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भारत की पाकिस्तान पर बहुत बड़ी जीत, मिले 325 करोड़, जानिए पूरा मामला
लंदन में चल रहे हैदराबाद के निजाम फंड केस में भारत ने पाकिस्तान को हरा दिया है। इसके साथ ही लाखों पौंड की राशि ब्रिटिश बैंक ने भारतीय उच्चायोग को सौंप दी है। भारत को लगभग 3.5 करोड़ पौंड (करीब 325 करोड़ रुपये) की राशि दी है।
नई दिल्ली: लंदन में चल रहे हैदराबाद के निजाम फंड केस में भारत ने पाकिस्तान को हरा दिया है। इसके साथ ही लाखों पौंड की राशि ब्रिटिश बैंक ने भारतीय उच्चायोग को सौंप दी है। भारत को लगभग 3.5 करोड़ पौंड (करीब 325 करोड़ रुपये) की राशि दी है।
इसी के साथ भारत और पाकिस्तान के मध्य चले आ रहे मामले का भी पूरी तरह से पटाक्षेप हो गया है। अदालत के फैसले के बाद बैंक ने करीब 3.5 करोड़ पौंड (करीब 325 करोड़ रुपये) की राशि भारतीय उच्चायोग को सौंप दी। इसी के साथ भारत के मुकदमा लड़ने में खर्च की गई 65 फीसद राशि (करीब 26 करोड़ रुपये) भी भारत को सौंपी गई।
दरअसल हैदराबाद के निजाम के पैसों से संबंधित एक 70 साल पुराने मामले में अब फैसला आया है। लंदन के एक बैंक में करीब 7 दशक से कई सौ करोड़ रुपये फंसे थे, इसी मामले में वहां की अदालत ने फैसला सुनाया है।
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पाकिस्तान ने केस तो हारा ही है, साथ में उसे भारत को केस लड़ने में खर्च हुई रकम का 65 फीसदी पैसा (26 करोड़ रुपये) भी अलग से देने पड़े हैं। लंदन में भारत सरकार के अधिकारियों ने गुरुवार को इस बारे में मीडिया को बताया।
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मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि पाकिस्तान ने भी भारत सरकार को 2.8 मिलियन (करीब 26 करोड़ रुपये) चुकाए हैं। यह भारत द्वारा लंदन हाईकोर्ट में इस केस पर आए खर्च की 65 फीसदी लागत है। हैदराबाद निजाम के वारिस की ओर से जिन वकीलों ने केस लड़ा, उन्होंने भी इस बात की पुष्टि की है कि उनके क्लाइंट को अपने हिस्से की रकम मिल गई है।
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यह है विवाद
यह मामला उस समय शुरू हुआ था जब भारत के विभाजन के समय हैदराबाद के तत्कालीन निजाम ने लंदन में तत्कालीन पाकिस्तान उच्चायुक्त रहिमतुल्ला के पास करीब 1 मिलियन पाउंड की रकम भेजी थी। तब से अब तक यह रकम बढ़कर 35 मिलियन पाउंड हो गई। भारत ने इस पैसे पर यह कहते हुए दावा किया कि 1965 में निजाम ने यह पैसा भारत को दिया था।