TRENDING TAGS :
दिल्ली रेड अलर्ट पर: बाढ़ से डूब जाएगा शहर, CM की हालत खराब
दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा के कई हिस्सों में बारिश के चलते बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। हरियाणा के यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज से रविवार को छोड़ा गया आठ लाख क्यूसेक पानी तेज़ी से दिल्ली पहुंच रहा है। यमुना नदी खतरे के निशान पर बह रही है।
नई दिल्ली : दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा के कई हिस्सों में बारिश के चलते बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। हरियाणा के यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज से रविवार को छोड़ा गया आठ लाख क्यूसेक पानी तेज़ी से दिल्ली पहुंच रहा है। यमुना नदी खतरे के निशान पर बह रही है। ऐसे में दिल्ली में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। अगले 24 घंटे में हालात खराब होने की आशंका जताई गई है, क्योंकि हरियाणा का पानी जल्द ही यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ा रहा है।
यह भी देखें... हिमाचल प्रदेश में बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या 22 हुई, शिमला में 2 लापता
दिल्ली में भी बाढ़ के आसार
हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से रविवार को 14 घंटे में 8 लाख तीन हजार 960 क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया है। शाम पांच बजे सबसे अधिक आठ लाख 43 हजार 397 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। यह पानी 36 घंटे में दिल्ली पहुंचेगा।
ऐसे में पानी के दिल्ली पहुंचने पर यमुना में बाढ़ के आसार बने हुए हैं। फिलहाल दिल्ली में यमुना का जलस्तर चेतावनी के स्तर (204.50 मीटर) से 1.15 मीटर नीचे है। फिर भी मौजूदा हालात के मद्देनजर सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग ने चेतावनी जारी की है, क्योंकि यमुना के निचले इलाके में पानी भर सकता है।
हरियाणा में यमुना में जलस्तर 203.35 मीटर है, जो खतरे के निशान (205.33) से 1.98 मीटर से नीचे है। इसी वजह से हथिनी कुंड बैराज से दोपहर एक बजे के बाद हर घंटे छह लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है। शाम पांच व छह बजे आठ-आठ लाख क्यूसेक से भी अधिक पानी छोड़ा गया है। मंगलवार को यह पानी दिल्ली पहुंच जाएगा। ऐसे में दिल्ली में यमुना में उफान आना निश्चित है। इसलिए बाढ़ व सिंचाई नियंत्रण विभाग सक्रिय हो गया है।
यह भी देखें... बड़ी खुशखबरी! पेट्रोल-डीजल के दामों में फिर आई गिरावट, यहाँ देखें दाम
इन जगहों को खाली करने के लिए कहा गया
हालात को देखते हुए, यमुना खादर के लोगों को अलर्ट कर सोमवार सुबह तक जगह खाली करने को कहा गया है। अलग-अलग टीमों को अलग-अलग इलाके में अलर्ट करने के लिए बोल दिया गया है। यमुना खादर में रह रहे लोगों के बीच जाकर सिविल डिफेंस के लोगों ने यमुना के जलस्तर बढ़ने की जानकारी देते हुए जगह खाली करने को कहा है।
साथ ही यमुना के आस-पास जाने से मना किया है। उस्मानपुर, खजूरी चौक, पुराने लोहे के पुल गीता कॉलोनी के अलग-अलग ठोकर, मयूर विहार, बुराड़ी जैसे इलाकों में जाकर खादर में रह रहे लोगों को यमुना नदी में जलतर बढ़ने की संभावना को देखते हुए जगह खाली करने को कहा गया है।
पूर्वी जिले के अतिरिक्त जिलाधिकारी अरुण गुप्ता ने बताया कि सबसे ज्यादा पूर्वी जिले के इलाके प्रभावित होते हैं। उन्होंने बताया कि कालिंदी कुंज बैराज के दस गेट रविवार तक खुले हुए थे, यमुना का जलस्तर जैसे बढ़ेगा वैसे ही समीक्षा बैठकर अन्य गेट भी खोल दिए जाएंगे ताकि दिल्ली में बाढ़ का ज्यादा असर न हो।
यह भी देखें... हाई अलर्ट: यमुना का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली परेशान, केजरीवाल ने बुलाई बैठक