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मरकज की लापरवाही से बढ़ा अस्पतालों पर दबाव, इतने घंटे काम कर रहे हैं 100 डॉक्टर

 निजामुद्दीन मरकज के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल कई लोगों के कोविड-19 बीमारी से पीड़ित पाए गए। इसके बाद दिल्ली में कोरोना वायरस से संदिग्ध संक्रमितों की संख्या में अचानक कई गुना इजाफा हो गया है। इस कारण कोरोना से निपटने की प्रदेश की तैयारियों को गहर झटका लगा है।

suman
Published on: 1 April 2020 11:11 AM IST
मरकज की लापरवाही से बढ़ा अस्पतालों पर दबाव, इतने घंटे काम कर रहे हैं 100 डॉक्टर
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नई दिल्ली: निजामुद्दीन मरकज के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल कई लोगों के कोविड-19 बीमारी से पीड़ित पाए गए। इसके बाद दिल्ली में कोरोना वायरस से संदिग्ध संक्रमितों की संख्या में अचानक कई गुना इजाफा हो गया है। इस कारण कोरोना से निपटने की प्रदेश की तैयारियों को गहर झटका लगा है। सरकारी अधिकारियों का कहना है कि उनके पास इस महामारी से निपटने के लिए पर्याप्त इन्फ्रास्ट्रक्चर और मैनपावर हैं, लेकिन अचानक संदिग्ध मरीजों की आई बाढ़ ने सारी तैयारियों पर पानी फेर दिया है। मरकज से निकाले गए 400 से अधिक संदिग्ध मरीजों को लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल और राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पतालों में अचानक उमड़ी कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों की जमात ने डॉक्टरों समेत अन्य मेडिकल स्टाफ की मुश्किलें बढ़ा दीं।

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डॉक्टरों की लिस्ट तैयार

अस्पताल ने 100 सीनयिर रेजिडेंट और जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों की लिस्ट तैयार की है। इनके अलावा, कुछ कंसल्टेंट डॉक्टर भी हैं। इन्हें 10 और 14 घंटों की दो शिफ्टों में काम करना है। 10 घंटे की शिफ्ट सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक चल रही है जबकि 14 घंटे की शिफ्ट में काम करने वाले डॉक्टर शाम बजे से ड्यूटी जॉइन करेंगे और उन्हें सुबह 8 बजे तक काम कर रहे हैं। अस्पताल ने रविवार को जारी एक ऑर्डर में कहा, 'नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ लगातार 14 दिन काम करेंगे और फिर उन्हें 14 दिन की छुट्टी दी जाएगी।'

*कुल 1,548 लोगों को निगरानी में रखा गया है।

* जमात के 1,107 लोगों में कोविड-19 के कोई लक्षण नहीं हैं। इन्हें नरेला की आइसोलेशन यूनिट में रखा गया है।

* 441 लोगों में कोरोना से संक्रमण के लक्षण हैं। इनमें 300 संदिग्धों को लोकनायक जबकि 141 को राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती किया गया है।

* लोकनायक अस्पताल ने मरीजों की तादाद में अचानक 300 बढ़ने के कारण 100 डॉक्टरों की दो शिफ्ट लगाई है।

* मरकज के संदिग्ध मरीजों को अस्पताल की तीसरी और छठी मंजिलों पर स्थित इमर्जेंसी ब्लॉक में रखा गया है।

मरीजों की स्थिति-1 की हालत गंभीर, वेंटिलेटर सपॉर्ट पर। 2 को सांस लेने में दिक्कत, ऑक्सिजन सपॉर्ट पर, 5 को छुट्टी दे दी गई। 1 को सिंगापुर भेज दिया गया, 111 की हालत कुल मिलाकर स्थिर, खांसी-बुखार आदि का इलाज जारी।

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लोकनायक अस्पताल में कोविड-19 मैनेजमेंट प्रोग्राम की अगुवाई करने वाले मेडिसिन डिपार्टमेंट के डायरेक्टर प्रफेसर डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि मरीजों को तीन कैटिगरी में बांट दिया गया है। उन्होंने कहा, 'हरे, पीले और लाल की श्रेणियों में सारे मरीजों का विभाजन कर दिया गया है। ज्यादातर मरीजों की हालत स्थिर है जिन्हें ग्रीन कैटिगरी में रखा गया है। 20-25 मरीजों को शरीर दर्द, सर दर्द, मांसपेशियों में दर्द और डायरिया आदि की शिकायत है जिन्हें येलो कैटिगरी में रखा गया है।' उन्होंने कहा, 'तीन मरीजों को ऑक्सिजन सपॉर्ट और वेंटिलेशन की जरूरत है, इसलिए उन्हें रेड मार्क करते हुए अलग-अलग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है।'

दिल्ली में मरीज कुल संक्रमितों की संख्या – 120, विदेश यात्रा वाले मरीज – 49, मरीज के संपर्क में आने वाले – 29, तबलीगी जमात के मरीज – 24, निगरानी के दायरे में – 18।



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