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हो जाइये सावधान: आ रहा है मानसून,बढ़ेगा कोरोना का कहर
देशभर में मानसून के दस्तक के साथ ही कई और बीमारियां दस्तक देंगी। आम तौर पर मानसून के समय डेंगू,मलेरिया और बुखार सम्बंधित शिकायतें ज्यादातर सामने आती हैं।
आशुतोष त्रिपाठी
नई दिल्ली: मानसून का नाम सुनकर सभी के चेहरे पर ख़ुशी आ जाती है, क्योंकि बारिश किसे पसंद नहीं होती, लेकिन इस बार मानसून कोरोना संकट झेल रहे पूरे भारत के लिए बड़ी परेशानी का सबब बन सकता है। ये हम नहीं कह रहे हैं ऐसा कहना है है इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मुंबई का। उन्होंने अपनी स्टडी में साफ़ तौर पर कहा है कि इस बार मानसून में कोरोना का संक्रमण अपने पांव और तेजी से पसारेगा, जिसकी सीधी वजह है ह्यूमिडिटी।
ह्यूमिडिटी बढ़ने से फैलता है कोरोना
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मुंबई का कहना है कि ह्यूमिडिटी कोरोना के संक्रमण को फैलने में मदद करता है। आईआईटी मुंबई के दो प्रोफ़ेसर अमित अग्रवाल और रजनीश भारद्वाज ने सूखे इलाके के कोरोना वायरस की तुलना नमी वाले इलाके के वायरस की और ये पाया कि नमी वाले इलाके के वायरस की क्षमता 5 गुना अधिक थी।
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कोरोना के साथ ही बढ़ेगी और भी बीमारियां
देशभर में मानसून के दस्तक के साथ ही कई और बीमारियां दस्तक देंगी। आम तौर पर मानसून के समय डेंगू, मलेरिया और बुखार सम्बंधित शिकायतें ज्यादातर सामने आती हैं। सोचने वाली बात यह है कि वायरल बुखार और कोरोना के लक्षणों में कोई ज्यादा फर्क नहीं होता, ऐसे में लोगों के लिए इसमें फर्क कर पाना काफी मुश्किल होगा।
मानसून के समय इन बातों का रखें विशेष ध्यान
मानसून के समय कोशिश करें कि खुद को भीगने से बचाएं, और अगर भीग जाएं तो तुरंत अपने मास्क को बदल दें, साथ ही अगर आपके घर में अधिक लोग रह रहे हैं तो एसी न चलाएं । मानसून में बैक्टीरिया से लड़ने के लिए अपनी इम्युनिटी बढ़ाएं, इसके ताजे फल, हरी सब्जियां और दूध में हल्दी मिलाकर लें। ये सब अपने आहार में लेने से आपकी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी।
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