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बदलेगा NDA का खाका, शिवसेना-अकाली दल की जगह होगी इस दमदार पार्टी की एंट्री

एनडीए में भाजपा के सबसे पुराने सहयोगी दलों के रूप में शिवसेना और अकाली दल की गिनती होती थी मगर अब दोनों दलों ने भाजपा का साथ छोड़ दिया है।

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Published on: 5 Oct 2020 3:43 PM GMT
बदलेगा NDA का खाका, शिवसेना-अकाली दल की जगह होगी इस दमदार पार्टी की एंट्री
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आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस की एनडीए में एंट्री हो सकती है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के संपर्क में है और जल्द ही इस बाबत एलान किया जा सकता है। रेड्डी की कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात तय है।

अंशुमान तिवारी

नई दिल्ली: शिवसेना और अकाली दल के साथ छोड़ने से एनडीए में पैदा हुआ खालीपन जल्द ही दूर हो सकता है। आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस की एनडीए में एंट्री हो सकती है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के संपर्क में है और जल्द ही इस बाबत एलान किया जा सकता है। रेड्डी की कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात तय है।

शिवसेना ने दिया था भाजपा को झटका

एनडीए में भाजपा के सबसे पुराने सहयोगी दलों के रूप में शिवसेना और अकाली दल की गिनती होती थी मगर अब दोनों दलों ने भाजपा का साथ छोड़ दिया है। शिवसेना ने भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र में विधानसभा का चुनाव लड़ा था। मगर चुनावी नतीजों के बाद सत्ता की लड़ाई में दोनों दलों के बीच मतभेद पैदा हो गए।

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Shivsena NDA में शामिल होगी YSR कांग्रेस (फाइल फोटो)

बाद में शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर उद्धव ठाकरे की अगुवाई में महाराष्ट्र में सरकार बना ली। शिवसेना को भाजपा का विश्वसनीय सहयोगी माना जाता रहा है और ऐसे में शिवसेना ने एनडीए से बाहर होकर भाजपा को बड़ा झटका दिया था।

कृषि विधेयकों पर अकाली दल ने भी छोड़ा साथ

Akali Dal NDA में शामिल होगी YSR कांग्रेस (फाइल फोटो)

इसी तरह एनडीए की स्थापना के समय से ही अकाली दल और भाजपा का गठबंधन बना हुआ था। दोनों दल मिलकर पंजाब में लोकसभा और विधानसभा का चुनाव लड़ा करते थे मगर कृषि विधेयकों को लेकर अकाली दल का भी भाजपा से मतभेद हो गया।

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मोदी मंत्रिमंडल में अकाली दल की प्रतिनिधि हरसिमरत कौर बादल ने इस्तीफा दे दिया और अकाली दल ने किसानों के मुद्दे पर भाजपा के खिलाफ हल्ला बोल दिया। इन दोनों दलों के एनडीए से बाहर होने के कारण भाजपा को झटका लगा है और अब इसकी भरपाई की कोशिश की जा रही है।

जगन मोहन की कल होगी मोदी से मुलाकात

Jagan Mohan-Modi NDA में शामिल होगी YSR कांग्रेस (फाइल फोटो)

इन दोनों दलों के साथ छोड़ने से लगे झटके की भरपाई करने की कोशिश की जा रही है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और वाईएसआर कांग्रेस के मुखिया जगन मोहन रेड्डी नई दिल्ली पहुंच चुके हैं और उनका मंगलवार की सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का कार्यक्रम है। दोनों नेताओं की मुलाकात सुबह साढ़े दस बजे होनी है। वाईएसआर कांग्रेस के एक नेता का कहना है कि एनडीए को मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की ओर से वाईएसआर कांग्रेस को एनडीए में शामिल होने का न्योता दिया जा सकता है।

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आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री दो हफ्ते पहले भी दिल्ली पहुंचे थे और इस दौरान 22 सितंबर को उनकी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात हुई थी। सियासी जानकारों का कहना है कि इस दौरान दोनों नेताओं के बीच राज्य के विभिन्न मुद्दों के अलावा एनडीए में वाईएसआर कांग्रेस के शामिल होने पर भी चर्चा हुई थी। हालांकि उस यात्रा के दौरान रेड्डी की प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात नहीं हो पाई थी।

आंध्र में काफी मजबूत है वाईएसआर कांग्रेस

YSR Congress NDA में शामिल होगी YSR कांग्रेस (फाइल फोटो)

वाईएसआर कांग्रेस आंध्र प्रदेश में काफी मजबूत है और लोकसभा में उसके 22 सांसद हैं। इसके साथ ही राज्यसभा में भी उसके 6 सांसद हैं। पिछले साल मई में आंध्र प्रदेश में बहुमत पाने के बाद से ही जगन मोहन रेड्डी ने एनडीए सरकार के साथ काफी मधुर संबंध बना रखे हैं। विभिन्न मुद्दों पर उनकी पार्टी ने मोदी सरकार का संसद में साथ दिया है।

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चुनावी सर्वे का काम देखने वाली कंपनी वीडीपी एसोसिएट्स की ओर से किए गए ट्वीट के मुताबिक भाजपा की ओर से वाईएसआर कांग्रेस को दो कैबिनेट और एक राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के पद का ऑफर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलग से बातचीत करने के लिए मुख्यमंत्री जगन को दिल्ली बुलाया है। दूसरी ओर वाईएसआर कांग्रेस के एक नेता का कहना है कि पीएम मोदी की ओर से पार्टी को एक कैबिनेट पद और एक राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का पद दिया जा सकता है। अब हर किसी की नजर मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की दिल्ली यात्रा पर टिकी है क्योंकि इस दौरान कोई बड़ी घोषणा की जा सकती है।

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