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Indian Railway: 15 अगस्त के पहले ही शुरू हो जाएंगी मजदूर प्रवासियों के लिए नई ट्रेनें
Indian Railway: नई ट्रेनों से बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, पंजाब, पश्चिम बंगाल, असम, छत्तीसगढ़, ओडिशा, महाराष्ट्र, दिल्ली और अन्य स्थानों के बड़े और छोटे शहरों के श्रमिक वर्ग को राहत मिलने की उम्मीद है।
Indian Railway: दिल्ली, मुंबई, बंगलुरू आदि बड़े शहरों में कामकाज, रोजीरोटी की तलाश में बिहार, बंगाल, छत्तीसगढ़, असम, यूपी से जाने वाले श्रमिकों के लिए खास नई ट्रेनें 15 अगस्त से पहले चालू हो जाएंगे। न्यूज़ट्रैक इन ट्रेनों की योजना के बारे में अपने पाठकों को पहले ही जानकारी दे चुका है। मुख्य रूप से लंबी दूरी के प्रवासियों के लिए कम से कम एक दर्जन नई ट्रेनों को 'आजादी के अमृत महोत्सव' के हिस्से के रूप में पूरे भारत में 15 अगस्त से पहले हरी झंडी दिखाए जाने की उम्मीद है।
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रिपोर्टों के अनुसार, रेल मंत्रालय विभिन्न प्रारंभिक और गंतव्य स्टेशनों के बीच सिर्फ जनरल डिब्बों वाली सामान्य श्रेणी की ट्रेनों को चलाने के लिए रूट बनाने के विवरण पर काम कर रहा है। ये वैसे रूट होंगे जहां कन्फर्म टिकटों की भारी मांग पूरी नहीं हो पाती है। मिसाल के तौर पर बिहार और यूपी से। मुंबई जाने और आने वाली ट्रेनें। इसका नतीजा ये है कि मुंबई जाने वाली ट्रेनों में जनरल और स्लीपर डिब्बों में ठूंस ठूंस कर यात्री भरे रहते हैं।
बहरहाल, नई ट्रेनों से बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, पंजाब, पश्चिम बंगाल, असम, छत्तीसगढ़, ओडिशा, महाराष्ट्र, दिल्ली और अन्य स्थानों के बड़े और छोटे शहरों के श्रमिक वर्ग को राहत मिलने की उम्मीद है। जोनल रेलवे इन ट्रेनों के लिए रूट बना रहे हैं तथा ये ट्रेनेंसमय सारणी में स्थायी रूप से शामिल होंगी।
दो प्रकार की ट्रेनों पर विचार किया जा रहा है; अनारक्षित सामान्य श्रेणी की सीटों यानी सिर्फ जनरल डिब्बों वाली ट्रेनें और सामान्य श्रेणी की सीटों और गैर-एसी स्लीपर क्लास के मिश्रण वाली ट्रेनें। वैसे, सिर्फ जनरल डिब्बों वाली ट्रेनें कुछ साल पहले जनसाधारण एक्सप्रेस नाम से चलाई गई थीं। फिलवक्त ऐसी कितनी जनसाधारण एक्सप्रेस चल रहीं हैं इसकी निश्चित जानकारी नहीं है क्योंकि कोरोना लॉकडाउन के समय से सब उल्टापुल्टा हो गया है।
बहरहाल, जनरल डिब्बों वाली ट्रेनों से आम जनता को काफी फायदा होने की उम्मीद है। साथ ही स्लीपर क्लास के यात्रियों को भी सहूलियत मिलेगी। बशर्ते, पहले से चल रही ट्रेनों में स्लीपर डिब्बे घटाए न जाएं। क्योंकि अगर एक ट्रेन से स्लीपर डिब्बे कम करके दूसरी जनरल ट्रेन में जोड़ दिए गए तो यात्रियों को कोई फायदा नहीं होगा।