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सावधान: बदल जायेगी हम सबकी जिन्दगी, जानें नीति आयोग ने ऐसा क्यों कहा

इस महामारी के बाद हमारी जिंदगी पहले जैसी नहीं रहेगी। अमिताभ ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनना हमारे जीवन का हिस्सा हो जाएगा।

Aradhya Tripathi
Published on: 21 April 2020 2:25 PM IST
सावधान: बदल जायेगी हम सबकी जिन्दगी, जानें नीति आयोग ने ऐसा क्यों कहा
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नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस को लेकर हाकार मचा हुआ है। आए दिन कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी होती जा रही है। ऐसे में इस वायरस पर काबू पाने के लिए सरकार द्वारा पूरे देश को 3 मई तक लॉकडाउन किया गया है। लेकिन फिर भी देश में वायरस के मामलों पर अभी अंकुश नहीं लग पाया है। देश के कुछ राज्यों जैसे केरल गोवा ने इस वायरस पर काबू पाया है। ऐसे में नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने इन राज्यों की तारीफ़ करते हुए कहा कि केरल ने हमें रास्ता दिखाया है।

महामारी के बाद जिंदगी नहीं रहेगी पहले जैसी

कोरोना वायरस का कहर देश में लगातार जारी है। संक्रमितों का आंकड़ा अब 18 हजार पार कर गया है। इस बीच केरल, गोवा और मणिपुर ने कोरोना के मामलों में काबू पाया है। जिससे देस्श को कुछ उम्मीदें दिखी हैं। ऐसे में नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने भी इन राज्यों खासकर केरल सरकार की तारीफ की है।

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अमिताभ कांत ने कहा कि बेशक केरल ने कोरोना के खिलाफ जंग में देश को रास्ता दिखाया है, लेकिन इस महामारी के बाद हमारी जिंदगी पहले जैसी नहीं रहेगी। अमिताभ ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनना हमारे जीवन का हिस्सा हो जाएगा।

राजनाथ सिंह आज कर सकते हैं बैठक

प्राप्त जानकारी के अनुसार आज शाम 4 बजे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह साउथ ब्लॉक में मंत्रियों के समूहके साथ लॉकडाउन को लेकर बैठक कर सकते हैं। जानकारी के अनुसार 3 मई के बाद लॉकडाउन के बढ़ने की संभावना नहीं है। कुछ शर्तों के बाद छूट मिलने की उम्मीद है। लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाना होगा। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने इस बात की संभावना जताई कि लॉकडाउन के बाद भी प्लेन और रेलवे जैसी सेवाओं में फिलहाल अभी छूट मिलने की उम्मीद कम है।

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नीति आयोग के सीईओ ने कहा 'कोरोना महामारी ने हमारी जिंदगी में बड़ा बदलाव ला दिया है। इस वायरस से बचने और इसे फैलने से रोकने के लिए हमें लंबे समय तक मास्क पहनना पड़ सकता है। सोशल डिस्टेंसिंग को हमें अपनी रोजमर्रा की आदतों का हिस्सा बनाना होगा। अमिताभ कांत ने कहा कि महाराष्ट्र में इस वायरस ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। लिहाजा हम इस राज्य पर लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी फोकस रखेंगे। इसके अलावा दिल्ली, इंदौर, अहमदाबाद में भी निगरानी होगी।

बंगाल सरकार और केंद्र में शुरू तकरार

मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में कोविड-19 की स्थिति का आकलन करने के लिए छह इंटर मिनिस्ट्रियल सेंट्रल टीम (IMCTs) के गठन के विरोध पर अमिताभ कांत ने कहा कि जरूरत के हिसाब से ये फैसला लिया गया है। इसे राजनीति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। गौरतलब है कि बंगाल सरकार और केंद्र के बीच हमेशा की तरह इस बार भी लॉकडाउन के उल्लंघन, सोशल डिस्टेंसिंग की समीक्षा को लेकर तकरार शुरू हो गई है।

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मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र की 6 सदस्यीय इंटर मिनिस्ट्रियल सेंट्रल टीम (IMCTs) राज्य में भेजे जाने को लेकर सवाल खड़े किए हैं। इस पूरे मामले पर ममता बनर्जी ने ट्वीट किया- 'हम कोरोना महामारी के खिलाफ केंद्र सरकार के सहयोग और सुझावों का स्वागत करते हैं। हालांकि, केंद्र ने पश्चिम बंगाल समेत कुछ अन्य राज्यों में आईएमसीटी को भेजने का जो फैसला लिया है, उसका उद्देश्य समझ से परे है।'

Aradhya Tripathi

Aradhya Tripathi

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