
मणिपुर में हिंसा के तांडव और बेकाबू हालात को देखते हुए सेना को देखते ही गोली मारने के आदेश मिले हुए हैं। सुरक्षाबलों ने सशस्त्र उग्रवादियों के खिलाफ ऑपरेशन छेड़ रखा है। सीएम बीरेन सिंह ने बताया कि रविवार तक सेना, पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के संयुक्त अभियान में 40 उग्रवादियों को ढ़ेर किया जा चुका है। राज्य में ऐसे 38 संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित किया गया है, जहां उग्रवादी सबसे अधिक उत्पात मचा रहे हैं। इन क्षेत्रों में सेना और पुलिस की ओर से विशेष ऑपरेशन चलाने का निर्णय लिया गया है।
अमित शाह आज आएंगे मणिपुर
मणिपुर में हो रही भारी हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह विपक्ष के निशाने पर हैं। उनपर राज्य में फैली अशांति को इग्नोर करने का आरोप लगा है। हालांकि, शाह लगातार राज्य के दोनों पक्षों मैतेई और कुकी से शांति कायम रखने की अपील करते रहे हैं। अपने पूर्व के ऐलान के मुताबिक, अमित शाह सोमवार को तीन दिवसीय दौरे पर इंफाल पहुंचेंगे। इस दौरान वे दोनों पक्षों से अलग-अलग बातचीत कर मसले का हल निकालने की कोशिश करेंगे। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और सेना प्रमुख मनोज पांडे पहले ही मणिपुर पहुंच चुके हैं।
3 मई से जल रहा मणिपुर
मणिपुर की प्रभावशाली जातीय समुदाय मैतेई को एसटी का दर्जा दिए जाने के खिलाफ नागा और कुकी जैसी अनुसूचित जनजातियां लंबे समय से रही हैं। बीते दिनों मणिपुर हाईकोर्ट ने मैतेई को एसटी में शामिल करने का आदेश राज्य सरकार को दिया था। कोर्ट के इस आदेश ने चिंगारी की तरह काम किया और 3 मई को आदिवासियों को विरोध-प्रदर्शन अचानक हिंसक हो उठा। जातीय हिंसा में अब तक 75 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। सैंकड़ों घरों को आग के हवाले कर दिया गया। 40 हजार से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं।