भाजपा विधायकों से सुरक्षा वापस लिए जाने पर गरमाई सियासत, बचाव में उतरी कांग्रेस

मध्य प्रदेश में बीजेपी के विधायकों की सुरक्षा वापस लिये जाने के बाद पार्टी के एक पदाधिकारी ने बीते शनिवार को इन विधायकों के लिये गृह मंत्री अमित शाह से...

Deepak Raj
Published on: 8 March 2020 11:42 AM GMT
भाजपा विधायकों से सुरक्षा वापस लिए जाने पर गरमाई सियासत, बचाव में उतरी कांग्रेस
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भोपाल। मध्य प्रदेश में बीजेपी के विधायकों की सुरक्षा वापस लिये जाने के बाद पार्टी के एक पदाधिकारी ने बीते शनिवार को इन विधायकों के लिये गृह मंत्री अमित शाह से केंद्रीय सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की है।

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इससे पहले शुक्रवार को बीजेपी के दो विधायकों संजय पाठक और विश्वास सारंग ने प्रदेश सरकार द्वारा अपने निजी सुरक्षा अधिकारी 'पीएसओ' को हटाए जाने के बाद अपनी जान को खतरा बताया था।

विधायकों के लिए केन्द्रीय सुरक्षा बलों की सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग

प्रदेश बीजेपी के उपाध्यक्ष एवं भोपाल की हुजूर विधानसभा सीट से विधायक रामेश्वर शर्मा ने बताया कि उन्होंने केन्द्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखा है और उनसे बीजेपी के विधायकों के लिए केन्द्रीय सुरक्षा बलों की सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की है।

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वहीं मध्य प्रदेश के बीजेपी विधायकों की शिकायत पर राज्यपाल लालजी टंडन ने तत्काल एक्शन लेते हुए पूरे मामले को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ को चिट्ठी लिखी है। राज्यपाल ने बीजेपी के ज्ञापन के साथ सीएम कमलनाथ को चिट्ठी लिखकर प्रदेश के विधायकों के साथ न्यायपूर्ण व्यवहार करने के लिए कदम उठाने की जरूरत बताई है।

'पुलिस को राज्य सरकार के दबाव में करना पड़ रहा है काम'

रामेश्वर शर्मा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह से मतभेद रखने वाले कांग्रेस के विधायकों सहित बीजेपी, बसपा, सपा और निर्दलीय विधायकों को यहां जान का खतरा है। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को रातोंरात हटा दिया गया क्योंकि उन्होंने सरकार की बात मानने से इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि कांग्रेस सरकार पुलिस बल का दुरुपयोग करना चाहती है।

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बीजेपी विधायक ने कहा कि हमें मध्यप्रदेश की पुलिस पर भरोसा है लेकिन उसे प्रदेश सरकार के दबाव में काम करना पड़ रहा है। यही वजह है कि ऐसी स्थिति में हम केन्द्रीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए केन्द्र सरकार से अनुरोध करते हैं।

पीएसओ बदलने पर मंत्री पीसी शर्मा ने कहा

विधायकों के पीएसओ बदलने की प्रक्रिया पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश के मंत्री पीसी शर्मा ने शनिवार को कहा कि पुलिस की यह सामान्य नियमित प्रक्रिया है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, ‘‘यह एक नियमित प्रक्रिया है। लेकन उन्हें डर क्यों लग रहा है। लगता है कि बीजेपी शासनकाल में शुरू हुए उनके अवैध काम अब भी चल रहे हैं।''

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इससे पहले शुक्रवार को बीजेपी विधायक पाठक और सारंग ने पिछले 10-20 सालों से उनकी सुरक्षा में लगे पुराने पीएसओ को हटाये जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए सरकार के इस कदम से अपनी जान को खतरा बताया था।

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