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हरियाणा में दिखा मजदूरों का अलग ट्रेंड, एक लाख से अधिक ने किया लौटने का आवेदन

प्रवासी मजदरों का बड़े पैमाने पर पलायन विभिन्न राज्य सरकारों के लिए सिरदर्द बन गया है। मजदूरों के पलायन के कारण राज्यों में तमाम गतिविधियां ठप होने की आशंका पैदा हो गई है।

Shivani Awasthi
Published on: 9 May 2020 4:35 AM GMT
हरियाणा में दिखा मजदूरों का अलग ट्रेंड, एक लाख से अधिक ने किया लौटने का आवेदन
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अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली। देश के विभिन्न राज्यों से प्रवासी मजदूरों का पलायन केंद्र व राज्य सरकारों के लिए एक बड़ी मुसीबत बन गया है। कोरोना संकट के कारण घोषित लॉकडाउन के कारण बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों का अपने गृह राज्यों में पलायन जारी है। ऐसे समय में हरियाणा में प्रवासी मजदूरों का नया रुझान सबको हैरत में डालने वाला है। उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य राज्यों के करीब एक लाख से अधिक मजदूरों ने हरियाणा सरकार के वेब पोर्टल पर राज्य में वापस आने के लिए आवेदन किया है।

राज्य सरकार के वेब पोर्टल पर किया आवेदन

दरअसल प्रवासी मजदरों का बड़े पैमाने पर पलायन विभिन्न राज्य सरकारों के लिए सिरदर्द बन गया है। मजदूरों के पलायन के कारण राज्यों में तमाम गतिविधियां ठप होने की आशंका पैदा हो गई है। इस मुसीबत के बीच हरियाणा में प्रवासी मजदूरों का नया ट्रेंड दिखा है। यहां 1.09 लाख मजदूरों ने राज्य में वापस आने में दिलचस्पी दिखाई है। मजदूरों ने इसके लिए राज्य सरकार के वेब पोर्टल पर आवेदन किया है।

वापस लाने की व्यवस्था करेगी सरकार

हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी का कहना है कि प्रवासी मजदूरों के इस आवेदन से हमें खुशी हुई है। प्रवासी मजदूर राज्य में वापस आना चाहते हैं तो हम उन्हें यहां लाने की व्यवस्था करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में औद्योगिक गतिविधियों की पहले ही शुरुआत हो चुकी है और मजदूरों के यहां आने से इन गतिविधियों और तेजी आएगी। अफसरों का मानना कि देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा हरियाणा में कोरोना का संक्रमण कम है। मजदूरों की वापस हरियाणा लौटने की इच्छा के पीछे इसे भी बड़ा कारण माना जा रहा है।

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गुरूग्राम वापस आना चाहते हैं अधिकांश मजदूर

सूत्रों का कहना है कि 79.29 फीसदी लोगों ने हरियाणा के गुरुग्राम, सोनीपत, फरीदाबाद, पानीपत, झज्जर, यमुनानगर और रेवेरी वापस आने के लिए आवेदन भेजा है। उल्लेखनीय है कि राज्य के इन जिलों में अधिकांश औद्योगिक गतिविधियां और बिजनेस से जुड़े कामधाम होते हैं। राज्य में वापस आने के इच्छुक प्रवासी मजदूरों में 50 हजार से अधिक ऐसे मजदूर हैं जो गुरुग्राम वापस आना चाहते हैं।

हरियाणा में कोरोना की रफ्तार काफी धीमी

हरियाणा में कोरोना वायरस की रफ्तार अन्य राज्यों की अपेक्षा धीमी है। राज्य में अभी तक कोरोना के 647 मामले सामने आए हैं और इनमें से 279 लोग ठीक हो चुके हैं। कोरोना से मौतों का आंकड़ा भी काफी कम है और अभी तक सिर्फ 8 लोगों की ही मौत हुई है। राज्य में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले गुरूग्राम में पाए गए हैं। शुक्रवार को यहां कोरोना संक्रमित केसों की संख्या बढ़कर 126 तक पहुंच गई है। अब तक 51 मरीज ठीक हो चुके हैं जबकि 75 मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में किया जा रहा है।

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राज्य सरकार ने उठाए कदम

राज्य सरकार हरियाणा की सीमाओं को सील करके संक्रमण के मामलों को रोकने की कोशिश में जुटी हुई है। दिल्ली के जरिए हरियाणा में कोरोना के केस बढ़ने को लेकर दिल्ली और हरियाणा के मंत्रियों में तकरार भी हो चुकी है। इसलिए राज्य सरकार दिल्ली से आने-जाने वालों को लेकर काफी सतर्क हो गई है क्योंकि दिल्ली में कोरोना का संक्रमण काफी ज्यादा है।

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Shivani Awasthi

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