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चार तख्त और सुरंग! एक साथ लटकाए जाएंगे निर्भया के चारों दरिंदे
तिहाड़ जेल के अंदर तख्ते तैयार करने का काम लोक निर्माण विभाग यानी PWD ने बीते सोमवार को पूरा कर लिया था। तिहाड़ जेल सूत्रों ने बताया कि इस काम को पूरा करने के लिए जेल के अंदर जेसीबी मशीन भी लाई गई थी।
नई दिल्ली: पिछले एक महीने से तिहाड़ जेल में निर्भया के गुनहगारों को सज़ा-ए-मौत देने की तैयारी चल रही है। बताया जा रहा है कि निर्भया के चारों गुनहगारों को एक साथ ही फांसी दी जाएगी। जिसके लिए चार तख्ते और सुरंग तैयार कर लिए गए हैं।
अवतक केवल एक तख़्त था संख्या बढ़ाकर 4 की गई
बता दें कि अब तिहाड़ जेल देश का पहला ऐसा कारागार हो गया है जिसमें निर्भया के चारों गुनाहगारों को एक साथ फांसी दी जाएगी। अभी तक यहां फांसी के लिए एक ही तख्त था, लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ाकर 4 कर दी गई है।
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एक साथ लटकाए जाएंगे निर्भया के चारों दरिंदे, तिहाड़ में चार तख्ते और सुरंग तैयार
तिहाड़ जेल के अंदर तख्ते तैयार करने का काम लोक निर्माण विभाग यानी PWD ने बीते सोमवार को पूरा कर लिया था। तिहाड़ जेल सूत्रों ने बताया कि इस काम को पूरा करने के लिए जेल के अंदर जेसीबी मशीन भी लाई गई थी।
जेसीबी मशीन की मदद से तीन नए फांसी के तख्ते और सुरंग तैयार की गई है। सूत्रों ने बताया कि फांसी के तख्तों के नीचे एक सुरंग भी बनाई जाती है। इसी सुरंग के ज़रिए फांसी के बाद मृत कैदी का शव बाहर निकाला जाता है। फिलहाल तीन नए फांसी के तख्तों के साथ ही पुराने तख्ते को भी बदल दिया गया है।
मालूम हो कि 6 दिसंबर 2012 को हुए निर्भया गैंगरेप मामले में चारों दोषियों की फांसी पर अमल की तैयारी अंतिम चरण में है। दोषियों अक्षय, पवन, विनय और मुकेश के डेथ वारंट पर पटियाला हाउस कोर्ट 7 जनवरी को सुनवाई करेगा।
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निर्भया गैंगरेप केस जघन्यतम श्रेणी का है
दोषियों ने क्यूरेटिव याचिका लगाने की बात तिहाड़ जेल प्रशासन को लिखकर दी है। जानकारों का कहना है कि 19 दिसंबर को दोषियों की पुनर्विचार याचिका सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की थी। इसके एक माह में क्यूरेटिव अर्जी लगाई जा सकती है। फिर दया याचिका अंतिम विकल्प है। निर्भया गैंगरेप केस जघन्यतम श्रेणी का है। इसलिए राहत की उम्मीद कम है।