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Maharashtra Politics: अजित पवार के बयान पर महाराष्ट्र में फिर सियासी भूचाल, कहा-2024 में देर, मेरी अभी सीएम बनने की ख्वाहिश

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में एनसीपी के मुखिया शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार के बीच खटपट की खबरें कई दिनों से चर्चा का विषय बनी हुई है।

Anshuman Tiwari
Published on: 22 April 2023 2:32 PM IST (Updated on: 22 April 2023 2:33 PM IST)
Maharashtra Politics: अजित पवार के बयान पर महाराष्ट्र में फिर सियासी भूचाल, कहा-2024 में देर, मेरी अभी सीएम बनने की ख्वाहिश
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Ajit Pawar (photo: social media )

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की सियासत में उठा बवंडर अभी खत्म होता नहीं दिख रहा है। एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार का रुख महाराष्ट्र की सियासत में अबूझ पहेली बना हुआ है। उन्होंने एक बार फिर ऐसा बयान दिया है जिससे साफ होता है कि एनसीपी में सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। अजित पवार का कहना है कि 2024 में तो अभी देर है। वे तो अभी मुख्यमंत्री बनने की ख्वाहिश रखते हैं।

महाराष्ट्र में एनसीपी के मुखिया शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार के बीच खटपट की खबरें कई दिनों से चर्चा का विषय बनी हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीबी सांसद संजय राउत की ओर से सवाल खड़े किए जाने के बाद अजित पवार आगे भी एनसीपी को मजबूत बनाने के लिए काम करने का बयान दिया था मगर अब एक मराठी अखबार से बातचीत के दौरान उन्होंने फिर अपनी सियासी महत्वाकांक्षा जाहिर कर दी है। उनके इस बयान के बाद उनके भावी सियासी कदमों को लेकर एक बार फिर अटकलों का बाजार गरम हो गया है।

शरद पवार और अजित पवार के बीच खींचतान

महाराष्ट्र की सियासत में पिछले एक साल से उठापटक का दौर चल रहा है। एकनाथ शिंदे की अगुवाई में हुई बगावत के बाद शिवसेना में बड़ी टूट हुई थी। बाद में शिंदे ने भाजपा की मदद से राज्य में नई सरकार का गठन किया था। अब अजित पवार की अगुवाई में एनसीपी में भी बड़ी टूट की आशंका जताई जा रही है। अजित पवार की ओर से बीच-बीच में ऐसे बयान दिए जा रहे हैं जिससे एनसीपी में टूट की आशंकाओं को बल मिला है।

जानकारों का कहना है कि पार्टी के मुखिया शरद पवार और अजित पवार के बीच खींचतान चल रही है। अजित पवार ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ बैठक भी की थी। अब उन्होंने एक बार फिर ऐसा बयान दिया है जिसे लेकर महाराष्ट्र के सियासी हल्कों में चर्चाएं तेज हो गई हैं।

अजित पवार का सनसनीखेज बयान

एक मराठी अखबार से बातचीत के दौरान अजित पवार ने ऐसा सनसनीखेज बयान दिया है जिसके बाद उनके भावी रुख को लेकर तमाम सवाल उठाए जाने लगे हैं। 2024 में महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव में मुख्यमंत्री बनने के लक्ष्य के संबंध में पूछे जाने पर पवार ने कहा कि 2024 में तो अभी देर है। मैं तो अभी मुख्यमंत्री बनने की ख्वाहिश रखता हूं। मराठी अखबार से बातचीत के दौरान अजित पवार ने महाविकास अघाड़ी गठबंधन (एमवीए) के संबंध में भी महत्वपूर्ण बात कहीं।

उन्होंने कहा कि हमारी ओर से धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों और प्रगतिशीलता की बात की जाती थी। 2019 में एनसीपी और कांग्रेस ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए शिवसेना के साथ गठबंधन कर लिया। शिवसेना के साथ गठबंधन करने के साथ ही हम धर्मनिरपेक्षता के रास्ते से अलग हो गए क्योंकि शिवसेना हिंदुत्व वाली पार्टी रही है। अजित पवार के इस बयान के बड़े सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।

मुंबई सम्मेलन में नहीं लिया था हिस्सा

एनजीपी की ओर से शुक्रवार को मुंबई में एक महत्वपूर्ण सम्मेलन का आयोजन किया गया था मगर अजित पवार ने इस सम्मेलन में हिस्सा नहीं लिया था। कई मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात के दावा किया गया है कि अजित पवार को इस सम्मेलन का न्योता नहीं भेजा गया था। दूसरी ओर पवार का कहना है कि उनका पुणे में पहले से ही कार्यक्रम निर्धारित था। इसलिए वे पुणे के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए चले गए। वैसे एनसीपी की ओर से भी इस मामले में सफाई पेश की गई है। पार्टी की ओर से कहा गया है कि पवार के सम्मेलन में हिस्सा न लेने का मतलब यह नहीं है कि वे पार्टी से अलग होने वाले हैं।

महाराष्ट्र में दिख सकता है कोई बड़ा सियासी खेल

दूसरी और सियासी जानकारों का कहना है कि पवार बीच-बीच में ऐसे बयान दे रहे हैं जिससे संकेत मिलता है कि एनसीपी में बड़ी सियासी उठापटक चल रही है। आने वाले दिनों में महाराष्ट्र की सियासत में कोई बड़ा खेल दिख सकता है। अजित पवार इससे पहले भी भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ मिलकर पार्टी को बड़ा झटका दे चुके हैं। हालांकि बाद में वे पार्टी में वापस लौट आए थे।

अजित पवार को बदनाम करने का आरोप

इस बीच महाराष्ट्र प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने महाविकास अघाड़ी गठबंधन के नेताओं पर अजित पवार को बदनाम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने अजित पवार की विश्वसनीयता पर सवाल पैदा कर दिए हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि पिछले तीन महीनों से उनकी अजित पवार से कोई मुलाकात नहीं हुई है। ऐसे में मुझे उनकी सियासी योजनाओं की कोई जानकारी नहीं है। वैसे सियासी जानकारों का मानना है कि महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए आने वाले दिनों में बड़े सियासी उठापटक की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

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Anshuman Tiwari

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