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Mumbai CSMT Station: पूरी तरह बदल जाएगा मुम्बई का सीएसएमटी स्टेशन
Mumbai CSMT Station: छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस अब भव्य बदलाव के लिए तैयार है, जिसके लिए मध्य रेलवे काम शुरू करने के लिए अप्रैल में निर्माण एजेंसी को फाइनल करेगा।
Mumbai CSMT Station: मुम्बई का ऐतिहसिक रेलवे स्टेशन छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) जिसके कभी विक्टोरिया टर्मिनस कहा जाता था अब पूरी तरह बदलने वाला है। भारत की सबसे शानदार रेलवे स्टेशन बिल्डिंगों में प्रमुख सीएसएमटी यूनेस्को की विश्व धरोहर बिल्डिंग है जिसे देखने और उसके सामने फोटो खिंचवाने वाली टूरिस्टों की भीड़ हमेशा लगी रहती है। अब इस स्टेशन को पूरा मेकओवर देने की योजना है ताकि यात्रियों को बेहतर सुविधाएँ प्रदान की जाएँ और स्टेशन के आसपास भीड़ को कम किया जा सके। लेकिन इस काम में स्टेशन की बेहद उम्दा हेरिटेज बिल्डिंग के साथ छेड़छाड़ नहीं की जायेगी।
पूर्ण रीडेवलपमेंट
छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस अब भव्य बदलाव के लिए तैयार है, जिसके लिए मध्य रेलवे काम शुरू करने के लिए अप्रैल में निर्माण एजेंसी को फाइनल करेगा। ये देश का पहला रेलवे स्टेशन होगा जो पूर्ण रीडेवलपमेंट से गुजरेगा। रीडेवलपमेंट के हिस्से के रूप में हेरिटेज स्टेशन को एक विशाल रूफ प्लाजा, फूड कोर्ट, वेटिंग लाउंज, बच्चों के खेलने का क्षेत्र, स्थानीय उत्पादों के लिए निर्दिष्ट स्थान आदि जैसी सुविधाएं मिलेंगी। ऐसा माना रहा है कि भव्य हेरिटेज बिल्डिंग के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जायेगी। रेलवे ने यह भी कहा कि अप्रैल से अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत मुंबई में कम से कम 50 फीसदी स्टेशनों का नवीनीकरण किया जाएगा। इसके लिए इस बजट में पहले भी 30 से अधिक स्टेशनों की पहचान की गई है।
मेगा कायाकल्प
मध्य रेलवे ने सीएसएमटी रेलवे स्टेशन के मेगा कायाकल्प के लिए पहले से ही प्रारंभिक कार्य शुरू कर दिया है। इस महीने की शुरुआत में, चार कंपनियों- लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी), एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर, अहलूवालिया कॉन्ट्रैक्ट्स और नागार्जुन कंस्ट्रक्शन ने सीएसएमटी स्टेशन के लिए 1,813 करोड़ रुपये की पुनर्विकास परियोजना के लिए तकनीकी बोलियां प्रस्तुत की थीं। इसके तहत टर्मिनस के दक्षिणी विरासत नोड, सुविधाओं में वृद्धि, बेहतर मल्टीमॉडल एकीकरण और विश्व प्रसिद्ध प्रतिष्ठित संरचना को इसके पिछले गौरव को संरक्षित और पुनर्स्थापित करना शामिल है। रेलवे का इरादा सीएसएमटी को ‘रेल-ओ-पोलिस’ नामक एक बड़े पब्लिक ट्रांसपोर्ट केंद्र में बदलने का है। रीडेवलपमेंट योजना के टेंडर के पहले राउंड में टाटा प्रोजेक्ट्स, जेके इंफ्रा, आईटीडी सीमेंटेशन, दिनेशचंद्र आर अग्रवाल इंफ्राकॉन, क्रिएटिव ग्रुप एलएलपी और एससिस्टम स्टूप ने बोलियाँ लगाईं थीं लेकिन अगले राउंड में इन्होने बोलियां जमा नहीं कीं।
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ट्रांसपोर्ट के विभिन्न साधनों का संगम
रेलवे की योजना में सार्वजनिक परिवहन के विभिन्न तरीकों के संगम शामिल है। इसमें 2.54 लाख वर्ग मीटर के निर्मित क्षेत्र के साथ आवासीय और वाणिज्यिक कार्यालय होंगे। सीएसएमटी की उपनगरीय रेल लाइन को कोलाबा-बांद्रा-सीप्ज मेट्रो लाइन - 3 और वडाला-सीएसएमटी मेट्रो लाइन – 11 के साथ जोड़ने के लिए सबवे और फुट ओवर ब्रिज से जोड़े जाने की संभावना है।
हाइब्रिड मॉडल
सीएसएमटी का पुनर्विकास एक हाइब्रिड मॉडल पर किया जाएगा, जिसमें रेलवे शुरू में लागत का 40 फीसदी निवेश करेगा और बाकी पैसा डेवलपर लगाएगा। केन्द्रीय कैबिनेट ने सितंबर 2022 में 10,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर तीन प्रमुख रेलवे स्टेशनों - नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, अहमदाबाद रेलवे स्टेशन और सीएसएमटी के पुनर्विकास प्रस्तावों को मंजूरी दी थी। परियोजना को पूरा करने की समय-सीमा लगभग चार वर्ष है। सीएसएमटी देश के सबसे व्यस्त रेलवे और सबसे पुराने स्टेशनों में से एक है। इसमें 18 प्लेटफार्म हैं, जिनमें से सात उपनगरीय सेवाओं यानी लोकल ट्रेनों के लिए हैं और बाकी लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए हैं। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यहाँ वर्तमान दैनिक औसत फुटफॉल लगभग 11 लाख है। यहाँ से रोजाना 1,500 से अधिक ट्रेनें शुरू होती हैं, जिनमें देश के उत्तरी, पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों को जोड़ने वाली लगभग 45 जोड़ी लंबी दूरी की ट्रेनें शामिल हैं।
योजना के मुताबिक सीएसएमटी के पास जीपीओ वाली साइड में वाहनों को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। डीआरएम बिल्डिंग और लम्बी दूरी की ट्रेनों के प्रवेश - निकास के बीच की जगह और हेरिटेज बिल्डिंग के पीछे वाली जगह को सिर्फ पैदल चलने वालों के लिए बनाया जाएगा। हेरिटेज बिल्डिंग और आईआरसीटीसी की बेस किचन के बीच की कुछ बिल्डिंग ढहा दी जायेंगी। स्टेशन परिसर में 102 लिफ्ट, 78 एस्केलेटर और 12 ट्रैवलेटर होंगे। स्टेशन में 25 मीटर चौड़ा स्काईवॉक कनेक्शन भी होगा। यह खुदरा, कैफेटेरिया, इमारतों के सभी किनारों और सभी प्लेटफार्मों को जोड़ने वाली मनोरंजक सुविधाओं के साथ-साथ सभी यात्री सुविधाओं को एक ही स्थान पर रखेगा। उचित सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, अधिकारी पूरे परिसर में विभिन्न स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाएंगे।
अमृत भारत योजना
रेलवे स्टेशनों की अमृत भारत योजना के तहत मुम्बई में पहचाने गए कम से कम 50 फीसदी स्टेशनों पर काम अप्रैल में शुरू हो जाएगा। रेलवे ने इस योजना के तहत पूरे भारत में 1,275 रेलवे स्टेशनों की पहचान की थी, जो एक बड़े बदलाव से गुजरेंगे। इनमें से मुंबई में 32 स्टेशन (पश्चिमी रेलवे पर 12 और मध्य रेलवे पर 20) हैं और इनमें जोगेश्वरी, चर्नी रोड, भायखला, चिंचपोकली, वडाला और सैंडहर्स्ट रोड शामिल हैं। कच्चे माल, उपयोगिताओं, ओवरहेड्स आदि की लागत को कवर करने वाली परिचालन लागत के स्थान, बुनियादी ढांचे, जनशक्ति की आवश्यकता, लागत और अनुमान को समझने के लिए तकनीकी-आर्थिक व्यवहार्यता अध्ययन शुरू हो गया है।