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बुरी खबर! बन्द हो रही 2 सरकारी कंपनियां, परेशान हुए कर्मचारी

दरअसल, इसके लिए मंत्रिमंडल की मंजूरी लेने को जरूरी नोट तैयार किया जा रहा है। मीडिया सूत्रों से यह जानकारी प्राप्त हुई है। बताया जा रहा है कि अगस्त में उच्च स्तरीय बैठक में सार्वजनिक क्षेत्र की दोनों इकाइयों को बंद करने की प्रक्रिया को तुरंत शुरू करने का फैसला लिया

Harsh Pandey
Published on: 8 May 2023 7:40 AM GMT (Updated on: 8 May 2023 7:48 AM GMT)
बुरी खबर! बन्द हो रही 2 सरकारी कंपनियां, परेशान हुए कर्मचारी
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नई दिल्ली: सरकारी कंपनियों जैसे स्टेट ट्रेडिंग कॉरपोरेशन और प्रोजेक्ट एंड इक्विपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड को वाणिज्य मंत्रालय ने बंद करने का फैसला किया है। बता दें कि ये कंपनियां कर्ज के तले दबी है।

दरअसल, इसके लिए मंत्रिमंडल की मंजूरी लेने को जरूरी नोट तैयार किया जा रहा है। मीडिया सूत्रों से यह जानकारी प्राप्त हुई है।

बताया जा रहा है कि अगस्त में उच्च स्तरीय बैठक में सार्वजनिक क्षेत्र की दोनों इकाइयों को बंद करने की प्रक्रिया को तुरंत शुरू करने का फैसला लिया गया।

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जानकारी सामने आई है कि इस बात पर भी सहमति बनी है कि मंत्रालय स्टेट ट्रेडिंग कॉरपोरेशनऔर प्रोजेक्ट एंड इक्विपमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की वित्तीय स्थिति के मद्देनजर दोनों को निश्चित समयसीमा के अंदर बंद करने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल से मंजूरी लेने के लिए व्यापक नोट तैयार करेगा।

स्टेट ट्रेडिंग कॉरपोरेशन का शेयर 19% टूटा...

सरकारी कंपनियों जैसे स्टेट ट्रेडिंग कॉरपोरेशन और प्रोजेक्ट एंड इक्विपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के बंद होने की खबरों से STC का शेयर कारोबार के दौरान 19 फीसदी तक टूट गया।

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मंगलवार को सामने आई खबरों के अनुसार एनएसई पर STC का शेयर 18.95 फीसदी टूटकर 108.65 रुपये के स्तर पर आ गया।

STC की वार्षिक रिपोर्ट...

STC की वार्षिक रिपोर्ट 2018-19 के मुताबिक, कंपनी को गंभीर पूंजी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि सभी बैंकों ने STC के खातों को ब्याज का भुगतान नहीं करने पर एनपीए बन गया है।

बता दें कि STC पर दिसंबर 2018 तक बैंकों का कुल 1,906 करोड़ रुपये बकाया है जबकि पीईसी के मामले में बकाया 1,390 करोड़ रुपये है।

सूत्रों का कहना...

सूत्रों ने कहा कि बैठक में यह भी फैसला लिया गया है कि एसटीसी और पीईसी प्रंबधन को लंबित पड़े ठेकों और कारोबार को अन्य सार्वजनिक कंपनियों या सरकारी संगठनों को स्थानांतरित कर देने चाहिए।

गौरतलब है कि एसटीसी की स्थापना 1956 में हुई थी। यह पूर्वी यूरोपीय देशों के साथ व्यापार करने के लिए सरकार की एक व्यापारिक शाखा है। वहीं पीईसी की स्थापना एसटीसी की अनुषंगी के रूप में 1971 में हुई थी।

Harsh Pandey

Harsh Pandey

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