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यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र सीेएम उद्धव ठाकरे से बात की है। इस पर सीएम योगी ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस पर सीएम उद्धव ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएंगा।
नई दिल्ली: बीते रविवार को पालघर में साधुओं की मॉब लिंचिंग केस में अभी तक 101 लोगों को पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया है। इस मामले पर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र सीेएम उद्धव ठाकरे से बात की है। इस पर सीएम योगी ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस पर सीएम उद्धव ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएंगा।
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सीएम योगी- कठोर कार्रवाई हेतु आग्रह
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्विटर पर लिखा, 'पालघर, महाराष्ट्र में हुई जूना अखाड़ा के सन्तों स्वामी कल्पवृक्ष गिरि जी, स्वामी सुशील गिरि जी व उनके ड्राइवर नीलेश तेलगड़े जी की हत्या के सम्बन्ध में कल शाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जी से बात की और घटना के जिम्मेदार तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई हेतु आग्रह किया।'
इसके आगे सीएम योगी आदित्यनाथ ने लिखा, 'महाराष्ट्र के माननीय मुख्यमंत्री द्वारा यह बताया गया कि कुछ लोग गिरफ्तार कर लिए गए हैं तथा शेष को चिन्हित कर सभी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।' अब तक मॉब लिंचिंग के मामले में 101 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है।
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ये है पूरा मामला
बीती 16-17 अप्रैल की रात जब लॉकडाउन में लोग घरों में बंद थे, तब पालघर से करीब 100 किलोमीटर दूर मॉब लिंचिंग की वारदात हुई। पालघर के गड़चिनचले गांव में मुंबई से सूरत जा रहे दो साधुओं और ड्राइवर की गाड़ी रोक कर जान ले ली। भीड़ के हत्थे चढ़े साधु मुंबई के जोगेश्वरी स्थित हनुमान मंदिर के थे।
ये दोनों साधु मुंबई से सूरत अपने गुरू के अंतिम संस्कार में जा रहे थे, लेकिन लॉकडाउन के चलते पुलिस ने इन्हें हाइवे पर जाने से रोक दिया। फिर इको कार में सवार साधु ग्रामीण इलाके की तरफ मुड़ गए जहां मॉब लिंचिंग के शिकार हो गए।
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इस मामले में पुलिस का कहना है कि अफवाह के कारण साधु और ड्राइवर भीड़ के शिकार हुए। भीड़ ने चोर समझ कर साधुओं की गाड़ी रोकी थी।
घटना की खबर मिलते ही मौके पर पुलिस भी पहुंची, लेकिन लाठी-डंडों- कुल्हाड़ी और दूसरे हथियारों से लैस 200 की भीड़ के आगे पुलिसवालों की एक नहीं चली। भीड़ ने पुलिस की गाड़ियों पर भी हमला किया।
इसके बाद पुलिस ने गाड़ियों को पलट दिया। इस मामले में अब तक 101 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जबकि 10 लोगों को वारदात के अगले दिन ही गिरफ्तार किया गया था।
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