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किसानों के खिलाफ कानून: राकेश टिकैत ने दिया ये बड़ा बयान, कहा बढ़ेगी महंगाई
राकेश टिकैत ने इस कानून का किसानों पर पड़ने वाले प्रभाव का ज़िक्र करते हुए कहा कि कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग से किसान कुछ ही साल में बर्बाद हो जाएगा।
नई दिल्ली: कल यानी बृहस्पतिवार को मोदी सरकार ने कृषि संबंधी दो बिल बृहस्पतिवार को लोकसभा में पास करवा लिए हैं। लेकिन मोदी सरकार के इन बिलों का किसानों में जबरदस्त विरोध है। किसान इन बिलों के विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं। जो कि अब कहीं न कहीं मोदी सरकार के लिए सिर दर्द बनता जा रहा है। ऐसे में देश में जारी किसानों के सरकार के खिलाफ इस विरोध के बीच भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। राकेश टिकैत ने बताया है कि आखिर क्यों किसान इस कानून का विरोध कर रहे हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि यह तीनों कानून किसानों के हितों के खिलाफ हैं। सबसे पहले मंडियां बंद हो जाएंगी। दूसरे कानून से जमाखोरी बढ़ेगी और महंगाई बढ़ेगी।
कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग से किसान कुछ ही साल में हो जाएगा बर्बाद- राकेश टिकैत
राकेश टिकैत ने इस कानून का किसानों पर पड़ने वाले प्रभाव का ज़िक्र करते हुए कहा कि कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग से किसान कुछ ही साल में बर्बाद हो जाएगा। अगर सरकार किसान फल बेचने के लिए और ऑप्शन देना चाहती है तो मंडियों को टैक्स फ्री करे। टिकैत ने कहा कि अगर किसान मंडियों के बाहर अपना प्रोडक्ट बेचेगा तो अगले एक-दो साल में मंडिया बंद हो जाएंगी। अगर किसान मंडियों से बाहर अपनी फसल बेचेगा तो उसे टैक्स नहीं देना होगा। राकेश टिकैत ने सरकार से मांग की कि मंडियों को टैक्स फ्री कर दिया जाए। राकेश टिकैत ने चीजों को स्पष्ट करते हुए बताया कि भंडारण को जिस तरह से सरकार ने छूट दी है कि इससे कहीं भी कितना भंडारण कर ले।
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कृषि बिल पर बोले राकेश टिकैत (फाइल फोटो)
उससे अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो जाएगी और महंगाई बढ़ेगी। टिकैत ने कहा कि जब माल की कमी होगी तब वो भंडार से माल निकालेंगे, जिससे महंगाई खड़ी होगी और जमाखोरी बढ़ेगी। राकेश टिकैत ने बताया कि मेरी कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग कंपनियों से बात हुई है। उनका कहना है कि हम किसानों से कॉन्ट्रैक्ट पर खेती करवाएंगे। लेकिन रेट अभी तय नहीं करेंगे। बल्कि बाद में मार्केट रेट के हिसाब से उन्हें थोड़ा ज्यादा देंगे। टिकैत ने कहा इससे आने वाले समय में जमीनों का कॉन्ट्रैक्ट होगा और किसान बर्बाद होगे। अगर ठेकेदार किसानों को पैसा ना दे तो आप कोर्ट नहीं जा सकते और मामले का निस्तारण प्रशासनिक अधिकारी करेंगे।
एमएसपी के नीचे किसानों फसल खरीद होगा अपराध, सरकार लाए ऐसा कानून- टिकैत
कृषि बिल पर बोले राकेश टिकैत (फाइल फोटो)
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भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत कहा कि किसानों की मांग है कि जैसे यह तीन अध्यादेश लाए हैं। उसी तरह एक और कानून ले आए की एमएसपी के नीचे किसानों के फसल की खरीद नहीं होगी और उसे अपराध माना जाएगा। सरकारी कानून बनाए कि किसान की फसल कहीं भी बिके, उसे न्यूनतम तय की गई कीमत से कम में देश में ना खरीदा जाए।
कृषि बिल पर बोले राकेश टिकैत (फाइल फोटो)
टिकैत ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों के पक्ष में एक कानून की मांग हो रही है, लेकिन सरकार वह करने को तैयार नहीं। टिकैत ने कहा कि किसानों को अलग-अलग बांटा जा रहा है। राकेश टिकैत ने सरकार को घेरते हुए कहा कि मंडिया बंद हो जाएंगी तो बड़े-बड़े उद्योगपतियों को यह मंडिया बेच दी जाएंगी। एमएसपी खत्म करने और मंडियों को बेचने का सबसे आसान रास्ता सरकार ने निकाला है।
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यह कानून सीधे-सीधे पूंजीपतियों को फायदा देगा और पूंजीपतियों ने पौने दाम पर फसल खरीदेंगे और मनमर्जी बेचेंगे। राकेश टिकैत ने कहा कि किसान अपनी फसल लेकर मंडियों में बेचने जाता था कल को 20 किलो सब्जी में क्या वह ठेले पर बेचेगा? आलू की कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग हो गई है, कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में गुजरात के किसानों पर मुकदमे हुए, मक्का की कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग हुई लेकिन वह बर्बाद हो गए। कंपनियां भाग गई। हर्जाना कौन देगा या सरकार यह सुनिश्चित करें कि कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में किसी भी हाल में नुकसान पर मुआवजा मिलेगा।