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मुस्लिमों पर खतरा: पाकिस्तान में खून के प्यासे हुए आतंकी, इमरान भी शामिल

पाकिस्तान दूसरे देशों के साथ दुश्मनी मोड़ ले रहा है, लेकिन खुद पाकिस्तान में ही रहने वाले मुस्लिमों को बीच टकराव चरम सीमा पर आ गया है। पाक में शिया समुदाय और सुन्नी समुदाय के मुसलमानों के बीच टक्कर अब बढ़ती ही जा रही है।

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Published on: 17 Sep 2020 8:21 AM GMT
मुस्लिमों पर खतरा: पाकिस्तान में खून के प्यासे हुए आतंकी, इमरान भी शामिल
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पाकिस्तान दूसरे देशों के साथ दुश्मनी मोड़ ले रहा है, लेकिन खुद पाकिस्तान में ही रहने वाले मुस्लिमों को बीच टकराव चरम सीमा पर आ गया है।

कराची। पाकिस्तान दूसरे देशों के साथ दुश्मनी मोड़ ले रहा है, लेकिन खुद पाकिस्तान में ही रहने वाले मुस्लिमों को बीच टकराव चरम सीमा पर आ गया है। पाक में शिया समुदाय और सुन्नी समुदाय के मुसलमानों के बीच टक्कर अब बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में शिया मुसलमानों को डर है कि पाकिस्तान में 1980 और 90 के दशक में भड़की हिंसा जैसी घटना हो सकती है। उस समय हुई हिंसा में सैकड़ों लोग सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए थे।

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शिया मुसलमानों के खिलाफ जमकर प्रदर्शन

बीते सप्ताह सुन्नी मुसलमानों और आतंकी संगठनों ने कराची में शिया मुसलमानों के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किए थे। उन्होंने दुकानें और अन्य प्रतिष्ठान बंद करा दिए। प्रदर्शन के चलते सड़कें जाम कर दीं गई थी। उन्होंने ये नारे लगाए कि शिया काफिर हैं, इन्हें मार दिया जाए। वहीं प्रदर्शनों की अगुआई प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिपाह ए सबाह ने की थी।

इसके साथ ही तमाम प्रदर्शनकारियों का ये भी कहना है कि अशूरा जुलूस के टीवी प्रसारण के दौरान शिया मौलवी ने इस्लामिक विद्वानों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की। जोकि अब सोशल मीडिया पर शिया नरसंहार हैशटैग ट्रेंड कर रहा है। शिया विरोधी पोस्ट दिखाई दे रहे हैं।

Muslims community violence फोटो-सोशल मीडिया

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पाकिस्तान में शियाओं की आबादी 20%

ऐसे में 21 करोड़ की आबादी वाले पाकिस्तान में शियाओं की आबादी 20% है। इस बवाल होने के बाद भी प्रदर्शनकारियों पर अब तक न कोई केस नहीं दर्ज हुआ है। वहीं कुछ समय पहले आशूरा जुलूस में भाग लेने पर दर्जनों शिया मुसलमानों पर हमले हुए। जुलूसों पर हथगोले फेंके गए थे।

IMRAN KHAN फोटो-सोशल मीडिया

इस बारे में रावलपिंडी के प्रमुख शिया मौलवी अली रजा कहते हैं कि पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान इस शिया विरोधी प्रदर्शनों के लिए जिम्मेदार हैं। ऐसा लगता है कि सरकार जानबूझकर हेट स्पीच को बढ़ावा दे रही है। शियाओं को मैसेज भेजकर उन्हें काफिर बताया जा रहा है। उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है।

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5 हजार से ज्यादा शिया

कराची यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर सोहेल खान कहते हैं कि सुन्नी मुसलमानों के शक्ति प्रदर्शन के बाद पाकिस्तान में सांप्रदायिक हिंसा की आशंका दिख रही है। जबकि पाकिस्तान के गृह मंत्री ब्रिगेडियर इजाज शाह ने कहा कि सब नियंत्रण में है।

तीन एजेंसियों के डेटा बताते हैं कि पाकिस्तान लंबे समय से सांप्रदायिक हिंसा की चपेट में है। साल 2011-2019 तक यहां विभिन्न सांप्रदायिक हिंसा में 10 हजार से ज्यादा लोग मारे गए। इनमें 5 हजार से ज्यादा शिया हैं। ऐसे में अब शिया अपनी जिंदगी को लेकर खौफ में हैं।

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